संजय गुप्ता, INDORE. एमबीए (मिस्टर बिल्लौर फ्राम अहमदाबाद) चायवाला के खिलाफ एक बार फिर छह पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत की है। इनके साथ फ्रेंचाइजी जेने और इसमें इन्वेस्टमेंट पर भारी रिटर्न का आश्वासन देकर 55 लाख की धोखाधड़ी की गई है। पीड़ितों ने कंपनी के विवेक बिल्लौरे, प्रफुल्ल बिल्लौरे के साथ ही कंपनी के सभी पदाधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ आपराधिक षड़यंत्र करने और धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। साथ ही पुलिस से मांग की है इन सभी के खिलाफ 400 बीसी धारा के साथ धोखाधड़ी की अन्य धाराओं, जालसाजी करने में कार्रवाई की जाए। डीसीपी धर्मेंद्र भदौरिया ने मामले को सुनकर इसे जांच में लेने का कहा है और आवेदन को पुलिस जांच के लिए संबंधित थाने में भेजा गया है। उधर पहले से ही एक थाने में चल रही इस जांच में पुलिस बिल्लौरे बंधुओं को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन उनके वकील जवाब देने के लिए कुछ समय लेने का बोलकर चले गए।
इन्होंने की शिकायत
शिकायत आवेदक तन्मय चौकसे, जयति व आदित्य, प्रतीक वैरागी, पवन पाठक, आलोक पाटीदार और रूदाक्ष परदेशी द्वारा की गई है। चौकसे से 12.60 लाख, जयति और आदित्य से 11.53 लाख, वैरागी से 5.66 लाख, पाठक से 13.72 लाख, पाटीदार से 10.89 लाख और परदेशी से 11.80 लाख रुपए कंपनी द्वारा लिए गए हैं। यह निवेश फ्रेंचाइजी देने और इससे हर दिन हजारों रुपए का मुनाफा होने की बात कहकर कराया गया है।
एमबीए चायवाला ने किया चिटफंड कंपनी जैसा काम
आवेदकों ने बताया कि कंपनी ने चिटफंड कंपनी जैसी धोखाधड़ी की है। कंपनी ने इनसे फ्रेंचाइजी देने के समय एक शीट दिखाई, जिसमें था कि इतना निवेश करने पर कितनी हर दिन चाय बिकेगी और इससे कितना मुनाफा होगा और कितना कमाएंगे। यह पूरी तरह से चिटफंड कंपनी जैसा काम था, जिसमें रुपए लगाने पर इतने रिटर्न की बात होती है। कंपनी ने पूरी एक शीट इस तरह की पीड़ितों को दिखाई थी और आश्वस्त किया था कि कम से कम हर माह 77 हजार रुपए की शुद्ध आय तो होगी ही जो आगे बढ़कर दो लाख से ज्यादा की हो जाएगी। कंपनी ने पहले कहा था कि शहर में ढाई-तीन किमी के दायरे में एक को फ्रेंचाइजी देंगे, लेकिन फिर उन्होंने पास-पास में ही फ्रेंचाइजी दे दी और पीड़ितों से लाखों रुपए ले लिए।
ये खबर भी पढ़िए....
पूरे देश भर मे हो रही कंपनी के खिलाफ शिकायतें
कंपनी का इंदौर में ही अकेला मामला नहीं है, इनके खिलाफ इस तरह की धोखाधड़ी करने को लेकर इलाहाबाद, बड़ौदा, रांची, कानपुर जैसे कई शहरों में शिकायतें हुई है। कुछ लोगों ने तो कोर्ट में परिवाद भी दायर किया हुआ है।