इन्वेस्ट की इस स्कीम में आपको मिलेगा 92% सिक्योर्ड रिटर्न, जानिए

author-image
एडिट
New Update
इन्वेस्ट की इस स्कीम में आपको मिलेगा 92% सिक्योर्ड रिटर्न, जानिए

रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के चलते देश में सोने की कीमत में लगातार तेजी देखी जा रही है। दोनों देशों के बीच 24 फरवरी 2022 से युद्ध के कारण पिछले एक हफ्ते में सोने के दाम 4 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम  तक बढ़ चुके हैं। मार्केट एक्सपर्ट्स (Market Experts) की मानें तो ये तेजी आगे भी जारी रह सकती है। ऐसे में यदि आप इन दिनों सोने में इन्वेस्ट (Invest) करने का प्लान बना रहे हैं तो सॉवेरिन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) आपके लिए बेहतर ऑप्शन (Options) हो सकता है। केंद्र सरकार (Central Government) की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-22 के तहत आप 4 मार्च तक सोने में निवेश कर सकते हैं। 





इस बार सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए 5,109 रुपए प्रति ग्राम या प्रति बॉन्ड का भाव तय किया है। गोल्ड बॉन्ड के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने और डिजिटल पेमेंट करने पर प्रति ग्राम 50 रुपए का डिस्काउंट (Discount) मिलेगा। यानी आपको 1 ग्राम सोने के लिए 5,059 रुपए चुकाने करने होंगे।





RBI जारी करता है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक सरकारी बॉन्ड है, जिसे RBI की तरफ से जारी किया जाता है। इसे डीमैट के रूप में भी बदला जा सकता है। इसका मूल्य सोने के वजन में होता है। यदि बॉन्ड 5 ग्राम सोने का है तो पांच ग्राम सोने की जितनी कीमत होगी, उतनी ही बॉन्ड की कीमत होगी। इसे खरीदने के लिए सेबी के ऑथराइज्ड ब्रोकर को इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है। बॉन्ड को बेचने के बाद पैसा निवेशक के बैंक खाते में जमा हो जाता है।





बॉन्ड के इश्यू प्राइस पर 2.50% ब्याज: सॉवेरिन गोल्ड बॉन्ड में इश्यू प्राइस पर हर साल 2.50% का निश्चित ब्याज मिलता है। यह पैसा हर 6 महीने में आपके खाते में पहुंच जाता है। हालांकि, इस पर स्लैब के हिसाब से टैक्स भी चुकाना होता है।





सोने की शुद्धता और सुरक्षा की कोई चिंता नहीं: सॉवेरिन गोल्ड बॉन्ड में सोने की शुद्धता की फिक्र करने की कोई जरूरत नहीं है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के मुताबिक, गोल्ड बॉन्ड की कीमत इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा तय की जाने वाली 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने की कीमत से लिंक होती है। इसके साथ ही इसे डीमैट के रूप में रखा जा सकता है, जो काफी सुरक्षित है और उस पर कोई खर्च भी नहीं होता।





बॉन्ड पर कितना देना होता है टैक्स: सॉवेरिन गोल्ड बॉन्ड में 8 साल के मैच्योरिटी पीरियड के बाद इससे होने वाले लाभ पर कोई टैक्स नहीं लगता। वहीं यदि आप 5 साल बाद अपना पैसा निकालते हैं तो इससे होने वाले लाभ पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) के रूप में 20.80% टैक्स लगता है।





ऑफलाइन भी कर सकते हैं निवेश: RBI ने गोल्ड बॉन्ड में इन्वेस्टमेंट के लिए कई तरह के विकल्प भी दिए हैं। बैंकों की शाखाओं, पोस्ट ऑफिस, स्टॉक एक्सचेंज और स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SHCIL) के जरिए इसमें निवेश किया जा सकता है। इसके लिए निवेशक को एक अप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा। इसके बाद आपके अकाउंट से पैसे कट जाएंगे और आपके डीमैट खाते में ये बॉन्ड ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।





बॉन्ड में निवेश के लिए पैन अनिवार्य: गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने के लिए पैनकार्ड होना अनिवार्य है। यह बॉन्ड सभी बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (BSE) के जरिए बेचे जाएंगे।





बीते 6 सालों में मिला 92% का रिटर्न: गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने पर पिछले 6 सालों में 92% का रिटर्न मिला है। 2015-16 में जब सॉवेरिन गोल्ड बॉन्ड स्कीम लॉन्च की गई थी, तब इसका प्रति ग्राम भाव 2,684 रुपए था। इस पर 50 रुपए का डिस्काउंट था। यानी सोने का दाम 2,634 रुपए हो गया था। सॉवेरिन गोल्ड बॉन्ड की अभी जो सीरीज लॉन्च हुई है, उसका भाव 5,109 रुपए है। 50 रुपए डिस्काउंट के साथ यह भाव अब 5,059 रुपए के स्तर पर पहुंच गया है। इस तरह से पिछले 6 सालों में इस स्कीम में निवेश करने वालों को 92% का रिटर्न मिला।



central government केंद्र सरकार Russia रूस यूक्रेन investment Discount छूट Ukraine Sovereign Gold Bond Market Experts National Stock Exchange सॉवेरिन गोल्ड बॉन्ड मार्केट एक्सपर्ट्स निवेश विकल्प नेशनल स्टॉक एक्सचेंज