DAMTARI. धमतरी से केंद्री तक बड़ी रेललाइन के लिए रेलवे ने किसानों की जमीन को अधिग्रहण किया है और काम भी शुरू हो गया है। इस बीच, मुआवजा को लेकर रायपुर जिले में अलग मापदंड और धमतरी में अलग होने से किसानों में आक्रोश है। वहीं अब मुआवजा को लेकर किसान आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में अगर किसान आंदोलन पर उतर आते हैं तो बड़ी रेललाइन निर्माण कार्य प्रभावित हो सकता है। किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि हमारी मांगें पूरी करनी होगी, नहीं तो बड़ा आंदोलन होगा।
मांगें पूरी नहीं होने पर किसान करेंगे बड़ा आंदोलन
दरअसल, बड़ी रेललाइन धमतरी जिले के 22 गांवों से होकर गुजरेगी। इसके लिए करीब पांच सौ किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है। किसानों का कहना है कि शासन-प्रशासन ने बिना सूचना दिए उनकी जमीन का जबरदस्ती अधिग्रहण किया है। इसके साथ ही रायपुर जिले में और धमतरी जिले में किसानों को दिए गए मुआवजा में जमीन आसमान का अंतर है, जो किसानों के साथ अन्याय है। किसानों का कहना है कि मुआवजा देने के लिए प्रशासन द्वारा दोहरा मापदंड अपनाया गया है। इससे किसानों में भारी नाराजगी है। ऐसे में किसान अब अपने हक के लिए आंदोलन की बात कह रहे हैं। हालांकि दोनों जगह सामान मुआवजा मिलना चाहिए, यानी किसान अपनी मांग पूरी होने का इंतजार भी कर रहे हैं।
किसान बोले-हमारे साथ न्याय नहीं हुआ तो काम में आ सकती है बाधा
मुआवजे को लेकर किसानों में किस तरह का आक्रोश है। इस बात को लेकर किसान यूनियन के प्रदेश संयोजक लीलाराम साहू ने बताया कि बड़ी रेललाइन के लिए काम शुरू हो गया है, लेकिन किसानों को जो मुआवजा का मापदंड तय किया गया है वो दोनों जिलों में अलग-अलग है। इसमें काफी अंतर है, जिससे किसान नाराज हैं। किसानों के साथ न्याय नहीं हुआ तो रेललाइन निर्माण कार्य में बाधा भी आ सकती है।