इंद्रपाल सिंह, NARMDAPURAM. नर्मदापुरम में लंपी वायरस ने अपने पैर पसारना शुरू कर दिया है। अभी तक नर्मदापुरम में लंपी वायरस के 56 केस सामने आए हैं। गौवंश में लंपी वायरस के लक्षण जैसे शरीर पर छोटी- छोटी गठानें मवेशियों में बुखार के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। सभी 54 गौवंश का पशु चिकित्सक की देखरेख में इलाज चल रहा है।
5 गौवंशों के सैंपल जांच के लिए भोपाल हाई सिक्योरिटी लैब बरखेड़ी भेजे गए हैं। आपको बता दें लंपी वायरस की शुरुआत नर्मदापुरम के सिवनी मालवा से हुई थी। नर्मदापुरम में सिवनीमालवा में अभी तक 41, पिपरिया में 13 और केसला के सहेली में 2 केस पाए गए हैं। पशु चिकित्सा विभाग के अनुसार नर्मदापुरम में 2 हजार 780 गौवंश का वैक्सीनेशन किया जा चुका है।
लक्षण दिखने पर पशुओं का कराएं इलाज
पशुओं में फैलने वाली लंपी वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया है। जिलों के डॉक्टरों ने लंपी वायरस को फैलन से रोकन के लिए लक्षण दिखने पर तुरंत पशुओं का इलाज कराने के लिए निर्देश दिए हैं।
पीड़ित पशुओं में दिखते हैं ये लक्षण
पशु चिकित्सा विभाग ने बताया कि पशुओं में लंपी रोग के लक्ष्ण में शुरू में बुखार आता है और वे चारा खाना बंद कर देते हैं। इसके बाद चमड़ी पर गांठें दिखाई देने लगती है। पशु थका हुआ और सुस्त दिखाई देता है, नाक से पानी बहना और लंगड़ा कर चलता है। यह लक्षण दिखाई देने पर पशुपालक तुरंत उसे पशु अस्पताल में ले जाएं और उसका इलाज कराएं।
लंपी से ऐसे पशुओं को बचाएं
पशु चिकित्सा विभा ने बताया कि संक्रमित पशु को स्वस्थ पशु से तत्काल अलग करें। पशु चिकित्सक से तत्काल उपचार शुरू कराएं। बाजार में पशु बिक्री, पशु प्रदर्शनी, पशु संबंधी खेल ना हों। गौशालाओं में सफाई रखें। जानवरों को नहायें और उनके शरीर पर लगे कीटाणुओं का कीटनाशक दवाओं से हटाएं।