जम्मू-कश्मीर: टेरर फंडिंग मामले में NIA का छापा, 14 जिलों में 50 जगहों पर रेड

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जम्मू-कश्मीर: टेरर फंडिंग मामले में NIA का छापा, 14 जिलों में 50 जगहों पर रेड

टेरर फंडिंग मामले में शनिवार, 07 अगस्त से ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) जम्मू-कश्मीर के 50 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। टेरर फंडिंग केस में ये अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन है। जानकारी के मुताबिक, इस मामले में NIA जम्मू-कश्मीर के 14 से ज्यादा जिलों में छापेमारी की है। इन जिलों में श्रीनगर, पुलवामा, कुपवाड़ा, डोडा, किश्तवाड़, रामबन, अनंतनाग, बड़गाम, राजौरी,जम्मू और शोपियां भी शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF के साथ मिलकर NIA के अधिकारी जमात-ए-इस्लामी के सदस्यों के घर की तलाशी ले रहे हैं।

जमात ने हाल ही में की थी खुफिया मीटिंग

गृह मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि जमात हेल्थ और एजुकेशन करने के नाम पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के जरिए दुबई और तुर्की जैसे देशों से फंडिंग ले रहा था और उसका इस्तेमाल आतंक के लिए कर रहा था। बताया जा रहा है कि जमात लश्कर, हिज्बुल मुजाहिद्दीन और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों को फंडिंग करने की फिराक में था। खुफिया एजेंसियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर से 370 हटने के बाद पत्थरबाजी और आतंकी घटनाओं में कमी आई है और जमात फिर से आतंक फैलाना चाहता था। बताया जा रहा है कि हाल ही में जमात ने नए अलगाववादियों और आतंकियों की भर्ती के लिए एक सीक्रेट मीटिंग भी की थी। इसके चलते ही गृह मंत्रालय ने जमात की फंडिंग की जांच का जिम्मा NIA को सौंपा।

आतंकियों के खिलाफ मामला दर्ज

NIA ने 10 जुलाई को टेरर फंडिंग मामले में जम्मू-कश्मीर में 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। इस रेड से एक दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर सरकार के 11 कर्मचारियों को आतंकी कनेक्शन होने के चलते नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। इसमें से दो आरोपी हिज्बुल-मुजाहिदीन के सरगना सयैद सलाहुद्दीन के बेटे थे। हिज्बुल-मुजाहिदीन के चार कथित आंतकियों के खिलाफ सबूत मिले थे कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान से पैसे लिए थे। दिल्ली की एक कोर्ट इन चारों कथित आतंकियों पर साजिश, देश के खिलाफ युद्ध का माहौल बनाने और कई चार्ज लगाने का आदेश दिया ।

टेरर फंडिंग मामले में NIA का छापा 14 जिलों में 50 जगहों पर रेड