RAIPUR. भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब पूरे देश में कांग्रेस पार्टी हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा शुरू कर चुकी है। 26 जनवरी से छत्तीसगढ़ में भी इसकी शुरुआत हो गई है। हर विधानसभा क्षेत्र में दिग्गज नेता यात्रा निकाल रहे हैं। बूथ स्तर पर घर-घर जाकर लोगों को भूपेश सरकार की उपलब्धि और राहुल गांधी का संदेश सुना रहे हैं, लेकिन भाजपा के दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल की एक टिप्पणी ने सियासी संग्राम छेड़ दिया है। कांग्रेस और भाजपा सरकार के कामों का हिसाब किताब मांगा जाने लगा है।
भारत जोड़ो यात्रा में राहुल के दिए संदेश लोगों तक पहुंचाएंगे
कई महीनों की प्लानिंग और तैयारी के बाद 26 जनवरी के दिन से छत्तीसगढ़ में हाथ से हाथ जोडों यात्रा की शुरूआत हुई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने यात्रा की शुरुआत की। लक्ष्य दिया गया कि अपने-अपने इलाके का हर बड़ा नेता कार्यकर्ताओं के साथ बूथ स्तर पर एक एक मतदाता तक पहुंचेगा। उन्हें भूपेश सरकार की तमाम जनहितैषी योजनाओं की जानकारी देगा। साथ ही साथ, भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के दिए संदेश को भी उन तक पहुंचाएगा।
यह खबर भी पढ़ें
चार साल में कांग्रेस सरकार ने जनता से विश्वासघात कियाः बृजमोहन
जाहिर है कि इस एक अभियान से ही 23 में प्रदेश और 24 में देश को साधने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में विपक्षी पार्टी भाजपा कहां चुप रहती। भाजपा के दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस के इस अभियान को लेकर तीखा हमला बोल दिया। उन्होंने बयान दिया कि चार सालों में सरकार ने जनता को छला है, उससे विश्वासघात किया है। इसलिए जनता से माफी मांगने और उससे हाथ जोड़ने का समय आ गया है।
आदिवासी युवती से रेप के आरोपी नेता पुत्र को बचाने में लगी है बीजेपीः कांग्रेस
बृजमोहन अग्रवाल के इस बयान ने प्रदेश में सियासी संग्राम छेड़ दिया, बयान से तिलमिलाए कांग्रेस ने भी बृजमोहन अग्रवाल के साथ साथ भाजपा पर करारा पलटवार कर दिया। कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि माफी तो खुद बृजमोहन अग्रवाल को जनता से माफी मांगनी चाहिए कि पॉक्सो मामले में आरोपी नेता का प्रचार किया। अब आदिवासी युवती से रेप के आरोपी नेता पुत्र को बचाने में लगे हैं।
भाजपा के हर आरोप पर कांग्रेस ने तीखा पलटवार किया
उन्होंने यह भी कहा कि माफी तो भाजपा को भी मांगनी चाहिए कि 15 साल में युवाओं के नौकरी के दरवाजे बंद किए, आदिवासियों को वादा कर छला और किसानों को बोनस तक नहीं दिया। बता दें कि ये साल चुनावी साल है। लिहाजा सियासी संग्राम में बयानों की बौछारें आगे भी खूब दिखने वाली है, लेकिन भाजपा के हर आरोप पर कांग्रेस का तीखा पलटवार बताता है कि सत्तारुढ़ पार्टी की तैयारी भी पूरी है और आत्मविश्वास भी कम नहीं है।