जानें भारत की पहली महिला टीचर सावित्रीबाई फुले के संघर्ष की कहानी
उन्होंने जातिवाद, बाल विवाह और सती प्रथा के खिलाफ आवाज उठाई थी
सावित्रीबाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका थीं
1848 में उन्होंने भारत का पहला महिला विद्यालय स्थापित किया था
सावित्रीबाई ने महिलाओं और दलितों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया था
सावित्रीबाई फुले एक प्रेरणादायक कवयित्री भी थीं
उन्होंने भारत में पहला सार्वजनिक पुस्तकालय स्थापित किया था
सती प्रथा के खिलाफ आंदोलन में सक्रिय भाग लिया था
सावित्रीबाई ने दलितों के लिए शिक्षा और रोजगार के अवसर सुनिश्चित किए थे
1897 में प्लेग महामारी के दौरान पीड़ितों की सेवा करते हुए उन्होंने अपनी जान गवां दी थी