सदन में नेता प्रतिपक्ष ने दिखाया कमलनाथ के निर्देशों को ठेंगा, आदिवासियों के मुद्दे पर सदन में दो फाड़ दिखाई दी कांग्रेस

author-image
Arun Dixit
एडिट
New Update
सदन में नेता प्रतिपक्ष ने दिखाया कमलनाथ के निर्देशों को ठेंगा, आदिवासियों के मुद्दे पर सदन में दो फाड़ दिखाई दी कांग्रेस

BHOPAL. आदिवासियों पर सदन में आवाज उठाने वाली कांग्रेस विधानसभा के आखिरी सत्र में दो फाड़ नजर आई। दो फाड़ होने की वजह हैरान करने वाली है। ये मसला आदिवासियों पर अत्याचार का है। आदिवासी विधायक पांचीलाल मेड़ा ने विधानसभा में आदिवासी युवती की हत्या का मामला उठाया तो सारे आदिवासी विधायक उनके साथ हो गए और सदन से वॉकआउट कर दिया, लेकिन इस वॉकआउट में ना तो नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह थे और ना ही अन्य विधायक। जबकि कमलनाथ ने साफ निर्देश दिए थे कि आदिवासियों के मुद्दे पर पूरी कांग्रेस को एक सुर में बोलना है। इस पर जब हमने डॉ. गोविंद सिंह से पूछा तो वे बोले कि ये तो घर की बात है।





आदिवासी विधायकों ने सदन से किया वॉकआउट





कांग्रेस के आदिवासी विधायकों ने सदन से नारेबाजी करते हुए वॉकआउट किया। आदिवासियों पर अत्याचार और खासतौर पर आदिवासी महिलाओं की हत्या का मुद्दा था। कुछ दिन पहले महू में युवती की मौत का मामला सामने आया था और उसके बाद धार जिले के सागौर में आदिवासी युवती की संदिग्ध हालत में मौत का मामला आ गया। कांग्रेस के आदिवासी विधायकों ने इसे हत्या करार दिया है। पहले आदिवासी विधायक सदन में गर्भगृह में पहुंचे और जमकर हंगामा किया। इसके बाद उन्होंने सदन से वॉकआउट कर दिया।





कमलनाथ के निर्देशों को दिखाया ठेंगा





इस वॉकआउट में एक खास बात नजर आई। आदिवासियों के इस मुद्दे पर सिर्फ आदिवासी और कुछ अनुसूचित जाति के विधायकों ने वॉकआउट किया। जबकि नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह समेत अन्य विधायक सदन में बैठे रहे। स्पीकर ने नेता प्रतिपक्ष से पूछा कि क्या आप वॉकआउट में शामिल नहीं हैं तो उन्होंने कहा कि ये उनका मसला है और वे बाहर मीडिया में अपनी बात कहने गए हैं। इसमें हैरानी की बात ये है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने साफ तौर पर कहा है कि सदन में आदिवासियों के मुद्दे पर पूरी कांग्रेस को एकजुट रहना है, लेकिन सत्र के आखिरी दिन ही इस निर्देश को ठेंगा दिखा दिया गया और कांग्रेस दो फाड़ नजर आई, लेकिन नेता प्रतिपक्ष इसे घर की बात बता रहे हैं।





बीजेपी ने ली चुटकी





जब वॉकआउट को लेकर हमने आदिवासी विधायकों से ये सवाल किया तो वे साफतौर पर तो कुछ नहीं कह पाए और गोलमोल जवाब देकर अपनी बात खत्म कर दी। ये पूरा वाकया बीजेपी को भी नजर आया। बीजेपी ने इस पर चुटकी लेने में देर नहीं की। संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस तो बंटी हुई है और ये कहीं और से संचालित होती है।



Kamal Nath CONGRESS Dr. Govind Singh Madhya Pradesh Vidhansabha budget session Last day of budget session issue of tribals मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र बजट सत्र का आखिरी दिन आदिवासियों का मुद्दा