नवीन मोदी, GUNA. बमौरी थाने के झूमका गांव में वन विभाग की जमीन पर कब्जा करते हुए खेती करने की जानकारी मिलने पर वन विभाग और पुलिस की एक संयुक्त टीम जंगल की जमीन से अतिक्रमण हटाने पहुंची। इसी दौरान जमीन पर बागड़ लगाने डाले पाइप वन विभाग के कर्मचारियों के वाहन से टूट गए। इससे महिलाएं गुस्सा हो गईं और उन्होंने टीम पर पथराव कर दिया।
कर्मचारियों ने बमुश्किल भागकर अपनी जान बचाई
अतिक्रमणकारी झूमका गांव के लोगों ने एकत्रित होकर पहले विरोध किया। इसके बाद अतिक्रमणकारियों ने कई समूह बनाकर अधिकारियों पर पथराव कर दिया। हमले से घबराए टीम के अधिकारी और कर्मचारियों ने अपना बचाव करते हुए बमुश्किल इधर-उधर भागकर अपनी जान बचाई।
अतिक्रमणकारियों ने शासकीय वाहनों पर पथराव किया
इसी दौरान समूह में एकत्र लोगों ने वहां खडे दो शासकीय वाहनों पर पथराव कर उनके कांच फोडकर वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए। मौके की नजाकत को देख संयुक्त टीम बगैर कार्रवाई के ही वापस लौट आई। मामले की रिपोर्ट बमौरी पुलिस थाने में दर्ज कराई गई है।
पहले कब्जा फिर उसी जमीन को बेच देते हैं
बता दें कि बमौरी विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों में आदिवासी-सहरिया, भील समुदाय का वर्चस्व है। ये लोग जंगल काटकर खेती की जमीन बनाने का खेल लंबे समय से कर रहे हैं फिर उस जमीन को दबंगों को रहन रखकर या बेचकर अन्यत्र जाकर दूसरी जमीन पर कब्जा कर लेते हैं। इसको लेकर कई बार खूनी विवाद भी हो चुका है।
यह खबर भी पढ़ें
ये है मामला
बमौरी विधानसभा क्षेत्र के झूमका गांव में बंजारा और मुस्लिम समेत अन्य समाज के लोग निवास करते हैं। इस गांव की भूमि राजस्व और वन विभाग के अधीन आती है। इस गांव के पास जंगल की खाली पड़ी जमीन पर लगातार कब्जे हो रहे हैं। कुछ समय पूर्व वन विभाग एसडीओ आरसी डामोर के पास शिकायत आई थी कि झूमका गांव के कुछ लोगों ने जंगल की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया है और फसल उगाने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग वन विभाग की जमीन पर बागड़ लगाने के लिए पाइप जमीन खोदकर लगा रहे हैं। जानकारी मिलने पर डामोर ने एक कार्ययोजना बनाई और उसके अनुसार वन विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम गुरुवार को झूमका गांव जा रही थी। जैसे ही वाहन झूमका गांव से निकलकर एक दूसरे अतिक्रमण को हटाने जा रही थी। इसी बीच झूमका गांव के पास ही एक दूसरी अतिक्रमण कर बांगड़ लगाए जाने के लिए पाइप गाड़ने के लिए डले हुए थे जो यहां से निकलने के दौरान वाहन के वजह से दो.तीन पाइप टूट गए। इतना होते देख लोगों ने जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं एकत्रित होकर हाथों में लाठी.डंडे और पत्थर लेकर हमला कर दिया।
वन विभाग के अफसर हमें बर्बाद करना चाहते हैं
वहीं इस मामले में ग्रामीणों का कहना था कि जमीन हमारी है, हम वर्षों से खेती करते रहे हैं। वन विभाग हमें उजाड़कर बर्बाद करना चाहता है, जबकि वन विभाग का कहना था कि हमने उनसे कहा था कि वे बमौरी आ जाएं, हम खेती के लिए जमीन दूसरे लोगों को आंवटित कर देंगे, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे।
पुलिस में दर्ज कराया मामला
बमौरी थाना प्रभारी विनय शर्मा ने बताया कि रेंजर की शिकायत पर हमने सात लोगों के खिलाफ धारा 353, 147, 148, 427, 294 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इनमें भंवर लाल बंजारा, घासी बंजारा, गोविंद बंजारा, कोमल बंजारा, मुकेश बंजारा, राजू बंजारा और अमरलाल बंजारा शामिल हैं।