देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में मरीज को चादर पर बैठाकर बहू द्वारा खींचने के मामले में कार्रवाई हुई है। ड्यूटी डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को 3 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही स्ट्रेचर की उपलब्धता ना होने के मामले में जेएएच प्रबंधक अनिल मेवाफरोस और सहायक प्रबंधक डॉ. बालेन शर्मा को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। वीडियो वायरल होने के बाद द सूत्र ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था।
बहू खींचकर ससुर को ले गई अस्पताल
गौरतलब है कि 1 हजार बिस्तर के अस्पताल में बहू द्वारा ससुर को चादर पर बैठाकर खींचे जाने का वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद मीडिया ने भी ये अमानवीय घटना प्रमुखता से उठाई और संभाग के सबसे बड़े अस्पताल की व्यवस्था पर ही सवाल खड़े होने लगे।
ड्यूटी डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ पर एक्शन
मामला मीडिया में आने के बाद आनन-फानन में अधीक्षक द्वारा अस्पताल का निरीक्षण कर इस पूरे मामले की जांच-पड़ताल की गई थी। इस मामले में जेएएच के अधीक्षक और संयुक्त संचालक ने वार्ड के ड्यूटी डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को इस बात के लिए दोषी माना कि मरीज के वार्ड से निकलने पर उन्हें जानकारी तक नहीं हुई थी, इसलिए उन्हें 3 दिन के लिए निलंबित कर दिया। इसके साथ ही प्रबंधक को भी नोटिस थमाया।
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ये था पूरा मामला
साइकिल से गिरने की वजह से 65 साल के कृष्णा ओझा के कूल्हे की हड्डी टूट गई थी, जिसके चलते वे 17 मार्च को हड्डी रोग वार्ड में भर्ती हुए थे। वे 17 मार्च को हड्डी रोग वार्ड में भर्ती हुए थे। ऑपरेशन से पहले उन्हें कार्डियोलॉजी में दिल की जांच कराने के लिए भेजा गया था, लेकिन जांच के लिए उन्हें 24 मार्च का समय दिया गया था। इसलिए कृष्णा की बहू नीता ओझा उन्हें लेकर हजार बिस्तर से जेएएच ले गई थीं, लेकिन ससुर को हजार बिस्तर भवन से बाहर तक ले जाने के लिए उन्हें स्ट्रेचर नहीं मिला, इस कारण से उन्होंने ससुर को चादर पर बैठाया और चादर खींचकर वो बाहर तक ले गईं। इसके बाद किराए के ऑटो से जेएएच तक लेकर पहुंची। जबकि मरीज को जेएएच में एक भवन से दूसरे भवन तक लाने ले जाने के लिए एंबुलेंस और ई-रिक्शा की उपलब्धता का दावा किया जाता है। इसके बाद भी मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। ये वीडियो वायरल होने के बाद यहां के दावों की पोल खुल गई।