BSP के GM, DGM समेत 5 के खिलाफ FIR,30 फीट नीचे भभक उठी आग में 1 श्रमिक की मौत हुई थी और दूसरा गंभीर झुलसा था

author-image
Yagyawalkya Mishra
एडिट
New Update
BSP के GM, DGM समेत 5 के खिलाफ FIR,30 फीट नीचे भभक उठी आग में 1 श्रमिक की मौत हुई थी और दूसरा गंभीर झुलसा था

Durg-Bhilai। भट्‌ठी पुलिस ने शुक्रवार को भिलाई स्टील प्लांट के ब्लास्ट फर्नेस 7 में ठेका श्रमिक की आग से झुलसने से मौत के मामले में जीएम,डीजीएम,सीनियर मैनेजर समेत 5 के खिलाफ धारा 287, 337, 304 ए और 34 के तहत केस दर्ज किया है। आरोपियों में शांतनु मित्रा महाप्रबंधक ब्लास्ट फर्नेस 7, के. एसएन आर रमेश मैकेनिकल मेंटेनेंस में डीजीएम, हेमंत वर्मा सीनियर मैनेजर एंव सुरक्षा अधिकारी,मोहम्मद हनीफ अंसारी ठेकेदार अमन कंस्ट्रक्शन मालिक और विद्या सिंह (ठेका कंपनी,अमन कंस्ट्रक्शन सुपरवाईजर )के नाम शामिल हैं।





क्या है मामला



घटना 1 जून 2022 की है।भिलाई इस्पात संयंत्र (बीएसपी) के ब्लास्ट फर्नेस क्रमांक-7 में बुधवार दोपहर 12 बजे के लगभग मरम्मत कार्य के दौरान हादसा हो गया। फर्नेस के स्लैग ग्रेनुलेशन प्लांट में करीब 30 फीट नीचे बने चेंबर में वेल्डिंग का काम शुरू करते ही आग भभक उठी। घटना में वेल्डिंग का काम कर रहे मेसर्स अमन कंस्ट्रक्शन के दो ठेका श्रमिक परमेश्वर सिक्का (26 वर्ष) एवं राहुल उपाध्याय (32वर्ष) चपेट में आ गए। परमेश्वर वहां से किसी तरह निकल पाया। वह 90 फीसद झुलस गया था। उसे सेक्टर-9 अस्पताल के बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया। वहीं राहुल उपाध्याय नीचे ही फंस गया था। बीएसपी फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाने के बाद रेस्क्यू कर राहुल को निकाला। अस्पताल लाए जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। जिस ब्लास्ट फर्नेस क्रमांक-7 में हादसा हुआ उसमें बीते साल अगस्त माह से उत्पादन बंद था और कैपिटल रिपेयर का काम चल रहा है। हादसे की वजह ज्वलनशील गैस मानी जा रही है। घटना स्थल पर दो श्रमिक परमेश्वर और राहुल ही काम कर रहे थे। उन्होंने सुरक्षा के लिहाज से सेफ्टी बेल्ट बांध रखा था जिससे वे नीचे न गिरें। जालीनुमा स्थान पर उन्हें वेल्डिंग का काम करना था। बताया जाता है कि आग भभकने पर परमेश्वर चीखते हुए किसी तरह बाहर पहुंचा। उसके शरीर पर का कपड़ा आग की लपटों की वजह से जल गया था। आसपास मौजूद लोगों ने उसे समीप के पानी के टैंक में डुबकी लगवाकर किसी तरह आग बुझाई वह 90 फीसद तक झुलस गया। उसके शरीर पर सेफ्टी बेल्ट नहीं था। माना जा रहा है कि सेफ्टी बेल्ट खोलकर वह बाहर निकल गया परन्तु राहुल सेफ्टी बेल्ट नहीं खोल पाया और फंस गया। आग और धुआं की वजह से बाहर मौजूद लोग भीतर कुछ भी नहीं देख पा रहे थे।राहुल को तब बाहर निकाला जा सका, जबकि उसकी मौत हो चुकी थी।



chhatisgarh भिलाई स्टील प्लांट हादसा बीएसपी के जीएम डीजीएम सीनियर मैनेजर समेत पाँच के खिलाफ एफ़आइआर ठेका श्रमिक ज़िंदा जल गया था