MLA मिंज की सिफारिशी चिट्ठी पर सरकारी मशीनरी की तेज़ी,BJP ने उठाया सवाल −चंद्रखुरी में ही क़ब्रिस्तान क्यों जहां ईसाई आबादी ही नही

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Yagyawalkya Mishra
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MLA मिंज की सिफारिशी चिट्ठी पर सरकारी मशीनरी की तेज़ी,BJP ने उठाया सवाल −चंद्रखुरी में ही क़ब्रिस्तान क्यों जहां ईसाई आबादी ही नही

Raipur. कुनकुरी विधायक यू डी मिंज ने रायपुर के चंद्रखुरी में ईसाई क़ब्रिस्तान के लिए सिफ़ारिशी चिट्ठी लिखी उस पर बीजेपी ने सवाल खड़े कर दिए हैं।बीजेपी ने चंद्रखुरी में कौशल्या माता के मंदिर का ज़िक्र करते हुए यह दावा किया है कि, जिस समुदाय के लिए वहाँ क़ब्रिस्तान बनवाने की क़वायद है वह उस चंद्रखुरी में निवास ही नहीं करता। सवाल इस पर भी उठाए जा रहे हैं कि,चंद्रखुरी राजधानी रायपुर से क़रीब तीस किलोमीटर है,और वह आरंग विधानसभा में है लेकिन चिट्ठी चार सौ किलोमीटर दूर स्थित कुनकुरी विधायक यू डी मिंज ने क्यों लिखी। बीजेपी का आरोप है कि, विधायक यू डी मिंज के पत्र पर प्रशासन ने हैरत अंगेज़ तेज़ी दिखाई। क़ब्रिस्तान के लिए ज़मीन को लेकर विवाद और बीजेपी के तीखे हमले के बीच यह अपुष्ट खबर है कि, प्रशासन ने उपरोक्त आवेदन ख़ारिज कर दिया है।





क्या मसला है



  राजधानी से क़रीब चार सौ किलोमीटर दूर उत्तर छत्तीसगढ़ के जशपुर ज़िले में कुनकुरी विधानसभा है। कुनकुरी के विधायक यू डी मिंज की अनुशंसा वाला पत्र रायपुर प्रशासन के पास पहुँचा जिसमें यह उल्लेखित था कि, रायपुर से क़रीब तीस किलोमीटर दूर चंद्रखुरी में ईसाई समुदाय को क़ब्रिस्तान के लिए पाँच एकड़ ज़मीन दी जाए।चंद्रखुरी में भगवान राम की माता कौशल्या जी का मंदिर है, और इस स्थल को लेकर स्वाभाविक रुप से आस्था है।विधायक यू डी मिंज के पत्र के आधार पर कार्यवाही शुरु हुई तो ग्रामसभा ने ज़मीन की कमी का ब्यौरा बताते हुए आपत्ति कर दी। इस आपत्ति के साथ ही मसला बीजेपी के पास पहुँच गया।





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बीजेपी ने उठाए सवाल



  भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने इस सिफ़ारिशी पत्र और इस पर कार्यवाही के लिए प्रशासनिक तेज़ी का ज़िक्र करते हुए यह दावा किया कि, वहाँ ईसाई हैं ही नहीं जहां क़ब्रिस्तान बनाना चाहते हैं। डॉ रमन सिंह ने सीधे मुख्यमंत्री बघेल पर निशाना साधते हुए इसे तुष्टिकरण की राजनीति करार देते हुए कहा







“विश्व का एकमात्र माता कौशल्या का मंदिर चंदखुरी में है लेकिन भूपेश बघेल ऐसी पुण्य भूमि में उस विशेष समुदाय के लिए 5 एकड़ का कब्रिस्तान बनवाना चाहते हैं जो वहां निवासरत ही नहीं है।आखिर तुष्टिकरण की राजनीति में बहुसंख्यकों का अपमान करके कांग्रेस कौन सा लक्ष्य साधना चाहती है?”





क्या बोले विधायक यू डी मिंज



   क़ब्रिस्तान के लिए चंद्रखुरी में ज़मीन आबंटन के लिए अनुशंसा पत्र भेजने की वजह से सियासती बवाल का केंद्र बने विधायक यू डी मिंज ने सिफ़ारिश को वापस लेने की बात कही है। विधायक यू डी मिंज ने द सूत्र से कहा







“मेरे पास प्रतिनिधि मंडल आया, उन्होंने क़ब्रिस्तान के लिए ज़मीन की समस्या बताते हुए आग्रह किया कि,नगपुरा चंद्रखुरी में ज़मीन है, वहाँ की ज़मीन आबंटित हो जाए तो सुविधा होगी। मैंने नगपुरा के लिए अनुशंसा कर दी, मुझे दूर दूर तक आभास नहीं था कि, इस पर सियासती बवाल हो जाएगा। धर्म जाति की राजनीति मैं नहीं करता।मैंने अनुशंसा वापस ले ली है।”





खबर यह भी है



  चंद्रखुरी में ईसाई क़ब्रिस्तान के लिए ज़मीन आबंटन के मसले पर प्रशासनिक सूत्रों से यह खबर है कि, इस मामले में ज़मीन आबंटन के लिए दिया आवेदन प्रशासन ने ख़ारिज कर दिया है। आवेदन ख़ारिज होने की वजह गाँव में ज़मीन की अनुपलब्धतता बताई गई है। हालाँकि इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं है।



chhatisgarh विधायक यू डी मिंज की सिफ़ारिशी चिट्ठी पर सियासत तेज बीजेपी ने किया सवाल चंद्रखुरी में ईसाई क़ब्रिस्तान के लिए ज़मीन आबंटन का मसला माता कौशल्या का मंदिर है चंद्रखुरी में