54 साल के हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया, जानें उनके बारे में 15 रोचक बातें
ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्म 1 जनवरी 1971 को हुआ था। वे ग्वालियर राजघराने के सदस्य और माधवराव सिंधिया के बेटे हैं
उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई और दिल्ली में की। बाद में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया।
2002 में उनके पिता माधवराव सिंधिया की मृत्यु के बाद ज्योतिरादित्य ने ग्वालियर की गद्दी संभाली और कांग्रेस पार्टी से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की।
वे 2007 से 2014 तक मनमोहन सिंह सरकार में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री रहे
2020 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर BJP का दामन थामा, जो भारतीय राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम था
उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद MP में कांग्रेस की सरकार गिर गई, जिससे शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीजेपी ने सरकार बनाई
ज्योतिरादित्य सिंधिया को गोल्फ खेलना बेहद पसंद है, और वे इसे तनावमुक्त होने का जरिया मानते हैं
ग्वालियर के सिंधिया राजघराने की गिनती भारत के सबसे प्रभावशाली राजघरानों में होती है
वे शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सक्रिय रूप से काम करते हैं और कई गैर-सरकारी संगठनों से जुड़े हैं
वे IPL टीम "दिल्ली कैपिटल्स" के साथ जुड़े हुए हैं
वे हिंदी, अंग्रेजी और मराठी भाषा में फ्लूएंट हैं
ग्वालियर में उनका जय विलास पैलेस भारत के सबसे बड़े महलों में से एक है, जिसमें एक संग्रहालय भी है
वे अपने पिता माधवराव सिंधिया को अपनी सबसे बड़ी प्रेरणा मानते हैं
ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने सादगीपूर्ण व्यवहार और युवाओं में लोकप्रियता के लिए जाने जाते हैं
वर्तमान में वे केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप में कार्यरत हैं और भारतीय हवाई यातायात के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं