आमीन हुसैन, RATLAM. चैत्र नवरात्र के अंतिम दिन 30 मार्च, गुरुवार को जिले के ग्राम गोठड़ा स्थित महिषासुर मर्दिनी गोठड़ा वाली माताजी की भविष्यवाणी सुनने जनसैलाब उमड़ा। पंडा नागूलाल द्वारा की जाने वाली सालभर की भविष्यवाणी सुनने दूर-दूर से भक्त आए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में राजा के खिलाफ बहुत साजिशें हो रही हैं, राजा बहुत प्रलोभन देगा, लेकिन फिर भी राजा बदल जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि असाढ़ में आंधी तूफान से जन-धन का खूब नुकसान होगा। आने वाले साल में गर्मी भी बहुत पड़ेगी और लोग परेशान हो जांएगे। ओले खूब गिरेंगे और मावठे की बारिश भी 6-7 बार होगी। बीमारियां भी फैलेगी, पर संक्रमण काबू में होगा।
शुरुआती बारिश में बोवाई न करें, नहीं तो नुकसान तय
पंडाजी रामंचंद्र जी ने इस वर्ष भी हर साल की तरह भविष्यवाणी में साल में होने वाली कई घटनाओं का पूवार्नुमान बताया। उन्होंने असाढ़ में आंधी तूफान से जन-धन का खूब नुकसान होगा। आने वाले साल में गर्मी भी बहुत पड़ेगी। ओले खूब गिरेंगे। मावठे की बारिश भी 6-7 बार होगी। सुकून की बात होगी कि बारिश भी जल्द ही आ जाएगी, लेकिन शुरुआती बारिश में बोवाई न करें। स्वास्थ्य को लेकर कहा कि बीमारियां फैलेंगी, लेकिन संक्रमण को काबू में कर लिया जाएगा। अच्छी बात यह भी रहेगी कि फसलें आने वाले साल में अच्छी होंगी। फसलों का उत्पादन भी अच्छा होगा, लेकिन धैर्य रखना पड़ेगा।
ये खबर भी पढ़ें...
राजनीति से जुड़ी जानकारी के लिए पहुंचे विधायक
इस वर्ष चुनावी साल होने की वजह से कई लोगों के मन में राजनीतिक प्रश्न भी थे, जिस पर गोठड़ा माताजी की भविष्यवाणी में राजनीतिक उठापटक और हेर फेर होने की बात कही गई है। राजनीति से जुड़ी जानकारी के लिए खाचरोद विधानसभा के भाजपा से पूर्व विधायक दिलीप सिंह शेखावत, कांग्रेस के वर्तमान विधायक दिलीप गुर्जर और उनके समर्थक भी यहां पहुंचे। दोनों राजनेताओं ने राजनीतिक भविष्यवाणी के ऊपर अपने-अपने अर्थ निकाले हैं।
हर वर्ष मलेनी नदी के तट पर लगता है मेला
बता दें कि रतलाम की सीमा के आखरी गांव से सटे उज्जैन जिले की खाचरोद तहसील के गोठड़ा गांव में हर वर्ष मलेनी नदी के तट पर मां महिषासुर मर्दिनी की भविष्यवाणी का आयोजन किया जाता है। मान्यता है कि माता के इष्ट प्राप्त पंडितजी के मुख से माता स्वयं भविष्यवाणी करती है। इस भविष्यवाणी में खासकर कृषि, मौसम मुहूर्त और फसलों के दाम संबंधित सटीक भविष्यवाणी की जाती है। यही वजह है कि केवल आसपास के जिलों से ही नहीं बल्कि गुजरात और राजस्थान से भी गोठड़ा माताजी की भविष्यवाणी सुनने के लिए श्रद्धालु और किसान यहां पहुंचते हैं।