जानें उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद के बारे में कुछ रोचक बातें जो समाज को दिखाती हैं आईना

मुंशी प्रेमचंद का असली नाम धनपत राय श्रीवास्तव था

बचपन में ही उन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया, जिससे उनका जीवन कठिनाइयों में बीता

प्रेमचंद ने अपने साहित्यिक जीवन की शुरुआत नवाब राय नाम से उर्दू में लिखने से की थी

प्रेमचंद ने विधवा पुनर्विवाह, महिलाओं की दशा और किसानों की समस्याओं जैसे विषयों पर बहुत लिखा

मुंशी उपनाम उन्हें उनके पाठकों ने सम्मान स्वरूप दिया था

आर्थिक दबाव के बावजूद महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन में प्रेमचंद ने सरकारी नौकरी छोड़ दी थी

उनकी दूसरी शादी बाल-विधवा शिवरानी देवी से हुई, जो उस समय समाज के लिए एक साहसी निर्णय था

प्रेमचंद ने वाराणसी में सरस्वती प्रेस की स्थापना की, जहां उनके कई प्रसिद्ध उपन्यास प्रकाशित हुए

प्रेमचंद ने कई विदेशी साहित्य का हिंदी में अनुवाद किया, जिससे भारतीय साहित्य का विस्तार हुआ