कई दशकों से निकाली जाती है उज्जैन के महाकाल की सवारी
महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में स्थित है और यह भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है
हर साल सावन और भाद्रपद के महीनों में महाकाल की सवारी निकाली जाती है
इस सवारी का आयोजन विशेष रूप से वहां के भक्तों के बीच बहुत धूमधाम से किया जाता है
महाकाल की सवारी का आयोजन कई दशकों से लगातार हो रहा है
इस परंपरा की शुरुआत राजा भोज ने की थी
महाकाल की सवारी में रथ और हाथी शामिल किए जाते हैं
सवारी में महाकाल की मूर्ति को रथ पर बैठाकर नगर में भ्रमण कराया जाता है
सवारी की शुरुआत सुबह के समय होती है और यह शाम तक चलती है
सवारी में भक्तों को महाकाल के दर्शन करने का विशेष अवसर मिलता है
महाकाल की सवारी को महाकाल की शक्ति और महिमा का प्रतीक माना जाता है