अंकुश मौर्य, BHOPAL. बैतूल में रसूखदारों के खिलाफ खबरें लिखना पत्रकारों पर भारी पड़ रहा है। पुलिस अधिकारियों की मदद से पत्रकारों पर झूठी शिकायतें दर्ज कराई जा रही हैं। ये आरोप गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को ज्ञापन सौंपने आए बैतूल के पत्रकारों ने लगाए। दैनिक अखबार सांझवीर टाइम्स के संपादक पंकज सोनी के खिलाफ 29 अक्टूबर 2022 को एक महिला ने मारपीट की शिकायत दर्ज कराई थी। मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नर्मदापुरम की जांच में पंकज सोनी को क्लीन चिट मिल गई है। पत्रकारों ने गृह मंत्री से मांग की है कि साजिश रचने वाले रसूखदारों और घटना को अंजाम देने वाली महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए। इसके साथ ही गंज और कोतवाली थाना टीआई को हटाने की भी मांग की है।
पत्रकारों ने की गृह मंत्री से कार्रवाई की मांग
सोमवार को गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बंगले पर पहुंचे बैतूल के पत्रकारों ने महिलाओं और साजिशकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वरिष्ठ पत्रकार रामकिशोर पंवार का कहना है कि बैतूल पुलिस आरोपियों को बचा रही है। रसूखदारों के कहने पर जिला पुलिस पत्रकारों पर झूठे केस दर्ज करती है। पंकज सोनी के मामले में जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। पत्रकारों के प्रतिनिधि मंडल ने गंज और कोतवाली थाना टीआई को हटाने की भी मांग की है। वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
पत्रकार पंकज सोनी पर लगाया था आरोप
29 अक्टूबर को रेखा देशमुख नाम की महिला ने पंकज सोनी पर स्कूटी से टक्कर मारने और मारपीट करने का आरोप लगाया था। रेखा का कहना था कि वो अपनी दो सहेलियों प्रिया बारस्कर और डिंपल वर्मन के साथ विवेकानंद वार्ड में परिहार किराना के पास से गुजर रही थी। इसी दौरान पंकज सोनी ने स्कूटी के हैंडल से पीछे से टक्कर मारी थी। जिसके बाद बदसलूकी भी की थी। वहीं पंकज सोनी का आरोप हैं कि तीनों महिलाओं ने कारोबारी प्रशांत बोथरा के कहने पर साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया। महिलाओं ने उन्हें सरेआम थप्पड़ मारे थे।
आईजी ने एसीपी से कराई जांच
घटना के बाद पंकज सोनी थाने में शिकायत दर्ज कराने गए थे। दूसरी तरफ रेखा देशमुख भी महिला थाने पहुंच गई। प्राथमिक तौर पर पुलिस ने दोनों पक्षों के ही बयान दर्ज कर लिए थे। मामले ने तूल पकड़ा तो आईजी नर्मदापुरम ने एससीपी नर्मदापुरम को जांच सौंपी थी।
जांच में पंकज सोनी को मिली क्लीन चिट
एससीपी की जांच में सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। साथ ही तमाम बिंदुओं पर तहकीकात की गई। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि जिस वक्त रेखा देशमुख, पंकज सोनी के खिलाफ मामला दर्ज कराने महिला थाने पहुंची थी। वहां पहले से ही कारोबारी प्रशांत बोथरा, अधिवक्ता रजनीश जैन के साथ थाने में मौजूद थे। दोनों की उपस्थिति में ही रेखा देशमुख ने बयान दर्ज कराए थे और उसके बाद उन्हीं के साथ घर चली गई थी।
अखबार में खबर छापने की वजह से नाराजगी
दूसरी तरफ पंकज सोनी पर आरोप लगाने वाली डिंपल वर्मन, प्रशांत बोथरा की साड़ी की दुकान पर काम करती है। पंकज सोनी का आरोप हैं कि उन्होंने अपने अखबार में एक खबर छापी थी। जिससे प्रशांत बोथरा नाराज थे। लिहाजा इस बाद से इनकार नहीं किया जा सकता बोथरा ने ही सोनी के खिलाफ साजिश रची।
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तीनों महिलाओं के बयान मेल नहीं खाते
एसीपी की जांच में ये भी पाया गया कि आरोप लगाने वाली तीनों महिलाओं के बयान मेल नहीं खाते। वहीं 28 अक्टूबर के सीसीटीवी फुटैज में तीनों महिलाएं पंकज सोनी के दफ्तर के बाहर बैठी दिखाई दे रही है। 29 अक्टूबर को भी घटनास्थल पर पहले से मौजूद दिख रही है। यानी फुटैज के आधार पर पुलिस की जांच में साफ हुआ कि महिलाओं ने एक दिन पहले पंकज की रैकी की और दूसरे दिन घटना को अंजाम दिया।