BHOPAL. आदपुर छावनी स्थित नगर निगम की कचरा खंती में भयंकर आग लग गई। जिसके बाद यहां भोपाल के फायर स्टेशनों से एक दर्जन से अधिक दमकल व वाटर टैंकर भेजे गए, लेकिन तब तक ये आग कचरे में फैल गई और देर रात तक बचाव कार्य जारी रहा। वहीं न्यू चौकसे नगर में एक सेवानिवृत्त इंजीनियर के घर में शार्ट सर्किट से आग लगने से यहां रखा ग्रहस्थी का सामान जलकर राख हो गया। हालांकि समय रहते मौके पर पहुंच कर अग्निशमन कर्मियों ने इस पर काबू पा लिया। जिससे बड़ा हादसा बच गया।
आग लगने की सूचना दोपहर एक बजे मिली थी
नगर निगम के फायर प्रभारी रामेश्वर नील ने बताया कि आदमपुर छावनी स्थित कचरा खंती में आग लगने की सूचना दोपहर एक बजे मिली थी। जिसके बाद मौके पर छोला, माता मंदिर, बोगदा पुल और गोविंदपुरा समेत अन्य फायर स्टेशनों से एक दर्जन से अधिक दमकलें भेजी गई। कचरे में पालीथिन व कागज समेत अन्य ज्वलशील पदार्थ होने से आग पूरी खंती में फैल गई। लेकिन यहां कचरे के बीच में वाहन के जाने के लिए रास्ता नहीं था।
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पानी डालना बंद करते ही आग फिर भड़कने लगती हैः दमकलकर्मी
आनन-फानन में जेसीबी की मदद से कचरा हटाकर रास्ता बनाया गया। तब तक कचरां खंती के चारों तरफ धुंआ फैल चुका था। जिससे आग बुझाने में दमकल कर्मियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। हालांकि देर रात तक आग कम हो गई थी। लेकिन यह पुरी तरह नहीं बुझ सकी। दमकल कर्मियों ने बताया कि जैसे पानी डालना बंद करते हैं, आग फिर भड़कने लगती है। इसलिए जब तक पूरी तरह बुझ ना जाए, बचाव कार्य जारी रहेगा।
प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की टीम भी मौके पर
सोमवार को खंती का निरीक्षण भी प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के विशेष दल ने किया। गैस समेत अन्य बिंदुओं पर जांच के लिए दल मौके पर पहुंचा था। दल ने निगम के अधिकारियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने का निर्देश दिया है। साथ ही धुएं को भी बेहद हानिकारक बताया है। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड का दल आग लगने के कारणों पर प्रारंभिक रिपोर्ट भी जारी करेगा।
खंती में रोज पहुंच रहा 900 मीट्रिक टन कचरा
भोपाल की सबसे बड़ी आदमपुर कचरा खंती को लैंडफिल साइट नाम दिया गया है। यहां नगर निगम अलग-अलग तरीके से कचरा निष्पादन संबंधित काम करता है। नगर निगम के आंकड़े बताते हैं कि रोजाना आमदपुर खंती में 900 मीट्रिक टन कचरा पहुंचता है। 42 एकड़ में खंती का विस्तार क्षेत्र है। यहां कई मीट्रिक टन कचरे के पहाड़ बन चुके हैं। एनजीटी के आदेश के बाद शहरी की पुरानी खंती भानपुर को साल 2018 में बंद किया गया था। इसके बाद आदमपुर में वैज्ञानिक पद्धति से नई कचरा खंती बनाई गई।