नम आंखों से मां दुर्गा को विदा कर श्रद्धालु बोले - अगले बरस फिर आना मां
दुर्गा विसर्जन के साथ ही शारदीय नवरात्रि पर्व का विधिवत समापन हो गया
2 अकेटूबर को विजयादशमी के बाद नम आंखों से मां दुर्गा को विदा किया गया
यह दिन मां दुर्गा की ससुराल वापसी का प्रतीक माना जाता है
श्रद्धालुओं ने नम मन से प्रतिमाओं का विसर्जन नदी या तालाबों में किया
मां दुर्गा के साथ लक्ष्मी, सरस्वती, गणेश और कार्तिकेय का भी विसर्जन हुआ
कई शहरों में भव्य विसर्जन जुलूस निकाले गए
विसर्जन से पहले मां दुर्गा को पान और सिन्दूर अर्पित किया गया
यह अनुष्ठान सिन्दूर खेला के नाम से भी जाना जाता है, जिसमें महिलाएं सिन्दूर लगाती हैं
विसर्जन के समय ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक संगीत की गूंज सुनाई दी
विसर्जन के दौरान जय माता दी के जयकारों से पूरा माहौल भक्तिमय रहा