BILASPUR: यहां मध्याह्न भोजन (mid day meal) के बाद अचानक 22 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। बच्चे स्कूल से घर पहुंचे, तब उन्हें लगातार उल्टी-दस्त होने लगे। इससे घबरा कर परिजनों ने पहले घरेलू इलाज दिया, इसके बावजूद हालात नहीं सुधरे तो इसकी जानकारी मितानिन और सरपंच को दी गई।
मितानिन ने भी बीमार बच्चों को तुरंत दवाईयां दीं, इसके बावजूद बच्चों की हालत में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद बच्चों को नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (primary health center) में भर्ती किया गया। जहां उनका इलाज किया जा रहा है। घटना सोनसाय नवागांव की है। घटना की जानकारी के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम भी गांव भी पहुंच चुकी है।
डायरिया का चल रहा था इलाज
22 बच्चों के एक साथ बीमार पड़ने की जानकारी के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से भी टीम भेजी है। गांव से कई बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोंगसरा में भर्ती किया गया है। जिन बच्चों की हालत ज्यादा गंभीर थी उन्हें इलाज के लिए कोटा और रतनपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया।
फूड पॉइजनिंग की आशंका
स्वास्थ्य विभाग की टीम को पहले लगा कि ये डायरिया के मामले हैं। इसके बाद जांच की तो लगा कि मामला फूड प्वाइजनिंग का हो सकता है। दरअसल गांव में बीमार होने वाले सभी स्कूली बच्चे हैं। कोई भी बड़ा बीमार नहीं पड़ा है। पूछताछ में पता चला कि सभी बच्चों को स्कूल में मिड डे मील दिया गया था। भोजन करने के बाद स्कूल की छुट्टी होने पर बच्चे घर पहुंचे, उसके बाद से उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को डायरिया नहीं, बल्कि फूड पॉइजनिंग होने की आशंका है।