ग्वालियर में बीजेपी के एक नेता श्मशान में दिए जलाकर करते हैं दीपोत्सव की शुरुआत , आज शाम को जगमगाएंगे मुक्तिधामों में दिए

author-image
Dev Shrimali
एडिट
New Update
ग्वालियर में बीजेपी के एक नेता श्मशान  में दिए जलाकर करते हैं दीपोत्सव की शुरुआत , आज शाम को जगमगाएंगे मुक्तिधामों में दिए

GWALIOR.बीजेपी  के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा लगातार दसवें वर्ष दीवाली उत्सव की शुरुआत ग्वालियर शहर के मुक्तिधामों पर दीप  प्रज्वलित करेंगे। आज शाम वे हर दिवाली की भांति  शहर के प्रमुख श्मशानों में पहुंचकर दीप जलाएंगे। यह दीप पुरखों के नाम पर जलाए जाएंगे। 





पुरखों के नाम पर जलाएंगे दीप 





बीजेपी के जिला अध्यक्ष ने बताया कि इस बार भी पांच दिवसीय दीपोत्सव के दूसरे दिन नरक चौदस पर पुरखों के नाम जलते दीयों से ग्वालियर शहर के मुक्तिधाम जगमग होंगे। ग्वालियर में इस बार भी भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सांसद प्रभात झा के नेतृत्व में छोटी दीपावली 23 अक्टूबर को अनूठी परंपरा का निर्वाह होगा जब वे कार्यकर्ताओं एवं आमजनों के साथ मुक्तिधाम में दिये जलाए जाएंगे। खास बात यह है कि अपने पुरखों के प्रति आस्था व कृतज्ञता जताने वाले इस प्रेरणामयी आयोजन में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ प्रत्येक वर्ग के ग्वालियर वासियों की भी सक्रिय भागीदारी होती है । ग्वालियर में  झा द्वारा शुरू की गई इस अनूठी परंपरा से प्रेरणा ग्रहण कर देश के अन्य कई प्रमुख शहरों में भी नरक चौदस के दिन जनप्रतिनिधियों द्वारा पुरखों को समर्पित करते हुए दिए जलाए जा रहे हैं। 





बीजेपी में झा ने शुरू की थी यह परम्परा 





 ग्वालियर शहर में प्रभात झा द्वारा कई वर्ष पूर्व प्रारंभ की गई भारतीय धार्मिक परंपराओं को समर्पित यह परंपरा अनूठी एवं अनुकरणीय बन गई है। बताया गया कि भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सांसद प्रभात झा आज  सायं 4 बजे मुरार मुक्तिधाम पर, सायं 4.30 बजे चार शहर का नाका एवं सायं 5 बजे लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम पर पूर्वजों की याद में दीपदान करेंगे। छोटी दीपावली को नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है। इतना ही नहीं इसे काली चौदस और नरक चौदस के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन शाम के समय घरों में दीपक जलाने की परंपरा है। इस दिन यमराज की पूजा का विशेष महत्व है। कहते हैं कि इस दिन दीपक जलाकर यमदेव की पूजा करके उनके असमय मृत्यु और बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन संध्याकाल में यमराज के निमित्त दीपदान करने से मृत्यु का भय नहीं सताता और नरक से मुक्ति मिलती है।





कल होगा वीरांगना की समाधि पर दीपदान 





 1857 के क्रांति में वीरांगना लक्ष्मीबाई के बलिदान के लिए ग्वालियर के सिंधिया शासकों को दोषी ठहराकर सिंधिया परिवार पर निशाना साधने वाले  झा 24 अक्टूबर बड़ी दीपावली को प्रभात झा वीरांगना लक्ष्मीबाई समाधि पर भाजपा कार्यकर्ताओं एवं आमजनों के साथ सांय 4.30 बजे दीपदान कर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। यहाँ उल्लेखनीय है कि अब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया स्वयं भी वीरांगना के समाधि पर मत्था टेकने जा चुके हैं और हाल ही में जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ग्वालियर प्रवास के दौरान सिंधिया के महल जयविलास पैलेस में शाही डिनर करने पहुंचे थे तब वहां सिंधिया मम्यूजियम में बने मराठा गैलरी का उदघाटन भी कराया था इसमें वीरांगना लक्ष्मीबाई का चित्र भी मराठा क्षत्राणियो में लगाया गया है। 



Diyas are put in the crematorium on the fourteenth hell a lamp is placed in the names of the ancestors by lighting diyas at the Muktidhams Prabhat Jha will light the lamp in the crematoriums a lamp is donated in the name of the ancestors. नरक चौदस पर श्मशान में लगाते हैं दिए एक दिया पूवजों के नाम ग्वालियर में मुक्तिधामों पर दिए जलाकर करते हैं दीपोत्सव की शुरुआत प्रभात झा आज जलायेगे श्मशानों में दिए ग्वालियर में होता है एक दीप पूर्वजों के नाम पर दीपदान