CHHATARPUR. मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में सिद्ध बाबा मंदिर के पुजारी नारायण दास ने मंगलवार ( 28 मार्च) को 42 घंटे के लिए समाधि ले ली। 60 साल के पुजारी ने पहले 6 फीट गहरा गड्ढा खुदवाया। इसके बाद खुद इसमें लेटकर ग्रामीणों से ऊपर से मिट्टी डालने के लिए कह दिया। समाधि लेने के लिए बाबा ने इजाजत नहीं ली थी। बाबा के समाधि लेने की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और बाबा को समझाकर बाहर निकाला। हालांकि ये पहली बार नहीं है, जब इस बाबा ने समाधि लेने की कोशिश की हो। 5 साल पहले भी बाबा ने समाधि लेने की कोशिश की थी।
गड्ढे के ऊपर मिट्टी डालकर रख दिए थे 5 मटके
दरअसल छतरपुर के गोरैया गांव में पुजारी नारायण ने सिद्ध बाबा मंदिर परिसर में समाधि लेने की कोशिश की। उन्होंने इसके लिए पूरी तैयारियां कर दी थी। उन्होंने 6 फीट गहरा, 10 फीट लंबे और 2 फीट चौड़ा गड्ढा खुदवाया था। इसके बाद वह उसमें लेट गए और ग्रामीणों को उसपर मिट्टी डालने को कह दिया। ग्रामीणों ने उसपर मिट्टी डालकर पांच मटके रख दिए थे।
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जानकारी मिलते पुलिस के हाथ-पांव फूले
पुजारी के समाधि लेने की जानकारी लगते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुजारी को बाहर निकाला। इसके बाद टीम उन्हें मेडिकल के लिए अस्पताल लेकर गई। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि बाबा पहले भी समाधि ले चुके हैं और बाबा पर हनुमान जी की कृपा है।