जितेंद्र सिंह, GWALIOR. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रवक्ता और पूर्व महापौर प्रत्याशी रुचि राय गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। रुचि पर अपनी गाड़ी से एक छात्र को कुचलने का आरोप है। मृत छात्र की मां ने रुचि पर केस वापस ना लेने पर जान से मारने की धमकी, गाली-गलौच और धक्का-मुक्की करने को लेकर केस दर्ज करवाया है। पुलिस ने पीड़ित मां की लिखित शिकायत पर से केस दर्ज कर लिया है।
विश्वविद्यालय थाने में हुआ था विवाद
शुक्रवार (26 मई) को विश्वविद्यालय थाना पुलिस ने सड़क हादसे में मृत छात्र उज्ज्वल राणा के परिजनों को बुलाया था। थाने जाते वक्त मां आशा राणा को रास्ते में रुचि राय गुप्ता मिल गई। रुचि रास्ते में ही पीड़ित मां के साथ गाली-गलौच करने लगी और केस वापस ना लेने पर जान से मारने की धमकी देने लगी। पीड़ित वहां से चुपचाप थाने आ गई। पीछे-पीछे रुचि गुप्ता भी आ गई। रुचि ने थाने में भी पीड़ित के साथ गाली-गलौच और मारपीट कर दी। किसी तरह से पुलिस ने बीच-बचाव करके बचाया।
रुचि के दवाब में पीड़ित पर केस दर्ज
जानकारी के मुताबिक रुचि, पुलिस पर मृत छात्र की मां पर एफआईआर करने का दवाब बनाने लगी। पुलिस द्वारा रुचि की बात ना सुनने पर उसने थाने के स्टॉफ के साथ बदसलूकी शुरु कर दी। उसने पुलिस पर थाने बुलाकर पिटवाने का आरोप लगाकर वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। रुचि के दवाब में पुलिस ने पीड़ित मां आशा के खिलाफ ही केस दर्ज कर लिया।
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परिजन-रिश्तेदारों ने दिया धरना तब एफआईआर
रुचि ने पीड़ित के साथ मारपीट की। उसे जान से मारने की धमकी दी। थाने में गाली-गलौच की। केस वापस लेने का दवाब बनाया जा रहा है। बार-बार पुलिस से शिकायत करने पर भी पुलिस कार्यवाही नहीं कर रही है और उल्टा दवाब बनाने के लिए रुचि के कहने पर पीड़ित मां पर ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इसके बाद पीड़ित के परिवार और रिश्तेदारों ने विश्वविद्यालय थाने पर धरना प्रदर्शन किया। मामला तूल पकड़ता देख पुलिस ने रुचि पर आईपीसी की धारा 294, 323 और 506 का केस दर्ज कर लिया है।
रुचि की गाड़ी से छात्र की मौत का आरोप
ग्वालियर के एजी ऑफिस पुल पर 6 मार्च 2023 को प्रेस्टीज कॉलेज में पढ़ने वाले बीसीए छात्र की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। आरोप है कि छात्र की स्कूटी में जिस गाड़ी ने टक्कर मारी वह रुचि की है। हादसे के वक्त रुचि गाड़ी में मौजूद थी। गाड़ी उनके पति चला रहे थे। वह टक्कर मारने के बाद रुकने के बजाय गाड़ी को भगाकर ले गए, जिससे गाड़ी का पहिया छात्र के सिर से गुजरने से मौके पर ही मौत हो गई थी। विश्वविद्यालय थाना पुलिस ने रुचि की गाड़ी को हादसे के पांच दिन बाद एजेंसी से जब्त किया था।