Sootr : Latest Postshttps://thesootr.comRSS Feeden-usTue, 19 Mar 2024 15:05:34 +0530<![CDATA[Elvish Yadav: जेल से मिलकर लौटे मां-बाप ने बेटे पर लगे सभी आरोपों को ठुकराया ]]>https://thesootr.com/desh/elvish-yadav-after-meeting-jail-mom-and-dad-rejected-all-suitors-for-their-son-4369035

BHOPAL. बिग बॉस ओटीटी 2 विनर और मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव ( Elvish Yadav ) इस समय जेल में अपनी रातें बिता रहे हैं। रेव पार्टी में सांपों का जहर सप्लाई करने के मामले में एल्विश को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इस बीच खबरें थीं कि एल्विश से नोएडा पुलिस ने पूछताछ की है और उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया है कि वह सांपों का जहर मंगवाता है। हालांकि अब एल्विश की मां सुषमा यादव और पिता राम अवतार ने उन पर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। 

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नहीं कबूला उसने कोई गुनाह- सुष्मा यादव 

एल्विश पर NDPS एक्ट के तहत कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। हाल ही में एल्विश की मां सुष्मा यादव और पिता राम अवतार ने उनपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है। वहीं जेल से मिलकर लौटे मां-बाप ने बेटे एल्विश का पक्ष लेते हुए अपना दर्द बयां किया। उन्होंने बताया कि वह एल्विश से मिलकर आए हैं, उसने कोई भी गुनाह कबूल नहीं किया है। एल्विश को फंसाया जा रहा है। 

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मेरे बेटे ने ना कोई गलत काम किया है, ना कभी करेगा

आज तक में दिए एक इंटरव्यू में बात करते हुए एल्विश की मां ने बताया कि मेरे बेटे ने ना कोई गलत काम किया है, ना कभी करेगा। एल्विश कभी ऐसी पार्टियों में नहीं गया है। बच्चे का नाम है, हाइप है, इसलिए लोग उसे जानबूझकर फंसा रहे हैं। वहीं एल्विश के पिता ने बताया कि उनका बेटा निर्दोष है। उसने कभी कोई गलत काम नहीं किया। 

हर जन्म में ऐसा बेटा हो- एल्विश

वहीं एल्विश के पिता ने बताया कि हमें अपनी बात रखने का पूरा हक है। मैं हजार जन्म लूं तब भी मुझे ऐसा ही बेटा चाहिए। मेरा बेटा बिल्कुल निर्दोष है। वो इन जहरीली सांप वाले केस से कोसो दूर है। मैं उससे कल मिल कर आया हूं. मैं खुद समन लेकर गया हूं। उसने कोई कबूल नहीं किया है। हमें नहीं पता क्यों फंसाया जा रहा है।

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Tue, 19 Mar 2024 15:05:34 +053042895794289579
<![CDATA[शिवपुरी की छात्रा का कोटा से अपहरण, बदमाशों ने मांगी 30 लाख की फिरौती ]]>https://thesootr.com/state/madhya-pradesh/shivpuri-student-kidnapped-from-kota-miscreants-took-her-hostage-and-demanded-rs-30-lakh-4368885

BHOPAL. मध्य प्रदेश के शिवपुरी (  Shivpuri ) जिले की रहने वाली छात्रा ( Student ) का कोटा से अपहरण ( kidnapped ) कर लिया गया। छात्रा नीट ( NEET ) की तैयारी कर रही थी। बदमाशों ने उसके पिता के व्हाट्सएप नंबर पर छात्रा की फोटो भेजकर पैसों की डिमांड की है। फोटो में लड़की के हाथ- पैर बंधे हुए दिखाई दे रहे हैं। अपहरण करने वालों ने छात्रा को छोड़ने के एवज में 30 लाख रुपए की फिरौती की मांग की है। छात्रा के पिता शिवपुरी के बैराड़ थाना क्षेत्र में रहते हैं। इस मामले में कोटा पुलिस जांच- पड़ताल में जुटी हुई है। वहीं शिवपुरी एसपी अमन सिंह राठौड़ ने मामले की जानकारी लेने और सहयोग करने की बात कही है।

छात्रा को पहले भी मिल चुकी थी धमकी

छात्रा के पिता रघुवीर धाकड़ ( Raghuveer Dhakad ) ने बताया कि कोटा (KOTA ) पुलिस ने रात 3 बजे मामला दर्ज कर लिया है और पुलिस बेटी की तलाश में जुटी हुई है। रघुवीर धाकड़ ने बताया कि दो साल पहले उनकी बेटी इंदौर में रहती थी और वहां नीट की तैयारी कर रही थी। जहां पोहरी अनुविभाग क्षेत्र के जरियाखेड़ा गांव के रहने वाले रिंकू धाकड़ ने उनकी बेटी को परेशान किया था। इसकी शिकायत इंदौर पुलिस में दर्ज कराई गई थी। इसके बाद उनकी बेटी को अनुराग सोनी और हर्षित नाम के लड़कों से धमकी मिलने लगी थी। इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी को इंदौर से वापस शिवपुरी बुला लिया था। उनकी बेटी शिवपुरी में 6 माह तक रही, और फिर उन्होंने उसे नीट की तैयारी के लिए कोटा भेज दिया था। उसका एडमिशन विज्ञान नगर (  Admission Vigyan Nagar )  इलाके में स्थित एक कोचिंग संस्थान में करवाया गया था, और उसे उसी इलाके में एक रूम भी दिलवाया गया था। बेटी अंतिम बार दीपावली पर घर आई थी, और उससे रोज़ फोन पर बात होती थी। रविवार रात को भी बेटी की उनकी मां से बात हुई थी, जब उसने एग्जाम देकर आने की बात कही थी।

 

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Tue, 19 Mar 2024 14:59:47 +053042895944289594
<![CDATA[केंद्र सरकार से क्या चाहते हैं लद्दाख के सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक ]]>https://thesootr.com/desh/ladakh-sonam-wangchuk-demand-central-government-sixth-schedule-4367926

New Delhi: मैग्‍सेसे पुरस्‍कार से सम्मानित, पर्यावरणविद् और लद्दाख के सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक ( Sonam Wangchuk ) अपने प्रदेश के हितों को लेकर पिछले 13 दिनों से वहां सत्‍याग्रह ( आमरण अनशन ) पर बैठे हैं।  उनका कहना है कि लद्दाख (Ladakh) के लोग नाराज हैं और चाहते हैं कि केंद्र सरकार (Central Government) अपने वादे निभाए जो उसने एक बार नहीं बल्कि दो बार किए हैं। उनकी दो मुख्य मांगे हैं, पहली यह है कि लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाए और दूसरी, संविधान की छठी अनुसूची ( sixth schedule) में शामिल कर राज्य का संरक्षण किया जाना चाहिए। उनका यह सत्याग्रह 21 दिन तक चलेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि उनके सत्याग्रह का मकसद बाहरी लोगों का लद्दाख में प्रवेश रोकना नहीं है।

राज्य के लोग उनके साथ हैं

ऐसा माना जाता है कि सोनम वांगचुक को ध्यान में रखते हुए ही फिल्म कलाकार आमिर खान ने 3 इडियट्स ( 3 Idiots) फिल्म बनाई थी। लेकिन आज असली वांगचुक खासे आहत हैं और अपने प्रदेश का पर्यावरण बचाने के लिए उन्हें आमरण अनशन का सहारा लेना पड़ रहा है। उनकी मांगों को लेकर समर्थन इतना अधिक है कि सोमवार को क्षेत्र के करीब 1500 लोग उनके साथ एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठे। वह अपने राज्य के शासन में स्थानीय लोगों की भागीदारी चाहते हैं, ताकि उनका जीवन स्तर भी सुधरे और राज्य का भी विकास होगा। उनका कहना है कि उन्‍होंने कहा कि जम्‍मू-कश्‍मीर में बहाली हो रही है, लेकिन लद्दाख में क्यों नहीं की जा रही है।

हमारा दिल तो जीत लिया, लेकिन अब तो कुछ करो

उनका कहना है कि आश्वासन मिलने के बाद ही वह अपना आंदोलन स्थगित करेंगे। अपनी मांगों को लेकर लद्दाख में रोष है। हमारा आंदोलन चलता रहा है। लद्दाख संवेदनशील सीमा है, लेकिन इस मामले को लेकर केंद्र संजीदा नहीं लगता है। लद्दाख के मुद्दे दिल्ली या लखनऊ से आए लोग नहीं समझ सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि केंद्र ने 2019 में लद्दाख के लोगों का दिल जीता था, लेकिन अब लग रहा है कि जमीनी हकीकत कुछ और है। हम 24 मार्च को पूरे देश में भी अनशन करने जा रहे हैं। हमारे साथ अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं भी जुड़ रही हैं। अब लग रहा है कि केंद्र की सरकार वादा निभाने वाली नहीं है और हम इंतजार करते ही रह गए। चार सालों से अलग अलग बैठकों में कई बार हमारे मुद्दों को लेकर चर्चा हुई, लेकिन चार मार्च को साफ इनकार कर दिया गया, इसलिए हमने आंदोलन का निर्णय लिया।

किन मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं वांगचुक

वांगचुक गत छह मार्च से लेह के नवांग दोरजे मेमोरियल पार्क पर आंदोलन कर रहे हैं। बीती तीन फरवरी को भी लेह में छठी अनुसूची को लागू करने की मांग को लेकर ही वहां जबर्दस्त ठंड में एक प्रदर्शन हुआ था। उसमें केंद्र सरकार के प्रति रोष जताया गया था। उनकी मुख्य मांग यह है कि लद्दाख को पूर्ण राज्य के अलावा संविधान की छठी सूची में शामिल किया जाए। राज्य में एक और संसदीय सीट बढ़े और यहां पब्लिक सर्विस कमीशन कायम किया जाए ताकि स्थानीय लोग नौकरी पा सकें। वांगचुक के अनुसार लद्दाख के लोग उम्मीद कर रहे थे कि केंद्र शासित प्रदेश बनने के साथ-साथ लद्दाख को विधानमंडल भी दिया जाएगा और छठी अनुसूची के तहत सुरक्षा भी दी जाएगी। बीजेपी ने साल 2019 के अपने चुनावी घोषणापत्र में और बीते वर्ष लद्दाख हिल काउंसिल चुनाव के में भी लद्दाख को राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची में शामिल करने का वादा किया था। लेकिन इस पर अमल के लिए कोई कवायद नहीं दिख रही है।

छठी अनुसूची को लेकर क्यों हैं गंभीर

गौरतलब है कि इस राज्य को संविधान के अनुच्छेद 244 के तहत छठी अनुसूची में शामिल कर लिया जाएगा तो यहां जिला परिषदों का गठन किया जा सकेगा, जिनके पास राज्य के भीतर कुछ विधायी, न्यायिक और प्रशासनिक आजादी होती है। छठी अनुसूची के मुताबिक़ ज़िला परिषद की अनुमति से ही क्षेत्र में उद्योग लगाए जा सकेंगे। उनका यह भी कहना है कि हम लद्दाख़ की पहाड़ियों को बचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं। छठी अनुसूची लद्दाख जैसे जनजातीय क्षेत्र के लोगों और संस्कृतियों को सुरक्षा प्रदान करेगी, साथ ही यह भी निर्धारित करेगी कि कि इन यहां के प्राकृतिक स्थलों को दूसरों के हस्तक्षेप के बिना कैसे विकसित किया जाना चाहिए। उनका आरोप है कि छठी अनुसूची के बिना राज्य में होटलों का जाल बिछ जाएगा। लाखों लोग यहां आएंगे और जिस संस्कृति को हम सालों से बचाते आ रहे हैं उसके खोने का खतरा पैदा हो जाएगा। हमारे आंदोलन का उद्देश्य यही है।

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Tue, 19 Mar 2024 14:30:25 +053042894074289407
<![CDATA[लोकसभा चुनाव अपडेट : पशुपति पारस का कैबिनेट से इस्तीफा, शिबू सोरेन की बहू ने झामुमो छोड़ी ]]>https://thesootr.com/lok-sabha-election-2024/lok-sabha-election-2024-update-news-4367927

Delhi. रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। सोमवार को बिहार की 40 लोकसभा सीटों के लिए NDA ने शीट शेयरिंग की घोषणा कर दी। भाजपा, जदयू, लोजपा (रामविलास), राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हम के बीच सीटों का बंटवारा हो गया। वहीं, इस बंटवारे में पशुपति कुमार पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोजपा को एक भी सीट नहीं मिली है। उनकी पार्टी को पूरी तरह से गठबंधन के अंदर इग्नोर कर दिया गया है। तब से वे नाराज थे। मंगलवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने अपने त्यागपत्र का ऐलान कर दिया ।

हमारे साथ नाइंसाफी हुई है

राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने कहा कि मैंने बहुत ईमानदारी से NDA की सेवा की। पीएम नरेंद्र मोदी देश के बड़े नेता हैं, लेकिन हमारी पार्टी और व्यक्तिगत रूप से हमारे साथ नाइंसाफी हुई। इसलिए मैं केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देता हूं। 

पशुपति कुमार पारस का बयान सुनिए

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ChakreshTue, 19 Mar 2024 14:23:32 +053042884934288493
<![CDATA[CGPSC के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवाने गिरफ्तारी से बचने अस्पताल में फरमा रहे आराम ]]>https://thesootr.com/state/chhattisgarh/former-psc-chairman-resting-in-hospital-to-avoid-arrest-4367720

अरुण तिवारी, RAIPUR. पीएससी की एक परीक्षा ने छत्तीसगढ़ को पूरे देश में कुख्यात कर दिया है। ये है पीएससी का फर्जीवाड़ा, जिसकी जांच सीबीआई को सौंपी है। महादेव सट्टा कांड के बाद ये भूपेश सरकार में हुआ ये दूसरा कांड है, जिसकी गूंज विधानसभा के बाद लोकसभा चुनाव में भी सुनाई दे रही है। हैरानी की बात ये है कि बेटे बहू को डिप्टी कलेक्टर बनाने वाले तत्कालीन पीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवाने ( PSC Chairman Taman Singh Son awane ) गिरफ्तारी से बचने के लिए निजी अस्पताल में आराम फरमा रहे हैं। क्या है पीएससी की एबीसी आइए आपको बताते हैं....

ुवपुव

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ये तीन तस्वीरें देखिए। ये तस्वीरें एक निजी अस्पताल के आरामदायक प्रायवेट वार्ड की हैं। तस्वीरों में दिखाई दे रहे है पीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवाने। ये तस्वीरें गुपचुप तरीके से खींची गई हैं। इनको बीजेपी नेता ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट भी किया हैं। ये वही सोनवाने हैं, जिन पर अपने बेटे बहू समेत परिवार के सभी सदस्यों को डिप्टी कलेक्टर बनाने का आरोप है। इनकी तलाश आय से अधिक संपत्ति के मामले में ईओडब्ल्यू और भर्ती में फर्जीवाड़े के मामले में पुलिस कर रही है। गिरफ्तारी से बचने के लिए ये यहां आराम फरमा रहे हैं और यहां से खिसकने के चक्कर में भी हैं।

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बच्चों के भविष्य के साथ खुलेआम खिलवाड़

अब इस फर्जीवाड़े की सतह में जाते हैं। इस फर्जीवाड़े ने छत्तीसगढ़ के सैकड़ों युवाओं के भविष्य पर डाका डाल दिया। चयन हुआ तो अध्यक्ष, राजनेता और अफसरों के भाई भतीजों और पुत्रों का। 2021 में ये परीक्षा हुई 2023 में रिजल्ट आया। रिजल्ट आते ही ये ये विवादों में घिर गया और इस पर सवाल खड़े हो गए। पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने हाईकोर्ट में एक पीआईएल दाखिल की जिसमें इस चयन सूची पर गंभीर आपत्तियां और तथ्य पेश किए गए थे।

चयन सूची...

  • नितेश - चयन डिप्टी कलेक्टर
    टामन सिंह सोनवानी के दत्तक पुत्र

 

  • निशा कोशले - डिप्टी कलेक्टर
    नितेश की पत्नी यानी टामन सिंह की बहू

 

  • साहिल - चयन डीएसपी
    टामन सिंह के भाई के बेटे

 

  • दीपा - जिला आबकारी अधिकारी
    टामन सिंह के भाई की बहू

 

  • सुनीति जोशी - श्रम अधिकारी
    टामन सिंह की बहन की पुत्री यानी उनकी भांजी।

 

  • मीनाक्षी - डिप्टी कलेक्टर
    टामन सिंह के करीबी की बेटी

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इतना ही नहीं पूर्व सचिव के बेटे बहू, तत्कालीन सचिव के पुत्र, कांग्रेस नेताओं और अफसरों के पुत्रों के नाम भी चयनित उम्मीदवारों की सूची में आए हैं। ये मुद्दा विधानसभा चुनावों में खूब उछला और बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में ही इसकी जांच सीबीआई से कराने का ऐलान कर दिया। अब इस पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है।

असोनवाने की संपत्ति, जिसकी जांच ईओडब्ल्यू के हवाले

धमतरी के सरबादा गांव में आलीशान बंगला, 30 एकड़ जमीन, खेती बाड़ी, बड़ी बडी गाड़ियां, पोल्ट्री फॉर्म, मत्स्य और सुअर पालन का कारोबार भी है। आठवीं तक स्कूल, बच्चों को लाने ले जाने के लिए कई बसें, जामगांव में कॉलेज भी संचालित है। रायपुर, धमतरी, अम्बिकापुर, दुर्ग और जशपुर में घर और जमीनें हैं। ये संपत्ति सोनवाने ने पीएससी चेयरमैन रहते हुए अर्जित की है। ये सब बेटे बहू पत्नी और अन्य रिश्तेदारों के नाम हैं।

लोकसभा चुनाव में बना मुद्दा

ये फर्जीवाड़ा मप्र के व्यापम की तरह चुनाव के केंद्र में आ गया है। विधानसभा चुनाव के बाद भी इसकी आग अभी ठंडी नहीं हुई है। लोकसभा चुनाव में भी या मुद्दा गरमा रहा है। इसकी तपिश को देखते हुए सरकार ने एक और आयोग बना दिया है जो पीएससी की परीक्षा को पारदर्शी और फुलप्रूफ बनाने का काम करेगा ताकि योग्य उम्मीदवारों का ही इसमें चयन हो।

ये परीक्षा 121 पदों पर भर्ती के लिए आयोजित की गई थी। प्री एग्जाम में 2565 अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की। मेन्स में 509 अभ्यर्थी पास हुए। इंटरव्यू के बाद 170 कि सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई। इस सिलेक्शन लिस्ट ने ही युवाओं के सपनों को चकनाचूर कर दिया। इस बार 52 लाख से ज्यादा युवा वोटर हैं इसलिए ये मुद्दा मायने रखता है।

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Tue, 19 Mar 2024 14:15:15 +053042883334288333
<![CDATA[IPS Manoj Sharma : 12वीं फेल मनोज कुमार शर्मा को मिली बड़ी जिम्मेदारी, जानकर आपका भी दिल खुश हो जाएगा ]]>https://thesootr.com/state/madhya-pradesh/ips-manoj-sharma-promotion-manoj-promoted-to-ig-rank-previously-posted-to-dig-4367364

BHOPAL. 12th Fail वाले आईपीएस अधिकारी मनोज कुमार शर्मा ( IPS Manoj Sharma ) का प्रमोशन हो गया है, अब वो महाराष्ट्र पुलिस में आईजी बन गए हैं ( IPS Manoj Sharma promoted to IG rank ) । इसकी जानकारी मनोज ने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए लोगों को दी है। बता दें, मनोज ने 2005 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी और उसके बाद वो आईपीएस अधिकारी बने थे। उन्हें एएसपी के रूप में पहली पोस्टिंग मिली थी।

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सोशल मीडिया पर लोगों को कहा थैंक्यू 

मनोज ( IPS Manoj Sharma promotion ) ने अपने X पर पोस्ट शेयर कर लोगों को धन्यवाद किया। उन्होंने पोस्ट कर लिखा- एएसपी से शुरू हुई यात्रा आज के भारत सरकार के ऑर्डर से आईजी बनने तक जा पहुंची है, इस लंबी यात्रा में साथ देने के लिए मन से सभी का आभार। बता दें, मनोज का डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) से इंस्पेक्टर जनरल  (IG) के पद पर प्रमोशन हुआ है। 

जानिए मनोज के बारे में...

मुंबई के आईपीएस मनोज शर्मा के जीवन पर आधारित सबसे चर्चित फिल्म 12th फेल उनके जीवन संघर्षों को बताती है। मनोज बचपन में आवारा था, उसका पढ़ाई में बिल्कुल भी मन नहीं लगता था। इसलिए वह 12वीं में फेल हो गए। लेकिन, यहीं से उन्हें ये भी पता चला कि कोई तो अफसर है, जो प्रिंसिपल से भी बड़ा होता है। इसके बाद उन्होंने ठान लिया कि लोक सेवा आयोग की परीक्षा देकर एसपी बनेंगे। बता दें, अनुराग पाठक ने मनोज शर्मी की पूरी कहानी एक किताब ‘ट्वेल्थ फेल’ में लिखी है। इसी कहानी पर विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म बनी है।

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गांव से नहीं निकलता तो रह जाता निठल्ला

मनोज बचपन से ही बहुत सीधा लड़का था। वो शांत बैठा रहता था। उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता था, वह दिनभर सिर्फ गांव की गलियों में भटकता रहता था। गांव के लोग उसे निठल्ला कहते थे। किसे पता था कि एक दिन वही लड़का बड़ा अफसर बन जाएगा। मनोज के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। घर से बाहर जाकर पढ़ाई करने के उसके पास पैसे नहीं थे। वह घर पर बैठकर ही ख्वाब बुनता रहता था। समय ऐसा आया कि उसे अपने घर का खर्चा चलाने के लिए आस-पास के लोगों का गेहूं पीसना पड़ा। साथ में वह लोगों के घरों पर सफाई का काम भी करता था। कुछ समय तक उसने टैंपो भी चलाया।

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भिखारियों के साथ फुटपाथ पर भी सोए

UPSC की तैयारी के लिए दिल्ली का मुखर्जी नगर चर्चा में था, इसलिए मनोज दिल्ली पहुंच गए। दिल्ली में उन्होंने नौकरी तलाशना शुरू की, लेकिन उन्हें काम नहीं मिला। काफी दिनों तक वह भिखारियों के साथ फुटपाथ पर भी सोए। फिर उन्हें एक लाइब्रेरी में काम मिला। यहां यूपीएससी की कोचिंग शुरू की और इसी दौरान मनोज को उत्तराखंड के अल्मोड़ा की श्रद्धा जोशी से प्यार हो गया।

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...और यहां पलट गई मनोज की दुनिया

दोनों साथ में पढ़ाई करने लगे। फिर भी मनोज का सिलेक्शन नहीं हो सका, लेकिन श्रद्धा जोशी ने पीसीएस क्वालिफाई कर लिया। श्रद्धा ने मनोज का हौसला बढ़ाते हुए उसे काफी सपोर्ट किया। प्रीलिम्स और मेन क्लीयर कर लिया। किसी ने भी नहीं सोचा था कि एक 12वीं फेल लड़का एक अच्छा अफसर बन पाएगा।

 

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Tue, 19 Mar 2024 14:12:34 +053042879684287968
<![CDATA[MP Holi Special Train List: होली में घर जाने के लिए अब नहीं होना पड़ेगा परेशान, रेलवे चलाने जा रही ये स्पेशल ट्रेनें ]]>https://thesootr.com/state/madhya-pradesh/mp-holi-special-train-list-mp-railway-news-4368069

BHOPAL. होली के त्योहार में अब कुछ ही दिन बचे हैं। होली पर लगभग सभी लोग दूर-दराज से अपने-अपने परिवार पहुंचते हैं। लिहाजा, ऐसे में रेलवे स्टेशनों पर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। होली पर ट्रेनों में अतिरिक्त भीड़ को कम करने के उद्देश्य से पश्चिम मध्य रेल से भी 5 जोड़ी फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है। पश्चिम रेलवे ने होली त्योहार और यात्रियों की सुविधा को देखते हुए इंदौर-हावड़ा-इंदौर के मध्य तीन-तीन ट्रिप होली स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया है। ये ट्रेनें भोपाल मंडल (Bhopal Railway Division) से होकर गुजरेंगी। वहीं रानी कमलापति-दानापुर-रानी कमलापति (भोपाल) और जबलपुर-दानापुर-जबलपुर होली स्पेशल भी आज से ट्रेने चलेंगी। ( MP Holi Special Train ) 

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आज से चलेंगी ये ट्रेनें

  • गाड़ी संख्या 01662 दानापुर-रानी कमलापति होली स्पेशल आज दानापुर से 11.45 बजे प्रस्थान कर अगले दिन (बुधवार ) 09.50 बजे रानी कमलापति पहुंचेगी। इसके अलावा यह ट्रेन 19, 24 और 28 मार्च को भी दानापुर से चलेगी।
  • गाड़ी संख्या 01705 जबलपुर-दानापुर होली स्पेशल जबलपुर से आज 19 को 19.45 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 08.45 बजे दानापुर पहुंचेगी। यह ट्रेन 26 मार्च को भी चलेगी।
  • गाड़ी संख्या 01706 दानापुर-जबलपुर होली स्पेशल दानापुर से 20 मार्च को 11.45 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 04.15 बजे जबलपुर पहुंचेगी। इसके अलावा यह ट्रेन 27 मार्च को चलेगी।

एमपी होली स्पेशल ट्रेन सूची

  • होली स्पेशल ट्रेन संख्या 09335 इंदौर-हावड़ा स्पेशल ट्रेन दिनांक 22 और 29 मार्च को इंदौर से रात 11:30 बजे प्रस्थान कर अगले दिन रात 3:30 बजे संत हिरदाराम नगर, विदिशा, बीना एवं रास्ते के अन्य स्टेशनों से होते हुए दूसरे दिन रविवार 7 बजे हावड़ा स्टेशन पहुंचेगी।
  • गाड़ी संख्या 09336 हावड़ा-इंदौर होली स्पेशल ट्रेन 24 और 31 मार्च को हावड़ा स्टेशन से रविवार सुबह 11:05 बजे प्रस्थान कर रास्ते के अन्य स्टेशनों से होते हुए अगले दिन सोमवार को दोपहर 1:00 बजे संत हिरदाराम नगर एवं शाम 6:20 बजे इंदौर स्टेशन पहुंचेगी।
  • यह ट्रेन दोनों दिशाओं में देवास, उज्जैन, शुजालपुर, संतहिरदाराम नगर, विदिशा, बीना, सागर, दामोह, कटनीमुड़वारा, मैहर, सतना रुकेगी। इस ट्रेन में एक सेकंड एसी, तीन थर्ड एसी, बारह स्लीपर एवं चार सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे।
  • बांद्रा टर्मिनस-इंदौर स्पेशल ट्रेन (09047) 18 और 25 मार्च सोमवार को बांद्रा से 15.10 बजे चलकर रतलाम, नागदा एवं उज्जैन ठहराव के साथ मंगलवार को 6.30 बजे इंदौर पहुंचेगी। वापसी में 09048 इंदौर बांद्रा टर्मिनस स्पेशल 19 एवं 26 मार्च मंगलवार को इंदौर से 21.20 बजे चलकर रतलाम मंडल के उज्जैन,
  • नागदा एवं रतलाम स्टेशन पर ठहराव के साथ बुधवार को 12.30 बजे बांद्रा पहुंचेगी।
  • इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में बोरीवली, पालघर, वापी, वलसाड, सूरत, वडोदरा, रतलाम, नागदा और उज्जैन स्टेशनों पर ठहराव है। इस ट्रेन में 6 एसी चेयर कार और 11 थर्ड एसी इकोनॉमी कैटेगिरी के कोच रहेंगे।
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Tue, 19 Mar 2024 14:09:09 +053042886274288627
<![CDATA[MP Holi Special Train List: होली में घर जाने के लिए अब नहीं होना पड़ेगा परेशान, रेलवे चलाने जा रही ये स्पेशल ट्रेनें ]]>https://thesootr.com/web-stories/mp-holi-special-train-list-mp-railway-news-4368397 ]]>Tue, 19 Mar 2024 14:07:24 +053042892444289244<![CDATA[बिहार में घमासान : पशुपति कुमार पारस का इस्तीफा, क्या एनडीए फंसेगा! ]]>https://thesootr.com/lok-sabha-election-2024/bihar-nda-rljp-paras-india-ministry-seats-sharing-4368170

New Delhi: लोकसभा में सीटों के बंटवारे से आहत बिहार की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी ( RLJP ) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने एनडीए गठबंधन ( NDA ) से अलग होने का निर्णय ले लिया है। इसके साथ-साथ उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार में पदासीन केंद्रीय मंत्री को भी छोड़ दिया है। वह इस बात से आहत व नाराज बताए जा रहे हैं कि बिहार में एनडीए गठबंधन के बीच हुए सीट बंटवारे ( seats sharing ) में उनकी पार्टी को एक भी सीट नहीं दी गई, जबकि उनके भतीजे को पांच सीटें बांट दी गईं। पारस का आरोप है कि उनके साथ नाइंसाफी हुई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि वह विपक्षी गठबंधन INDIA में शामिल हो सकते हैं। फिलहाल बिहार में घमासान होने की संभावना है। 

पारस से कहा, उनके साथ नाइंसाफी हुई है

बिहार में सीट बंटवारे को लेकर बीजेपी और उसके सभी सहयोगी संगठनों को लोकसभा की सीटें मिली हैं, लेकिन लंबे समय तक मोदी सरकार से जुड़े पारस और उनकी पार्टी की जबर्दस्त नजरअंदाजी हुई है, जिससे माना जा रहा था कि वह कोई ‘चमत्कारिक’ निर्णय ले सकते हैं। आज पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कैबिनेट मंत्री पद से मैं त्यागपत्र की घोषणा की और यह भी कहा कि उनके साथ नाइंसाफी हुई है। उन्होंने कहा कि अब आगे की राजनीति हम अपनी पार्टी के सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर करेंगे। उनकी सलाह मशविरा के बाद ही आगे की रणनीति तय की जाएगी।

मोदी का शुक्रिया किया लेकिन…

खास बात यह है कि उन्होंने यह भी कहा कि वह पीएम मोदी के शुक्रगुजार हैं। लेकिन इस्तीफे को लेकर बहुत विस्तार से बातचीत नहीं की। अभी उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह अकेले चुनाव लड़ेंगे या विपक्षी गठबंधन INDIA से समझौता करेंगे। माना जा रहा है कि एक दो दिनों में पार्टी के सारे जिलाध्यक्षों और पदाधिकारियों और दलित सेना की बैठक होगी, उसके बाद आगे कोई निर्णय लिया जाएगा। इंडिया गठबंधन में जाने के फैसले पर पार्टी प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल का कहना है कि अभी इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। जब बैठक होगी उसी में तय होगा कि अकेले लड़ना है या किसी गठबंधन से मिलकर चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी का संसदीय बोर्ड तय करेगा कि हमारी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

चिराग को 5 सीटें दिए जाने से नाराज

माना जाता है कि पारस सीटों के बंटवारे में उनके भतीजे चिराग पासवान की एलजेपी (पासवान) को लोकसभा की पांच सीटें दिए जाने से बेहद नाराज थे। जबकि एनडीए ने उनकी पार्टी को राज्य में एक भी सीट नहीं दी। वह इस बात से भी आहत थे कि सीटों के बंटवारे की घोषणा से पहले उनसे बातचीत तक नहीं की गई। बिहार में एनडीए ने सीटों का बंटवारा कर दिया है। इनमें बीजेपी 17 और जेडीयू 16 सीटों पर चुनाव ल्रड़ेगी। अन्य सहयोगी दलों मे चिराग पासवान की पार्टी को पांच, जीतनराम मांझी की पार्टी HAM को एक, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल को भी एक सीट दी गई है। लेकिन पारस और उनकी पार्टी को बुरी तरह से दरकिनार किया गया है।

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Tue, 19 Mar 2024 13:50:23 +053042891254289125
<![CDATA[मथुरा-वृंदावन की होली खेलने का बना रहे हैं प्लान, तो रखें इन बातों का ध्यान ]]>https://thesootr.com/gallery/if-you-are-planning-to-play-holi-in-mathura-vrindavan-then-keep-these-things-in-mind-4367919 ]]>Tue, 19 Mar 2024 13:43:18 +053042890734289073<![CDATA[नवजोत सिंह सिद्धू का चुनाव लड़ने से इंकार, IPL में कॉमेंट्री करेंगे ]]>https://thesootr.com/web-stories/navjot-singh-sidhu-refuses-to-contest-lok-sabha-elections-in-the-election-season-guru-will-do-cricket-commentary-in-ipl-4368166 ]]>Tue, 19 Mar 2024 13:38:37 +053042890424289042<![CDATA[Jabalpur High Court ने अपात्र नर्सिंग कॉलेज के छात्रों को दी बड़ी राहत ]]>https://thesootr.com/video/high-court-gave-big-relief-to-the-students-of-nursing-college-all-handicapped-and-ineligible-college-students-will-now-be-able-to-appear-for-the-exam-4367884

जबलपुर के अपात्र नर्सिंग कॉलेजो के छात्रों को हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने प्रदेश के क़रीब 45 हजार नर्सिंग छात्रों के पक्ष में फैसला सुनाया है। अब सभी डिफिशियंट और अपात्र कॉलेज के छात्र भी अब परीक्षा दे सकेंगे। हाई कोर्ट के आखिरी फैसले के बाद अब प्रदेश के करीब 45 हज़ार नर्सिंग के छात्र-छात्राएं परीक्षा में बैठ सकेंगे। आपको बता दे की नर्सिंग फर्जीवाड़े कॉलेज के चलते प्रदेश में 3 साल से नर्सिंग की परीक्षाएं नहीं हो पा रही थी जिसके चलते प्रदेश के हजारों छात्र कई बार आंदोलन कर चुके हैं।

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Tue, 19 Mar 2024 12:02:00 +053042890084289008
<![CDATA[India's Youngest Billioniare : 4 महीने का बच्चा बना सबसे छोटा अरबपति ]]>https://thesootr.com/video/narayan-murthy-gave-15-lakh-shares-to-his-grandson-ekagra-murthy-in-infosys-4368093

नारायण मूर्ति ने पोते को दिए 15 लाख शेयर 

एक चार महीने का बच्चा भारत का सबसे छोटा अरबपति बन गया है....ये चार महीने का बच्चा भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस के 240 करोड़ से ज्यादा के शेयर का हकदार है...दरअसल, ये कोई और नहीं बल्कि Infosys के फाउंडर एनआर नारायण मूर्ति का पोता एकाग्र रोहन मूर्ति है...जिसे उसके दादा ने 240 करोड़ से ज्यादा के शेयर उपहार में दिए हैं...

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Tue, 19 Mar 2024 12:53:00 +053042890004289000
<![CDATA[मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज, कृष्ण जन्मभूमि विवाद से जुड़े मुकदमे एक साथ सुने जाएंगे - SC ]]>https://thesootr.com/desh/krishna-janam-bhumi-issue-supreme-court-verdict-4368311

Delhi. मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह विवाद में सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को मस्जिद कमेटी की याचिका खारिज कर दी। मस्जिद कमेटी ने इलाहाबाद HC के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें HC ने इस विवाद से जुड़े 15 मुकदमों को एक साथ जोड़कर सुनवाई करने का फैसला लिया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा- यह विषय हाईकोर्ट में ही रखें।
23 मई 2023 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि ये सभी मुकदमे एक ही तरह के हैं, जिनमें एक ही तरह के सबूतों के आधार पर फैसला होना है। लिहाजा, कोर्ट का समय बचाने के लिए ये बेहतर होगा कि इन मुकदमों पर एक साथ सुनवाई हो।

क्या है विवादित भूमि का मामला

1965 में प्रकाशित काशी के एक गजट के अनुसार, इस मस्जिद का निर्माण एक पुराने मंदिर की जगह कराया गया था। इस पर पहले मराठों और बाद में अंग्रेजों का आधिपत्य था। 1815 में बनारस के राजा पटनी मल ने 13.37 एकड़ की यह भूमि ईस्ट इंडिया कंपनी से एक नीलामी में खरीदी थी, जिस पर ईदगाह मस्जिद बनी है और जिसे भगवान कृष्ण का जन्म स्थान माना जाता है।

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ChakreshTue, 19 Mar 2024 13:18:25 +053042888704288870
<![CDATA[MP Holi Special Train List: होली में घर जाने के लिए अब नहीं होना पड़ेगा परेशान, रेलवे चलाने जा रही ये स्पेशल ट्रेनें ]]>https://thesootr.com/state/madhya-pradesh/mp-holi-special-train-list-mp-railway-news-4368069

BHOPAL. होली के त्योहार में अब कुछ ही दिन बचे हैं। होली पर लगभग सभी लोग दूर-दराज से अपने-अपने परिवार पहुंचते हैं। लिहाजा, ऐसे में रेलवे स्टेशनों पर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। होली पर ट्रेनों में अतिरिक्त भीड़ को कम करने के उद्देश्य से पश्चिम मध्य रेल से भी 5 जोड़ी फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है। पश्चिम रेलवे ने होली त्योहार और यात्रियों की सुविधा को देखते हुए इंदौर-हावड़ा-इंदौर के मध्य तीन-तीन ट्रिप होली स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया है। ये ट्रेनें भोपाल मंडल (Bhopal Railway Division) से होकर गुजरेंगी। वहीं रानी कमलापति-दानापुर-रानी कमलापति (भोपाल) और जबलपुर-दानापुर-जबलपुर होली स्पेशल भी आज से ट्रेने चलेंगी। ( MP Holi Special Train ) 

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आज से चलेंगी ये ट्रेनें

  • गाड़ी संख्या 01662 दानापुर-रानी कमलापति होली स्पेशल आज दानापुर से 11.45 बजे प्रस्थान कर अगले दिन (बुधवार ) 09.50 बजे रानी कमलापति पहुंचेगी। इसके अलावा यह ट्रेन 19, 24 और 28 मार्च को भी दानापुर से चलेगी।
  • गाड़ी संख्या 01705 जबलपुर-दानापुर होली स्पेशल जबलपुर से आज 19 को 19.45 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 08.45 बजे दानापुर पहुंचेगी। यह ट्रेन 26 मार्च को भी चलेगी।
  • गाड़ी संख्या 01706 दानापुर-जबलपुर होली स्पेशल दानापुर से 20 मार्च को 11.45 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 04.15 बजे जबलपुर पहुंचेगी। इसके अलावा यह ट्रेन 27 मार्च को चलेगी।

एमपी होली स्पेशल ट्रेन सूची

  • होली स्पेशल ट्रेन संख्या 09335 इंदौर-हावड़ा स्पेशल ट्रेन दिनांक 22 एवं 29 मार्च को इंदौर से रात 11:30 बजे प्रस्थान कर अगले दिन रात 3:30 बजे संत हिरदाराम नगर, विदिशा, बीना एवं रास्ते के अन्य स्टेशनों से होते हुए दूसरे दिन रविवार 7 बजे हावड़ा स्टेशन पहुंचेगी।
  • गाड़ी संख्या 09336 हावड़ा-इंदौर होली स्पेशल ट्रेन 24 और 31 मार्च को हावड़ा स्टेशन से रविवार सुबह 11:05 बजे प्रस्थान कर रास्ते के अन्य स्टेशनों से होते हुए अगले दिन सोमवार को दोपहर 1:00 बजे संत हिरदाराम नगर एवं शाम 6:20 बजे इंदौर स्टेशन पहुंचेगी।
  • यह ट्रेन दोनों दिशाओं में देवास, उज्जैन, शुजालपुर, संतहिरदाराम नगर, विदिशा, बीना, सागर, दामोह, कटनीमुड़वारा, मैहर, सतना रुकेगी। इस ट्रेन में एक सेकंड एसी, तीन थर्ड एसी, बारह स्लीपर एवं चार सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे।
  • बांद्रा टर्मिनस-इंदौर स्पेशल ट्रेन (09047) 18 और 25 मार्च सोमवार को बांद्रा से 15.10 बजे चलकर रतलाम, नागदा एवं उज्जैन ठहराव के साथ मंगलवार को 6.30 बजे इंदौर पहुंचेगी। वापसी में 09048 इंदौर बांद्रा टर्मिनस स्पेशल 19 एवं 26 मार्च मंगलवार को इंदौर से 21.20 बजे चलकर रतलाम मंडल के उज्जैन,
  • नागदा एवं रतलाम स्टेशन पर ठहराव के साथ बुधवार को 12.30 बजे बांद्रा पहुंचेगी।
  • इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में बोरीवली, पालघर, वापी, वलसाड, सूरत, वडोदरा, रतलाम, नागदा और उज्जैन स्टेशनों पर ठहराव है। इस ट्रेन में 6 एसी चेयर कार और 11 थर्ड एसी इकोनॉमी कैटेगिरी के कोच रहेंगे।
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Tue, 19 Mar 2024 12:43:07 +053042886264288626
<![CDATA[लोकसभा चुनाव 2024 में विधायकों पर दांव लगाने की तैयारी में कांग्रेस ]]>https://thesootr.com/state/madhya-pradesh/mp-congress-preparing-to-bet-on-mlas-in-lok-sabha-elections-2024-4367597

BHOPAL. लोकसभा चुनाव ( Lok sabha Election 2024 ) के लिए आचार संहिता लगने के बाद सियासत भी तेज हो गई। एमपी में बीजेपी ने टिकट वितरण में बाजी मार ली है। बीजेपी ने मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, लेकिन कांग्रेस ( Congress ) अभी तक सिर्फ दस टिकट की घोषणा कर पाई है। लेकिन माना जा रहा है कि मंगलवार को सीईसी ( CEC ) की बैठक के बाद तीसरी सूची जारी हो सकती है, जिसमें कई चौंकाने वाले नाम सामने आ सकते हैं। कांग्रेस इस बार युवा विधायकों पर दांव लगाने के मूड में है और कई विधायकों से बात भी कर रही है।

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क्या चाहता था कांग्रेस हाईकमान  ?

कांग्रेस आलाकमान चाहता था कि मध्यप्रदेश के सभी दिग्गज नेता कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अजय सिंह, अरुण यादव समेत जीतू पटवारी भी लोकसभा चुनाव लड़ें। लेकिन खुद कमलनाथ से लेकर जीतू पटवारी भी इसके लिए राजी नहीं हुए हैं। कमलनाथ को जहां जबलपुर से उम्मीदवार बनाने की कोशिश हो रही थी, वहीं जीतू पटवारी को इंदौर से मैदान में उतारने की रणनीति थी। अरुण यादव ने खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ गुना से मैदान में आने की बात कहकर खंडवा सीट से अपना पल्ला छुड़ा लिया है।

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इन विधायकों को मिल सकता है टिकट

दिग्गज नेताओं की इंकार के बाद पार्टी ने विधायकों और पूर्व विधायकों पर नजर जमाई है। यही वजह है कि पहली सूची में तीन विधायकों के साथ दो पूर्व विधायकों को टिकट थमाया है। वहीं शेष 18 सीटों पर भी युवा विधायकों को मजबूत दावेदार के तौर पर देखा जा रहा है। जिसमें उज्जैन से तराना विधायक महेश परमार, मुरैना सीट से जौरा विधायक पंकज उपाध्याय, जबलपुर से लखन घनघोरिया, विदिशा से सिलवानी विधायक देवेंद्र पटेल, दमोह सीट से बड़ा मलहरा विधायक रामसिया भारती, शहडोल से पुष्प राजगढ़ विधायक फुंदेलाल मार्को, मंदसौर में विधायक विपिन जैन को उतारा जा सकता है।

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भोपाल से उतर सकते हैं जयवर्धन सिंह

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ गुना से मैदान में उतरने की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन माना जा रहा है कि कांग्रेस यहां पर बीजेपी से कांग्रेस में आए पूर्व विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को मैदान में उतार सकती है। वहीं, दिग्विजय सिंह के बेटे और कांग्रेस के पूर्व मंत्री और विधायक जयवर्धन सिंह को भी यहां पर संभावित उम्मीदवार के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन खबर है कि जयवर्धन सिंह गुना के बजाय भोपाल से चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक हैं और पार्टी को अपनी राय भी जाहिर कर चुके हैं।

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इन सीटों से जानें कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस ने बची 18 सीटों के लिए जल्द ही प्रत्याशियों का एलान करेगी । उज्जैन लोकसभा से जहां महेश परमार के नाम की चर्चा है वहीं  मुरैना से पंकज उपाध्याय,  जबलपुर से लखन घनघोरिया ,विदिशा से  देवेंद्र पटेल, दमोह से रामसिया भारती, शहडोल से फुंदेलाल मार्को, मंदसौर से विपिन जैन, भोपाल से जयवर्धन सिंह और रीवा लोकसभा सीट से नीलम मिश्रा का नाम संभावित लिस्ट में है।आपको बताते के नीलम मिश्रा, रीवा के सेमरिया विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा की पत्नी हैं ।

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Tue, 19 Mar 2024 11:36:38 +053042883204288320
<![CDATA[CAA की आज अग्निपरीक्षा, सुप्रीम कोर्ट ओके करेगा या लगाएगा रोक ? ]]>https://thesootr.com/desh/citizenship-amendment-act-caa-supreme-court-central-government-4367487

New Delhi: नागरिकता संशोधन कानून ( CAA ) की आज अग्निपरीक्षा है। आज देश को यह पता चलेगा कि केंद्र सरकार ( central government) द्वारा इसे लागू करने का निर्णय न्यायसंगत है या इसे संविधान के विरुद्ध जाकर लागू किया गया है। असल में सीएए के खिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट ( supreme court ) में सुनवाई है। इन कानून के खिलाफ कोर्ट में 200 से अधिक याचिकाएं डाली गई हैं, जिनको एकसाथ क्लब कर उन पर आज से सुनवाई शुरू होगी। 

पक्ष व विपक्ष में लगातार हो रही बहस

सीएए को जब से अधिसूचित किया गया है, तब से देश में इसको लेकर खासी बहस चल रही है। इसके पक्ष में सरकार, राजनीतिक दलों व लोगों के अपने तर्क हैं, लेकिन इसके खिलाफ इफरात में सुप्रीम कोर्ट में पहुंची याचिकाएं यह भी इशारा कर रही हैं कि इसको लेकर विरोध के सुर भी तेज हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ इस पर सुनवाई करेगी। गौरतलब है कि इस कानून को साल 2019 में संसद में पारित किया गया था, लेकिन इसे हाल ही में अधिसूचित कर लागू किया गया है।

विरोध करने वाले कौन संगठन व लोग हैं

केंद्र सरकार ने हाल ही में अधिसूचना जारी कर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लागू करने की घोषणा की थी। हालांकि सरकार द्वारा अधिसूचना जारी करने के बाद इसे लेकर सवाल उठाए गए। इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 200 से ज्यादा याचिकाएं दायर की गई। सुप्रीम कोर्ट ने भी शुक्रवार को इस कानून के क्रियान्वयन पर रोक लगाने की मांग पर विचार करने के लिए सहमति जताई थी और इसके लिए आज का दिन निश्चित किया था। इस कानून का विरोध करने वालों में आईयूएमएल, असम के कांग्रेस नेता देबब्रत सैकिया, असम जातीयतावादी युवा छात्र परिषद (एक क्षेत्रीय छात्र संगठन), डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) आदि शामिल हैं।

क्या है विरोध के कारण

इस कानून को लेकर जो आपत्तियां दर्ज की गई हैं उनमें कहा गया है कि साढ़े चार साल तक इसे लागू नहीं किया गया, लेकिन अब इसे अधिसूचित करना इस पर सवाल उठाता है। सीएए में धर्म के आधार पर नागरिकता देना संविधान के प्रविधानों का उल्लंघन है। वैसे केंद्र सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि यह भारत के तीन पड़ोसी देशों से आए गैर मुस्लिम शरणार्थियों, जिनमें इनमें हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई शरणार्थी शामिल हैं, को नागरिकता देने के लिए लाया गया है और इसमें किसी की नागरिकता छीनने का प्रावधान नहीं है।

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Tue, 19 Mar 2024 11:07:09 +053042881644288164
<![CDATA[FACT CHECK : एल्व‍िश यादव की गिरफ्तारी पर मां के रोने का वीडियो वायरल, जानें क्या है सच्चाई ]]>https://thesootr.com/fact-check/video-of-mother-crying-due-to-the-arrest-of-elvish-yadav-goes-viral-the-sootr-investigated-the-authenticity-of-the-video-4367261

BHOPAL. यूट्यूबर एल्विश यादव ( Elvish Yadav ) बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं।  उन पर पार्टियों में सांपों का जहर ( Snake venom ) इस्तेमाल करने का बड़ा आरोप लगा है। एल्विश की गिरफ्तारी के बाद उनको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भी भेजा गया है। बेटे को मुसीबत में देख एल्विश की मां सुष्मा यादव का भी बुरा हाल है। बेटे की चिंता में मां रो- रोकर बेहाल हो रही हैं। उनकी मां के रोने का एक वीडियो वायरल ( video viral ) भी हो रहा है। यूजर्स इस वीडियो को एल्विश की गिरफ्तारी के बाद का बताकर शेयर कर रहे हैं।   

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'द सूत्र'  ने की वीडियो की पड़ताल तो ये आया सामने

क्या एल्विश की मां का रोते हुए वायरल हो रहा वीडियो उनकी गिरफ्तारी के बाद का है? सच्चाई जानने के लिए जब द सूत्र की टीम ने यूट्यूब पर कुछ की- वर्डस सर्च किए तो हमें ( Elvish Yadav Vlogs) के यूट्यूब चैनल पर 1 अगस्त, 2023 को अपलोड किया गया वीडियो मिला। वीडियो में 9 मिनट 32 सेकेंड पर वह सीन मिला, जिसे गिरफ्तारी के बाद का बताकर वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो के कैप्शन में लिखा है, एल्विश की मां भावुक हो गई। वीडियो देख फैंस भी काफी उदास हो रहे हैं, और एल्विश के बाहर आने की दुआ कर रहे हैं। लेकिन आपको बता दें, ये वीडियो पुराना है, जिसे फैंस अब का मान शेयर कर रहे हैं। फैंस कमेंट कर एल्विश की मां को भी हिम्मत बनाए रखने की बात कह रहे हैं।   

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नोएडा पुलिस ने किया था एल्विश को अरेस्ट

एल्विश के खिलाफ कुछ समय पहले FIR दर्ज कराई गई थी। इस मामले में नोएडा पुलिस ने एक्शन लेते हुए बीती शाम उन्हें गिरफ्तार कर लिया।  इसके बाद पूछताछ के लिए उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. इस बीच यूट्यूबर की मां का वीडियो वायरल हो रहा है।  जहां बेटे की फिक्र में रोती-बिलखती दिख रही है।  आपको बताते चलें कि, पूछताछ में एल्विश यादव ने कबूल किया है कि वो सांपों के जहर के सप्लाई मामले में आरोपी साथियों संग पहले भी मिल चुके हैं। 

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एल्विश पर क्या हैं आरोप ?

एल्विश को दोस्तों के साथ एक रेव पार्टी में स्पॉट किया गया । इस पार्टी में वो दुर्लभ सांपों को गले में डालकर एंजॉय करते दिखे थे। मामले में नोएडा पुलिस ने सेक्टर 51 से पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। PFI द्वारा चलाए गए ऑपरेशन में  एल्विश का नाम भी शामिल पाया गया था। फिलहाल एल्विश जेल में हैं।  

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Tue, 19 Mar 2024 10:50:57 +053042879614287961
<![CDATA[सबसे बड़े Liquor manufacturing Group SOM ने खरीदे 3 करोड़ के electoral bond ]]>https://thesootr.com/video/the-largest-liquor-manufacturing-company-som-bought-electoral-bonds-worth-rs-3-crore-4367316

सबसे बड़े Liquor manufacturing Group SOM ने खरीदे 3 करोड़ के electoral bond 

पॉलिटिकल पार्टीज को चंदा देने वाली कंपनियों में प्रदेश की लिकर किंग सोम ग्रुप की कंपनियां भी शामिल हैं। साल 2023 में ग्रुप की कंपनियों ने 3 करोड़ के इलेक्टोरल बांड खरीदे थे। सोम ग्रुप प्रदेश का सबसे बड़ा शराब कारोबारी ग्रुप है। हालांकि, इन ग्रुप की कंपनियों का विवादों से गहरा नाता रहा है।

 

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Tue, 19 Mar 2024 10:03:00 +053042879234287923
<![CDATA[इलेक्टोरल बॉन्ड पर मायावती ने जता दी अपनी नाराजगी, सुप्रीम कोर्ट को लेकर भी यह कह दिया ]]>https://thesootr.com/lok-sabha-election-2024/lok-sabha-elections-bsp-mayawati-supreme-court-electoral-bonds-democracy-4367312

इलेक्टोरल बांड के जरिए चंदा न लेने पर मायावती ने दूसरी पार्टियों पर गंभीर हमला बोला है। बहुजन समाज पार्टी ( BSP ) की मुखिया मायावती ( Mayawati ) ने इलेक्टोरल बॉन्ड ( Electoral Bonds) मसले पर सुप्रीम कोर्ट ( supreme court ) की कार्यवाही को सही ठहराया है। उन्होंने वे कारण भी बताए हैं कि जिसके चलते उनकी पार्टियों ने कंपनियों या संस्थाओं से चंदा नहीं लिया। मायावती का मानना है कि जनहित और देश में गरीबी व पिछड़ापन दूर करने के लिए इस तरह के बॉन्ड आड़े आते हैं। बीएसपी सुप्रीमो के अनुसार सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक सतत प्रयास है। 

सुप्रीम कोर्ट की पहल सही

बॉन्ड के जरिए चंदा न लेने पर मायावती ने भी अपने विचार व्यक्ति किए हैं, साथ ही दूसरी पार्टियों पर भी गंभीर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट लिखा है कि इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट की पहल को सही ठहराया है, साथ ही ऐसे बॉन्ड के जरिए चंदा लेने वाले राजनीतिक दलों को निशाने पर लिया है। अपनी पोस्ट में उन्होंने इस बात की भी जानकारी ली है कि उनकी पार्टी किन कारणों से बड़े-बड़े पूंजीपतियों और धन्नासेठों से चंदा नहीं लेती है।

चंदा लेने वाली पार्टियां स्वार्थ में लगी रहती हैं

अपनी पहली पोस्ट में मायावती ने कहा है कि रक्षा सौदों आदि में भ्रष्टाचार के बाद चर्चित गुप्त चुनावी बॉन्ड से उगे धनबल द्वारा देश की राजनीति व चुनाव को भी जनहित व जनमत से दूर करने की प्रक्रिया के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का ताज़ा फैसला महत्वपूर्ण है और यह संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक जरूरी व सतत प्रयास भी है। उन्होंने कहा कि ’जहां सहारा वहां इशारा’, इससे बचने के लिए बीएसपी बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों के धनबल से दूर है और जिस कारण यूपी में चार बार बनी सरकार में जनहित, जनकल्याण तथा गरीबी व पिछड़ेपन को दूर करने के लिए ऐतिहासिक पहल की गई, जबकि दूसरी पार्टियां अधिकतर स्वार्थ में ही लगी हैं।’

महंगाई, गरीबी हटाने के लिए नहीं लेते हैं चंदा

अपनी बात को और आगे बढ़ाते हुए मायावती ने तीसरी पोस्ट में कहा है कि देश में अब लोकसभा के लिए हो रहे आमचुनाव में जन व देशहित में इन बातों का खास महत्व है, तभी बहुजन हितैषी सरकार देश में बनकर लोगों को जानलेवा महंगाई, बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी व पिछड़ेपन के लाचार जीवन से मुक्ति मिल पाएगी, वरना गरीबों की गरीबी व अमीरों की अमीरी लगातार बढ़ती जाएगी।

बॉन्ड की जानकारी में बीएसपी का नाम नहीं है

गौरतलब है कि इलेक्टोरल बॉन्ड के खुलासे में पहले से ही इस बात की जानकारी मिली है कि देश की अनेक राजनीतिक पार्टियों को इसके माध्यम से चंदा मिला है, लेकिन बीएसपी को कोई चंदा नहीं मिला है। इस मसले पर पिछले दिनों बीएसपी के पूर्व विधान परिषद सदस्य और लखनऊ मंडल प्रभारी भीमराव अंबेडकर ने जानकारी दी थी कि देश में सिर्फ एक मात्र दल बहुजन समाज पार्टी ही है, जिसने किसी से भी बॉन्ड के जरिए कोई चंदा नहीं लिया। उनका यह भी कहना था कि देश की सभी पार्टियां भ्रष्ट हैं, सिर्फ बहुजन समाज पार्टी ही गरीबों की हितैषी है, इसीलिए उसे कहीं से कोई पैसा न मिलता है और न ही लेने की जरूरत है।

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Tue, 19 Mar 2024 10:41:14 +053042880694288069
<![CDATA[Infosys: एकाग्र बना भारत का सबसे छोटा अरबपति, दादा  नारायणमूर्ति ने दिए 240 करोड़ के शेयर ]]>https://thesootr.com/desh/ekagra-becomes-india-youngest-billionaire-dada-narayana-murthy-gives-shares-worth-rs-240-crores-4367440

BHOPAL. इंफोसिस ( Infosys ) के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने अपने चार महीने के पोते एकाग्र रोहन मूर्ति को 240 करोड़ से अधिक के शेयर उपहार में दिए हैं। भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस में एकाग्र रोहन मूर्ति की 15,00,000 शेयर या 0.04 प्रतिशत हिस्सेदारी हो गई है।

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एकाग्र बना भारत का सबसे छोटा अरबपति 

नारायण मूर्ति के बेटे रोहन मूर्ति और उनकी दूसरी वाइफ अपर्णा कृष्णन के बेटे एकाग्र रोहण मूर्ति को अब भारत का सबसे छोटा अरबपति कहा जाएगा। दिसंबर 2023 में एकाग्र मूर्ति का जन्म हुआ था और उसके ठीक 4 महीने बाद अब एकाग्र रोहण मूर्ति के दादा यानी देश के जाने-माने बिजनेसमैन नारायण मूर्ति ने उन्हें जन्म का तोहफा देते हुए करीब 15 लाख शेयर उनके नाम कर दिए हैं। इससे अब एकाग्र रोहण मूर्ति 240 करोड़ की संपत्ति के मालिक हो गए हैं। इसके साथ ही वह देश के सबसे छोटे अरबपति बन चुके हैं। बता दें रोहण मूर्ति की पहली शादी साल 2011 में लक्ष्मी वेणु से हुई थी। इनसे उनका 2015 में डाइवोर्स हो गया था। अपर्णा कृष्णा उनकी दूसरी पत्नी है। 

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अब कंपनी में बची इतनी हिस्सेदारी

पोते को शेयर दान में देने के बाद इन्फोसिस में नारायणमूर्ति की हिस्सेदारी 0.40 प्रतिशत से घटकर 0.36 प्रतिशत रह गई। उनके पास अब कंपनी के करीब 1.51 करोड़ शेयर हैं। फाइलिंग के अनुसार, यह लेनदेन 'ऑफ-मार्केट' तरीके से किया गया। नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति नवंबर में दादा-दादी बने जब उनके बेटे रोहन मूर्ति और पत्नी अपर्णा कृष्णन को एक बेटा हुआ। नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक और अक्षता मूर्ति की दो बेटियों के नाना-नानी भी हैं।

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Tue, 19 Mar 2024 10:32:02 +053042880064288006
<![CDATA[इंदौर में बीजेपी क्यों दे रही 8 लाख पार का नारा? देश में वोट के लिहाज से है कितनी बड़ी इंदौर सीट ]]>https://thesootr.com/state/madhya-pradesh/bjp-giving-slogan-of-crossing-rs-8-lakh-in-indore-how-big-is-indore-seat-in-terms-of-votes-in-country-4367124

संजय गुप्ता, INDORE. लोकसभा चुनाव के लिए इंदौर सीट पर 13 मई को वोटिंग होगी। इस बार सभी की नजरें इंदौर पर है कि यह वोटिंग और जीत के लिहाज से क्या नया रिकार्ड बनाता है? बीजेपी 8 लाख का पार का नारा क्यों दे रही है? क्यों यह संभव है? इसका कारण है, क्योंकि इंदौर संसदीय सीट देश में मतदाताओं की संख्या के लिहाज से छठे नंबर पर आती है, वहीं वोट डालने के मामले में साल 2019 में यह तीसरे नंबर पर थी। 

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देश में मतदाताओं की संख्या यह है नंबर वन सीट

देश में वैसे नंबर वन संसदीय सीट मतदताओं के लिहाज से मल्काजगिरी है, जो तेलंगाना में हैं। यहां पर 31.49 लाख मतदाता (साल 2019 के रिकार्ड से) थे। 

यह है मतदाताओं के लिहाज से सबसे बड़ी संसदीय सीट-
( साल 2019 के चुनाव के रिकार्ड के आधार पर) 
1-मल्काजगिरी तेलंगाना – 31.49 लाख मतदाता, 2019 में वोट डले 15.63 लाख - 49 फीसदी
2- बैंगलुरू नार्थ कर्नाटक-  28.48 लाख मतदाता, वोट डले थे 2019 में 15.60 लाख- 55 फीसदी
3- गाजियाबाद यूपी- 27.26 लाख मतदाता, वोट डले थे 2019 में 15.25 लाख-  56 फीसदी    
4- बैंगलुरू रूरल- 24.97 लाख मतदाता- वोट डले थे 16.22 लाख- 65 फीसदी
5- चेवेला (तेलंगना)- 24.42 लाख मतदाता – वोट डले थे 13 लाख- 53 फीसदी
6- इंदौर (मप्र) 23.49 लाख- वोट डले थे - 16.24 लाख- 69.33 फीसदी 
(इंदौर में अब 25.13 लाख मतदाता है)

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साल 2019 में सबसे ज्याद डले वोट में इंदौर तीसरे नंबर पर था-

1-    गुवाहटी असम- 21.78 लाख में से 17.63 लाख ने वोट डाले, 80.87 फीसदी
2-    धुबरी असम- 18.56 लाख में से 2019 में 16.85 लाख ने वोट डाले, 90.66 फीसदी
3-    इंदौर- 23.49 लाख में से 16.24 लाख ने वोट डाले, 69.33 फीसदी
4- बेंगलुरु रूरल- कुल मतदाता 24.97 लाख,65 फीसदी  डाले-16.22 

इंदौर में आठ लाख पार का नारा, बनाएगा सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड

इंदौर में इस बार आठ लाख पार की जीत का नारा दिया गया है। जिस तरह से कांग्रेस के पूर्व विधायक सहित कई नेता बीजेपी में गए हैं तो ऐसे में बीजेपी इस पर काफी गंभीर है। यह होता है तो यह सबसे बडी चुनावी जीत हो सकती है, क्योंकि बीते चुनाव में नवसारी गुजरात से सीआर पाटिल ने 6.89 लाख वोट से सबसे बड़ी जीत हासिल की थी। इंदौर में शंकर लालवानी ने 2019 के चुनाव में 5.47 लाख वोट से जीत हासिल की थी। हालांकि वोटों के लिहाज से ट़ॉप 10 जीत में नहीं थी लेकिन लालवानी ऐसे चुनिंदा सांसद में थे जिन्होंने 10 लाख से ज्यादा वोट हासिल किए थे। इस बार बीजेपी के निशाने पर कई रिकार्ड निशाने पर होंगे। हालांकि इसके लिए बीजेपी का जोर यही होगा कि वह अधिक से अधिक वोटिंग कराएं। इंदौर में लोकसभा में अभी भी 69 से 70 फीसदी के बीच ही वोटिंग होती है। 

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इन दो विधानसभा सीट पर ही बीजेपी को करना है जोर

विधासनभा चुनाव में बीजेपी के लिए विधानसभा देपालपुर और इंदौर विधानसभा पांच ही सबसे कमजोर साबित हुई थी, देपालपुर में केवल 14 हजार करीब की जीत मिली तो पांच नंबर में 15671 की। महापौर चुनाव में भी पांच नंबर से बीजेपी हारी थी। देपालपुर के कांग्रेस नेता विशाल पटेल अब बीजेपी में आ गए हैं, उधर इंदौर पांच में अब सत्तू की वैसी सक्रियता नहीं दिख रही है और ना ही महापौर चुनाव लड़ने वाले संजय शुक्ला अब कांग्रेस के साथ है। ऐसे में इन दोनों सीट से ही बीजेपी को बड़ी बढ़त लेने का मौका है। वहीं रही बात बाकी विधानसभा की तो इंदौर एक से 57 हजार, दो नंबर से 1.07 लाख, तीन नंबर से (सबसे छोटी विधानसभा) 14757 वोट, चार नंबर 69 हजार, राउ से 35 हजार वोट,  सांवेर से 68 हजार जैसे वोट से भारी लीड विधानसभा में ही बीजेपी ले चुकी है। ऐसे में इन सभी विधानसभाओं में अब और अधिक लीड की उम्मीद बीजेपी को है। 

सबसे बड़ी जीत वाली 10 सीटें साल 2019 में सभी जीत बीजेपी की- 

1. सीआर पाटिल (नवसारी, गुजरात) : सीआर पाटिल ने 6 लाख 89 हजार 668 वोटों से कांग्रेस के धर्मेश पटेल को हराया। 
2. संजय भाटिया (करनाल, हरियाणा) : यहां भाजपा के संजय भाटिया ने 70 फीसदी से ज्यादा, 9 लाख 11 हजार 594 वोट लेकर कांग्रेस के कुलदीप शर्मा को 6 लाख 56 हजार 142 वोटों से हराया। 
3. कृष्णपाल गुर्जर (फरीदाबाद, हरियाणा) : कृष्णपाल गुर्जर ने कांग्रेस प्रत्याशी अवतार भड़ाना को 6 लाख 38 हजार 239 वोटों से हराया। कृष्ण को 9 लाख 13 हजार 222 वोट मिले। 
4. सुभाष चंद्र (भीलवाड़ा, राजस्थान) : कांग्रेस के राम पाल शर्मा को 6 लाख 12 हजार वोटों से हराया। उन्हें 9 लाख 38 हजार 160 वोट मिले। 
5. रंजनबेन भट (वडोदरा, गुजरात) : कांग्रेस के प्रशांत पटेल को 5.89 लाख वोटों से हराया।
6. प्रवेश वर्मा (पश्चिमी दिल्ली) : महाबल मिश्रा को 5 लाख 78 हजार 486 वोटों से हराया। 
7. सीपी जोशी (चित्तौड़गढ़, राजस्थान) : कांग्रेस के गोपाल सिंह शेखावत को 5 लाख 76 हजार 247 वोटों से हराया।
8. अमित शाह (गांधीनगर, गुजरात) : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने 5 लाख 57 हजार 14 वोटों से कांग्रेस के सीजी चावड़ा को हराया है। 
9. हंसराज हंस (उत्तर पश्चिमी दिल्ली) : हंसराज हंस ने 5 लाख 53 हजार 897 वोटों से आप के गुगन सिंह को हराया। 
10. उदय प्रताप सिंह (होशंगाबाद, मध्यप्रदेश) : कांग्रेस के शैलेंद्र दीवान को 5 लाख 53 हजार 682 वोटों से हराया।

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Tue, 19 Mar 2024 09:19:40 +053042877494287749
<![CDATA[CEC- CWC Meeting : दिल्ली में आज कांग्रेस प्रत्याशियों के नामों पर लग सकती है अंतिम मुहर ]]>https://thesootr.com/lok-sabha-election-2024/congress-cec-cwc-meeting-in-delhi-today-final-approval-may-be-given-on-names-of-candidates-4366998

BHOPAL. दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय पर आज 19 मार्च को सुबह 10 बजे कांग्रेस वर्किंग कमेटी ( CWC ) की बैठक होगी। इसके बाद शाम 4 बजे केंद्रीय चुनाव समिति ( CEC ) की बैठक होगी। इन बैठकों के बाद प्रत्याशियों के नाम पर फाइनल मुहर लग सकती ( Congress List for Lok Sabha Candidates ) है। माना जा रहा है कि कांग्रेस आज उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर सकती है। मध्य प्रदेश में भाजपा ने प्रदेश की सभी 29 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस ने केवल 10 सीटों पर ही प्रत्याशी घोषित किए हैं। अभी 18 सीटों पर प्रत्याशी घोषित होना बाकी हैं ( Congress Candidate Second List in MP ) । 

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10 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार घोषित 

  1. छिंदवाड़ा-नकुलनाथ 
  2. टीकमगढ़- पंकज अहिरवार
  3. सतना-सिद्धार्थ कुशवाहा
  4. सीधी- कमलेश्वर पटेल
  5.  मंडला- ओमकार सिंह मरकाम
  6.  देवास- राजेंद्र मालवीय
  7.  खरगोन- पोरलाल खरते
  8. बैतूल-रामू टेकाम 

 

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कांग्रेस के इन नामों पर लग सकती है मुहर ( Congress Loksabha Candidate List  )

  1. मुरैना-    पंकज उपाध्याय, नीटू सिकरवार
  2. इंदौर -   अक्षय कांति बम
  3. खंडवा -   अरुण यादव
  4. राजगढ़-    रामचंद्र दांगी
  5. उज्जैन -   महेश परमार
  6. विदिशा-    देवेंद्र पटेल
  7. भोपाल-    अरुण श्रीवास्तव
  8. होशंगाबाद-    संजय शर्मा
  9. बालाघाट-    हिना कांवरे
  10. गुना-    राव यादवेन्द्र सिंह यादव
  11. ग्वालियर-    लाखन सिंह यादव, रामसेवक गुर्जर, प्रवीण पाठक
  12. झाबुआ-    कांतिलाल भूरिया
  13. जबलपुर-    दिनेश यादव
  14. दमोह-    रंजीता गौरव पटेल
  15. रीवा-    नीलम अभय मिश्रा
  16. शहडोल-    फुंदेलाल सिंह मार्को
  17. सागर-    गुड्‌डू राजा बुन्देला
  18. मंदसौर-    नंदकिशोर पटेल, दिलीप सिंह गुर्जर

इंदौर से पटवारी पहली पसंद

इंदौर लोकसभा सीट से मध्य प्रदेश के पीपीसी चीफ जीतू पटवारी (PPC Chief Jitu Patwari ) कांग्रेस की पहली पसंद हैं, लेकिन यहां से जीतू, अक्षय कांति बम को चुनाव लड़ाए जाने के पक्ष में हैं। इधर, 18 में से छह सीटों पर नाम लगभग तय हो गए हैं। विदिशा से पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान (Former CM Shivraj Singh Chauhan ) के सामने देवेंद्र पटेल और उज्जैन से महेश परमार का टिकट लगभग तय हो गया है। इनके अलावा शहडोल से फुंदीलाल सिंह मार्को, रीवा से नीलम मिश्रा, बालाघाट से हिना कावरे और राजगढ़ से रामचंद्र दांगी का नाम भी लगभग फाइनल है। कांग्रेस ने अभी तक 10 नाम ही तय किए हैं, जबकि खजुराहो लोकसभा सीट को कांग्रेस ने अपने सहयोगी दल समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ रखी है । जबलपुर लोकसभा सीट से इकलौते विधायक लखन घनघोरिया का नाम आगे आया है। यहां से दिनेश यादव, सत्येंद्र यादव और सौरभ शर्मा के नाम पर भी चर्चा हुई। होशंगाबाद से संजय शर्मा और मनीष राय। मंदसौर लोकसभा से पूर्व विधायक दिलीप गुर्जर और नंद किशोर यादव के नाम पर चर्ची हुई है।

 

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Tue, 19 Mar 2024 07:14:00 +053042876174287617
<![CDATA[Nursing College Exam: नर्सिंग कॉलेज मामले में HC का बड़ा फैसला, अपात्र पाए गए कॉलेजों के स्टूडेंट को भी परीक्षा में शामिल होने की मंजूरी ]]>https://thesootr.com/web-stories/hc-big-decision-nursing-college-case-students-of-colleges-found-ineligible-are-also-allowed-to-appear-in-examination-4366877 ]]>Tue, 19 Mar 2024 08:02:48 +053042874634287463<![CDATA[शिवराज का सोनिया और राहुल पर सबसे बड़ा हमला, दिशाहीन बताया ]]>https://thesootr.com/lok-sabha-election-2024/bhopal-madhya-pradesh-shivraj-singh-chauhan-congress-soniya-gandhi-loksabha-election-rahul-gandhi-4362907

Bhopal: बीजेपी के वरिष्ठ नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ( Shivraj singh chauhan ) ने कांग्रेस ( congress ), सोनिया गांधी ( sonia gandhi ) व राहुल गांधी ( rahul gandhi ) पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस एक ऐसा दल बन गया है, जिसके पास न सेना बची है और न ही सेनापति। उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी तो ऐसे कप्तान हैं जिन्हें पता ही नहीं कि कब क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। कांग्रेस की दशा इतनी अधिक खराब हो गई है कि पार्टी की सर्वोच्च नेता सोनिया गांधी ने चुनाव लड़ने के बजाय ‘चोर दरवाजे’ से संसद में आने का रास्ता चुका। उन्होंने कहा कि इन दोनों नेताओं की सरपरस्ती के चलते दो दर्जन मुख्यमंत्रियों समेत अनेक नेताओं ने पार्टी छोड़ दी। इस दौरान पार्टी ने रिकॉर्ड चुनाव भी हारे हैं। 

कई चुनाव हारे, 12 पूर्व सीएम समेत कई नेता पार्टी छोड़ गए

पूर्व मुख्यमंत्री चौहान विदिशा से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। भोपाल में उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होने कांग्रेस पार्टी, उसके नेताओं को तो तो आड़े हाथों लिया ही साथ ही 'इंडिया' गठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने आंकड़ों सहित जानकारी दी कि वर्ष 2013-14 के बाद कांग्रेस ने लगभग 52 चुनाव हारे हैं। पार्टी के 12 पूर्व मुख्यमंत्रियों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया तो 47 बड़े व छोटे नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है। अब कांग्रेस एक ऐसा दल बन गया है जिसके पास न सेना है और न ही सेनापति। उन्होंने कांग्रेस छोड़ने वालों के नाम बताए जिनमें हेमंत सरमा बिस्वा, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैप्टन अमरिंदर सिंह, प्रियंका चतुर्वेदी, मिलिंद देवड़ा, जतिन प्रसाद, गुलाम नबी आजाद समेत कई ऐसे बड़े नेता शामिल हैं। 

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राहुल दिशाहीन, सोनिया का आत्मविश्वास डगमगाया

शिवराज सिंह चौहान ने सबसे तीखा हमला राहुल गांधी पर किया और कहा कि वह ऐसे कप्तान हैं, जिन्हें यह पता ही नहीं है कि कब क्या करना चाहिए। जब उन्हें चुनाव की तैयारी करनी चाहिए तो वह यात्रा करते हैं। जब उन्हें यात्रा करनी चाहिए तो विदेश में छुट्टी मनाते हैं और चुनाव में हारने के बाद ईवीएम को लेकर शोर मचाने लग जाते हैं। कांग्रेस के पास न तो दिशा है और न दृष्टि है। इसलिए कांग्रेस की दशा भी बहुत खराब हो रही है। उन्होंने तंज किया और कहा कि कांग्रेस के समझदार नेता पार्टी की खराब हालत देखकर इसे छोड़ रहे हैं। पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने भी चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया और राज्यसभा के जरिए पिछले दरवाजे से एंट्री ले ली। अब कोई कल्पना कर सकता है कि उस पार्टी का क्या होगा जिसके सबसे बड़े नेता का आत्मविश्वास डगमगा गया है।

वह ‘इंडिया' गठबंधन को भी नुकसान पहुंचाते हैं

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जहां भी जाते हैं, न केवल अपनी पार्टी को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि अखिलेश यादव (सपा), तेजस्वी यादव (राजद) और अरविंद केजरीवाल (आप) जैसे ‘इंडिया' गठबंधन के सहयोगियों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। उन्होंने दावा किया कि अबकी बार 400 पार भाजपा का मंत्र नहीं है। ये जनता की उद्घोषणा है। धारा 370 समाप्त करके जो काम भाजपा ने किया है इससे 370 सीट भाजपा और एनडीए 400 के पार जाएगी।

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Tue, 19 Mar 2024 08:01:57 +053042874584287458
<![CDATA[4 सीटों पर Congress को प्रत्याशी मिलना मुश्किल, कैसे बनेगी बात ? ]]>https://thesootr.com/state/madhya-pradesh/difficult-for-congress-to-get-candidates-on-4-seats-how-will-things-be-resolved-4364260

BHOPAL. मोदी की गारंटी और राम मंदिर की आंधी के बीच कांग्रेस ( Congress ) को मध्यप्रदेश में चार सीटें जीतने की उम्मीद है। ये कौन सी चार सीटे हैं जिन पर कांग्रेस पूरी ताकत झोंक देना चाहती है और नई रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है। इन सीटों पर तफ्सील से बात तो होगी ही। साथ ही ये भी बताएंगे कि ये चार लोकसभा सीटों की रेस कांग्रेस के लिए कितनी मुश्किल होने वाली है। रेस तो क्या है इसे हर्डल रेस यानी कि बाधा दौड़ कहा जाए तो ज्यादा बेहतर होगा। क्योंकि हर सीट पर कांग्रेस को एक नहीं कई बाधाओं का सामना करना है। तो चलिए एक-एक सीट के साथ बात करते हैं एक-एक चुनौती की।

छिंदवाड़ा सीट की पूरी जिम्मेदारी बंटी साहू की

कांग्रेस किन सीटों पर बड़ा दांव खेलने के मूड में है उस पर बात करने से पहले एक बार फिर ये याद दिलाना जरूरी है कि बीजेपी प्रदेश की 28 लोकसभा सीटों पर काबिज है। कांग्रेस के खाते में सिर्फ एक ही सीट है वो है छिंदवाड़ा और इस पर नकुलनाथ सांसद है। कांग्रेस ने एक बार फिर नकुलनाथ को ही इस सीट से टिकट दिया है और बीजेपी ने इस सीट से मैदान में बंटी साहू को उतारा है। बंटी साहू वही प्रत्याशी हैं जो कमलनाथ से बीता विधानसभा चुनाव हार चुके हैं। इस सीट पर हार जीत की पूरी जिम्मेदारी बंटी साहू की ही है। बीजेपी ने मध्यप्रदेश में पूरे पत्ते खोलते हुए हर सीट पर प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है, जबकि कांग्रेस ने 10 ही सीटों पर टिकट क्लीयर किए हैं। 8 सीटों पर चेहरे चुनने का काम जारी है। रही बात एक सीट की तो वो सीट है खजुराहो। जिस पर गठबंधन के तहत सपा को प्रत्याशी खड़ा करना है।

कांग्रेस की ताकत वाली इंदौर, भोपाल, राजगढ़ और गुना सीटें

जिन सीटों पर कांग्रेस ने अब तक प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया उन्हीं सीटों में वो चार सीटें भी शामिल हैं जिन पर कांग्रेस बड़ी ताकत लगाना चाहती हैं। ये चार लोकसभा सीटें हैं इंदौर, भोपाल, राजगढ़ और गुना। जहां बीजेपी ने अपने पत्ते खोले और उसके बाद ही कांग्रेस की पुरानी रणनीति या पुरानी तैयारी बेकार चली गई। बात इंदौर से ही पहले शुरू करते हैं...

इंदौर में कांग्रेस के लिए स्पीडब्रेकर बनी बीजेपी 

इंदौर सहित पूरे मालवा में कांग्रेस को मजबूत करने और कार्यकर्ताओं में ऊर्जा फूंकने के लिए पार्टी ने जीतू पटवारी को प्रदेश की कमान सौंप दी, लेकिन ये नया ओहदा पटवारी के लिए बड़ी चुनौती बनकर आया है जबकि समय बहुत कम है। रोड पर चलते हुए कभी आपने देखा है ऐसे स्पीडब्रेकर भी होते हैं जो एक के बाद एक लगातार आते ही चले जाते हैं और हर गाड़ी सवार संभलने से पहले ही झटके पर झटके महसूस करता है। इंदौर में कांग्रेस के लिए वही स्पीडब्रेकर बन चुकी है बीजेपी जो कांग्रेस को संभलने से पहले ही एक नया झटका दे देती है। कांग्रेस को इंदौर से जितने चेहरों से आस थी वो अब केसरिया रंग में रंग चुके हैं। विधानसभा चुनाव हारने के बाद इंदौर से संजय शुक्ला को लोकसभा का टिकट मिल सकता था। लेकिन वो उससे पहले ही भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद कांग्रेस के पास दूसरा विकल्प थे पंकज संघवी। संघवी को ही कांग्रेस ने पिछली बार भी लोकसभा का टिकट दिया था। वो 5 लाख से ज्यादा वोट हासिल करने में कामयाब भी रहे थे, लेकिन पंकज सिंघवी को बीजेपी रास आई। इस सीट से खुद जीतू पटवारी के चुनाव लड़ने की भी संभावना जताई जा रही है, लेकिन ये भी आसान नहीं है। जीतू पटवारी खुद विधानसभा का चुनाव हार चुके हैं। ऐसे में अपनी साख बचाना उनके लिए मुश्किल भी हो सकता है। अब कांग्रेस की निगाह अक्षय बम और विशाल पटेल पर टिकी है। इसके अलावा कांग्रेस महिला उम्मीदवार को उतारने पर भी विचार कर सकती है।

राजगढ़ में भी कांग्रेस को मुफीद प्रत्याशी की तलाश

अब बात करते हैं राजगढ़ सीट की। ये सीट कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह का गढ़ है। दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह खुद इस सीट से लंबे समय तक सांसद रहे हैं। बीच का उनका कार्यकाल बीजेपी में भी गुजरा और वो बीजेपी सांसद भी रहे। उनके बाद इस सीट से दिग्विजय सिंह के ही करीबी नारायण सिंह आमलाबे चुनाव जीते। 2014 से ये सीट बीजेपी के कब्जे में है। लिहाजा इसे बीजेपी का गढ़ नहीं कहा जा सकता। इस चुनाव में कांग्रेस की कोशिश है कि वो अपना गढ़ वापस हासिल कर सके। इसलिए मुफीद प्रत्याशी की तलाश है। बीजेपी ने एक बार फिर इस सीट से रोडमल नागर का टिकट दोहराया है। अब कांग्रेस की नजर दिग्विजय सिंह पर टिकी है। उनके अलावा प्रियव्रत सिंह खींची भी टिकट हासिल कर सकते हैं। खबर है कि आलाकमान के सामने उन्होंने कुछ शर्ते रखी हैं अगर वो मान ली जाती हैं तो वो चुनावी समर में उतर सकते हैं। गाहे बगाहे यहां से जयवर्धन सिंह को टिकट मिलने की भी अटकलें लगती रहती हैं, लेकिन इसकी संभावना न के बराबर है।

 भोपाल के लिए कांग्रेस से कोई बड़ा चेहरा राजी नहीं 

अब बात करते हैं भोपाल सीट की। भोपाल के किले में सेंध लगाना कांग्रेस के लिए दूर की कौड़ी साबित हो रहा है। पिछले चुनाव में ये एक हाई प्रोफाइल सीट बन गई थी। एक तरफ कांग्रेस के कद्दावर दिग्विजय सिंह थे तो दूसरी तरफ हिंदुत्व की फायरब्रांड नेत्री प्रज्ञा ठाकुर थीं। मुकाबला इतना दिलचस्प था कि इस सीट पर विदेशी मीडिया भी नजर गढ़ाए बैठा था। बीजेपी से उसका गढ़ छीनने के लिए दिग्विजय सिंह ने दिन रात एक किए। वो खुद अपना वोट कास्ट करने तक नहीं जा सके। इसके बावजूद भोपाल उनके हाथ से निकल गया। इस बार बीजेपी ने यहां से आलोक शर्मा को टिकट दिया है। आलोक शर्मा भोपाल के महापौर भी रहे हैं। कांग्रेस की मजबूरी ये है कि इस सीट से अब तक कोई बड़ा चेहरा कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ने के लिए राजी नहीं है। फिलहाल इस सीट से पूर्व अधिकारी जीपी माली, अरुण श्रीवास्तव, मेजर जनरल श्याम श्रीवास्तव का नाम टिकट की रेस में आगे चल रहा है, लेकिन कांग्रेस इसके आगे भी प्रत्याशी चयन के लिए नाम खंगाल रही है। कांग्रेस की कोशिश है कि इस सीट पर सामाजिक, जातिगत समीकरण साधते हुए कोई ऐसा प्रत्याशी मिले जो ऊर्जावान हो और भोपाल के लिए जाना माना भी हो। 

गुना से कांग्रेस की यादव प्रत्याशी पर नजर 

बात गुना सीट की करते हैं। इस सीट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया को ही टिकट मिलने से बड़ा ट्विस्ट आ चुका है। इस सीट को लेकर और सिंधिया को लेकर चुनावी बाजार में बहुत से अटकलें घूमती रही हैं। बीच में खबर थी कि सिंधिया ग्वालियर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। फिर ये भी अटकलें लगती रहीं कि राज्यसभा का कार्यकाल बचा होने की वजह से सिंधिया को शायद ही चुनावी मैदान में उतारा जाए। हालांकि, उनके नाम पर मुहर लगने के बाद सारी अटकलें सिरे से खारिज हो गई हैं। सिंधिया को टिकट मिला तो कांग्रेस को उम्मीद की किरण केपी यादव में नजर आई। जिन्होंने पिछले चुनाव में सिंधिया को पटखनी दी थी। टिकट कटने के बाद भी केपी यादव कांग्रेस के साथ जाने को तैयार नहीं हुए। फिलहाल उनका फैसला बीजेपी में टिके रहना ही है। अब इस क्षेत्र के यादव मतदाताओं को देखते हुए कांग्रेस अरूण यादव के भाई सचिन यादव को भी टिकट दे सकती है। बीच-बीच में खुद अरुण यादव का नाम सुनाई देता है, लेकिन पार्टी उनका किसी और सीट पर ज्यादा बेहतर इस्तेमाल कर सकती है।

कांग्रेस की अगली लिस्ट से पता लगेगा 

इन सीटों पर थोड़ दमदार चेहरे तलाशने के अलावा कांग्रेस के सामने महिला प्रत्याशियों को साधने की भी चुनौती है। बीजेपी की पहली लिस्ट में चार महिलाओं के नाम थे, लेकिन कांग्रेस की पहली लिस्ट में किसी महिला को जगह नहीं मिली। जबकि बीजेपी की पहली लिस्ट के बाद ही कांग्रेस ने महिला आरक्षण की दुहाई देना शुरू कर दिया था। अब खुद कांग्रेस को महिलाओं नेतृत्व को आगे लाने की चुनौती भी पार करनी है। बहुत जल्द कांग्रेस की अगली लिस्ट जारी होने की संभावना है। हो सकता है कांग्रेस मध्यप्रदेश में अपने पूरे पत्ते खोल दे। उसके बाद ये तय हो सकेगा कि अपनी प्लानिंग और स्ट्रैटजी पर कितनी मजबूती से टिकी है।

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Mon, 18 Mar 2024 22:45:00 +053042871624287162
<![CDATA[राशिफलः आज इन पर होगी हनुमानजी की कृपा, जानिए कौन सी हैं वो राशियां ]]>https://thesootr.com/desh/horoscope-hanumanji-will-bless-them-today-know-which-are-those-zodiac-signs-4364345

BHOPAL. वैदिक ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियों का वर्णन किया गया है। हर राशि का स्वामी ग्रह होता है। ग्रह-नक्षत्रों की चाल से राशिफल ( horoscope ) का आकलन किया जाता है। 19 मार्च 2024 को मंगलवार है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित होता है। इस दिन विधि-विधान से हनुमान जी की पूजा-अर्चना की जाती है। हनुमान जी की पूजा-उपासना करने से जीवन की सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। ज्योतिष गणनाओं के अनुसार, 19 मार्च का दिन कुछ राशि वालों के लिए बेहद शुभ होने वाला है तो कुछ राशि वालों को जीवन में छोटी-मोटी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं, 19 मार्च 2024 को किन राशि वालों को होगा लाभ और किन राशि वालों को रहना होगा अलर्ट।

राशिफल में जानिए कौन सी हैं वो राशियां...

मेष
पेशेवर बने रहें और हमेशा यह सुनिश्चित करें कि आपका व्यवहार सबसे अच्छा हो। अपने आप पर विश्वास करें और जोखिम उठाने से न डरें, क्योंकि यह आपको बड़ी सफलताओं का इनाम दे सकता है। आने वाले दिनों के लिए वित्तीय बजट को समझना सीखें। हालांकि आज बदलाव का दिन है, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें कि अचानक कोई आश्चर्य एक चुनौती के रूप में सामने आ सकता है और आपको आर्थिक परेशानी की स्थिति में डाल सकता है। केंद्रित रहें और सतर्क रहें। शारीरिक शक्ति कम हो सकती है और थोड़ी सुस्ती पैदा हो सकती है, अपनी मानसिकता को केंद्रित रखें।

वृषभ
दिल के मामलों में आप खुद को नई सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ पाएंगे। आपको विचारों की स्पष्टता मिलेगी कि आप किसके साथ सार्थक संबंध बनाना चाहेंगे। यह आपके दिल को खोलने, नए बंधन बनाने और जीवन को उसके अनुसार लेने का समय है। इस समय का सदुपयोग आगे के बड़े करियर की तस्वीर के लिए, अपने कौशल को चमकाने और बढ़ाने के लिए करें। जैसे-जैसे अवसर आते हैं, प्रोडक्टिव, मेहनती और केंद्रित होना सुनिश्चित करें। पैसा कमाने और निवेश करने के नए रास्ते खुल सकते हैं। अपनी खर्च करने की आदतों पर सावधानी से विचार करें और उनका अच्छा उपयोग करें और फिजूलखर्ची करने से पहले दो बार सोचना सुनिश्चित करें।

मिथुन
मस्ती करने के लिए बाहर निकलने वालों के लिए बेहद खुशी और आनंद। जिन लोगों ने किसी से पैसा उधार लिया है उन्हें किसी भी परिस्थिति में कर्ज चुकाना पड़ सकता है। ऐसे में यह आपकी आर्थिक स्थिति को कमजोर कर सकता है। कोई शुभ समाचार मिलने की संभावना है, जो न केवल आपको बल्कि आपके परिवार को भी रोमांचित करेगा। आपको अपनी उत्तेजना पर नियंत्रण रखने की जरूरत है। आपका प्रिय आज आपकी बात सुनने के बजाय अपने मन की बात कहना पसंद करेगा। इससे आप परेशान हो सकते हैं। नौकरीपेशा जातकों को आज कार्यक्षेत्र में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

कर्क
आप आज अनसुलझे मुद्दों के बारे में अपने परिवार से बात करना चाह सकते हैं, और आप ऐसा करने में सक्षम हो सकते हैं, लेकिन सुनिश्चित करें कि आप एक अच्छी तरह से विचार का उपयोग करें। आज आप अपने रिश्तेदारों के साथ समय बिता सकते हैं। आज आपको परिवार से जुड़ी कोई दिलचस्प खबर मिल सकती है। कोशिश करें कि आज किसी संपत्ति में निवेश न करें। आज परिवार के साथ एक अच्छा दिन बिताने में सक्षम हो सकते हैं।

सिंह
शारीरिक लाभ के लिए विशेष रूप से मानसिक मजबूती के लिए ध्यान और योग शुरू करें। आपकी आर्थिक स्थिति आज अनुकूल नहीं दिखाई दे रही है, इसलिए आपको पैसे बचाने में कठिनाई होगी। निवास स्थान परिवर्तन ज्यादा शुभ रहेगा। प्यार आपको एक जगह पर खड़े होकर एक नई दुनिया में ले जा सकता है। यह वह दिन है जब आप रोमांटिक ट्रिप पर जाएंगे। अगर आप मानते हैं कि समय ही धन है तो आपको अपनी उच्चतम क्षमता तक पहुंचने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।

कन्या
नए अवसर मिलेंगे जिन्हें आपको जल्दी से हथियाने और कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है। गति जारी रखें और पुरस्कार अद्भुत होंगे।आज आपके लिए बेहतर है कि आप खर्च से ज्यादा बचत करें और अगर निवेश करते हैं तो सुरक्षित विकल्प चुनें। अप्रत्याशित व्यय है इसलिए अपने धन से सावधान रहें। कुछ नींद लें और दिन ढलने के साथ आराम करें और सुनिश्चित करें कि आप मन लगाकर सांस लेने और खाने का अभ्यास करें।

तुला
आपका कोई खास आज आपके जीवन में उत्साह और आनंद की लहर लेकर आएगा! हवा में रोमांस खिलेगा, इसलिए अपने पार्टनर के साथ कुछ क्वालिटी टाइम बिताएं। अगर अविवाहित हैं, तो अपनी आंखें खोलें और उस अद्भुत व्यक्ति को देखें जो आपके द्वारा उन्हें नोटिस किए जाने की इंतजार कर रहा है। जब आपके पेशेवर जीवन की बात आती है तो बड़े बदलाव आने वाले हैं। आपने जो मेहनत और समर्पण किया है, वह आखिरकार रंग ला रहा है और जल्द ही सफलता मिलेगी। अपने पैसे पर नजर रखें और कोई भी वित्तीय जोखिम लेने से दूर रहें।

वृश्चिक
काम पर, सहकर्मियों से प्रतिक्रिया मांगें और नए तरीके सीखने के लिए खुले रहें जो आपकी प्रोडक्टिव और काम को और बेहतर बना सकते हैं। पेशेवर और व्यक्तिगत दोनों ही तरह से पैसों से जुड़े मामलों और मुद्दों पर अतिरिक्त ध्यान दें। हड़बड़ाहट में निर्णय लेने से बचें और कोई भी बड़ा फैसला लेने से पहले अच्छी तरह सोच विचार कर लें। वर्तमान निवेशों की जांच करें, ज्यादा पैसा बचाने पर ध्यान दें।  हो सके तो आज थोड़ा आराम करने की कोशिश करें, भले ही वह कुछ मिनटों के लिए ही क्यों न हो।

धनु
अपनी ऊर्जा को स्वस्थ आदतों पर फिर से केंद्रित करें जो मन, शरीर को फिर से जीवंत करने में मदद करती हैं। बाहरी गतिविधियों में शामिल रहें जो तनाव के स्तर को कम करती हैं। भाग्य आपके रास्ते में आ रहा है और अगर आप अपने सपनों पर विश्वास करते हैं और अपने लक्ष्य में निरंतर हैं, तो आपको सफलता की गारंटी है। मौके लेने से न डरें क्योंकि आपके पास सपनों को सच करने का रास्ता होगा। खुद पर भरोसा रखें और अपनी राह खुद बनाएं।

मकर
विद्यार्थी आज प्रेम की भावनाओं में व्यस्त रहेंगे, जिससे उनका काफी समय बर्बाद हो सकता है। इस बात की संभावना है कि आपके और आपके जीवनसाथी के बीच तनाव बढ़ जाएगा और यह लंबे समय तक आपके रिश्ते के लिए अच्छा नहीं हो सकता है। आज दूसरों से प्यार का इजहार करना आसान होगा और यदि आप एक रोमांटिक रिश्ते में हैं तो यह आपके बीच के बंधन को विकसित करने का आदर्श समय है। नई बातचीत शुरू करने और अपने रिश्ते की गहराई का पता लगाने का यह सही अवसर हो सकता है।

कुंभ
आप अपने रिश्तों में आज एक चुनौतीपूर्ण दिन का अनुभव कर सकते हैं। गलतफहमी और असहमति के मामले में, गलतियों को स्वीकार करने के लिए तैयार रहें और धैर्य के साथ समस्या का समाधान करें। इस बात का ध्यान रखें कि वर्तमान भावनाएं रिश्तों को कैसे प्रभावित कर रही हैं, स्पष्ट रूप से बातचीत करें और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए कुछ समय लें। अपने साथी की बात ध्यान से सुनें। आज कुछ कदम पीछे हटने से आपको अपने पेशेवर करियर में काफी फायदा हो सकता है। अपने आप को अपनी नौकरी की ऊर्जा से जुड़ने का अवसर दें, आत्मविश्वास का निर्माण करें और तरोताजा और फिर से एक्टिव महसूस करें।

मीन
आज करियर संबंधी मामलों में लाभ की स्थिति में हैं। करियर से जुड़े नए अवसर मिल सकते हैं अपने आप को और अपने काम को सकारात्मक रोशनी में पेश करने पर ध्यान दें। अपने प्रति सच्चे रहें और अपने अंतर्ज्ञान का पालन करें, सफलता आपके निकट भविष्य में है। बढ़ी हुई भावनात्मक जागरूकता के माध्यम से आज अपनी जरूरतों को समझने के करीब आ सकते हैं और इसे दूसरों के साथ व्यक्त कर सकते हैं। इसके लिए अपार शक्ति और धैर्य की आवश्यकता होगी, जो कि आपके पास है।  

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Tue, 19 Mar 2024 06:00:38 +053042868474286847
<![CDATA[BJP पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिला अध्यक्ष का छलका दर्द, बोले- भाजपा नेता नहीं दे रहे पैसा ]]>https://thesootr.com/state/madhya-pradesh/bjp-district-president-expressed-his-pain-said-bjp-leaders-are-not-giving-money-4363463

BHOPAL. बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिला अध्यक्ष दशरथ राठौर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह बीजेपी ( BJP ) नेताओं से पैसा दिलवाने की गुहार लगा रहा है। इस वीडियो में कहीं भी उसने भाजपा नेता का नाम नहीं लिया, जब उससे पूछा गया तो उसने बताया कि मुझे विधानसभा चुनाव प्रचार में बैनर-पोस्टर का काम दिया गया था, जिसका पेमेंट अभी तक नहीं किया गया है।

जेब से खर्च कर लगाए बैनर-पोस्टर

इस मामले में पीड़ित दशरथ राठौर का कहना है कि विधानसभा चुनाव 2023 में डिंडोरी विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी पंकज टेकाम ने मुझे फोन कर बुलाया और बोले- चुनाव प्रचार में बैनर, पोस्टर, रथ निर्माण तुमको करना है। वरिष्ठ नेताओं से भी बात हो गई है। इसके बाद मैंने अपने कर्मचारियों के साथ गांव-गांव जाकर बैनर, पोस्टर खुद लगवाए, वहीं चुनाव प्रचार के लिए रथ बनवाया था। राठौर ने कहा इसमें टोटल दस लाख 58 हजार रुपए खर्च हुए हैं जो अभी तक नहीं मिले हैं।

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बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने भी मदद नहीं की

दशरथ ने बताया कि पूरे खर्च का पंकज टेकाम को बिल भी उपलब्ध कराया। उन्होंने एक लाख, दो लाख करके पांच लाख रुपए पेमेंट भी किया। बाकी के पांच लाख रुपए नहीं दे रहे हैं। पेमेंट के लिए मैं कई बार उनके घर गया, हाथ-पांव जोड़े, व्हाट्सएप पर भी निवेदन किया। उससे भी बात नहीं बनी तो मैं फिर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को अपनी समस्या बताई, लेकिन किसी ने मेरी मदद नहीं की। दशरथ राठौर ने बताया कि मेरी दुकान पर लोन है, उसे भी चुकाना पड़ता है साथ ही कर्मचारियों को वेतन देना पड़ता है। इस चक्कर में मेरी आर्थिक स्थिति खराब हो रही है। दुकानदारी बंद होने की कगार पर है। समझ में नहीं आ रहा क्या करूं। इसलिए आज मजबूरन मैंने सोशल मीडिया में पोस्ट किया। शायद कोई सुन ले।

कुछ भुगतान बाकी है व्यस्तता के चलते नहीं हुआः टेकाम

पिछड़ा वर्ग मोर्चा भाजपा जिला अध्यक्ष दशरथ राठौर के पैसे भुगतान के संबंध में चर्चा करने पर भाजपा विधानसभा प्रत्याशी और अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री पंकज टेकाम का कहना है कि दशरथ राठौर को पांच लाख का भुगतान किया जा चुका है। कुछ भुगतान बाकी है। व्यस्तता के चलते नहीं हो पाया। थोड़ा रेट का इश्यू भी है, उन्होंने 55 रुपए वर्गफीट के हिसाब से बिल दिया है। डिंडोरी पहुंचकर बातचीत कर हिसाब किताब करेंगे।

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Mon, 18 Mar 2024 18:35:00 +053042841094284109
<![CDATA[Chhattisgar : शिक्षा विभाग में ट्रांसफर की फाइलें लापता ]]>https://thesootr.com/state/chhattisgarh/chhattisgar-transfer-files-missing-in-education-department-4364296

रायपुर. छत्तीसगढ़ (  Chhattisgar ) के शिक्षा विभाग में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। हुआ ये है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों और शिक्षकों के ट्रांसफर वाले प्रस्ताव की फाइल ही गुम हो गई हैं। जी हां, गुम मतलब कि फाइलें कहां हैं, इसका किसी को कुछ पता ही नहीं है।  मीडिया रिपोर्ट्स में दावा तो ये भी किया जा रहा है कि इस मामले को विभागीय मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बेहद गंभीरता से ले लिया है।

फाइलें गायब होने का सफर

शिक्षा विभाग (  education department ) में ट्रांसफर के  बड़ी संख्या में प्रस्तावा आए थे। इनमें से तकरीबन 670 प्रस्ताव को मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने अनुमोदित कर दिया था। अलग-अलग समय में फाइलें तैयार की गईं थीं। इन्हें मंत्री के ऑफिस से प्रभारी सचिव को भेज दिया गया था। बताया जा रहा है कि 14 मार्च को यह फाइलें सचिव के यहां से समन्वय में अनुमोदन के लिए रवाना हो गईं। इनमें करीब 400 नाम थे। इनमें प्रतिनियुक्ति के 45, बीईओ के 167, डीएमसी के 40 और व्याख्याता के 270 से अधिक नाम थे। यह वे प्रस्ताव हैं, जो समन्वय के लिए सीएम सचिवालय गए पर उसके बाद इनका पता नहीं चला।

अब सभी ने चुप्पी साधी
बताया जा रहा है कि इसके अतिरिक्त कुछ फाइलें सचिव के यहां से समन्वय के लिए आगे गई ही नहीं, लेकिन इसकी कोई पुष्टि या खंडन नहीं कर रहा है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के निर्देश पर अमलों का स्टेटस पता किया जा रहा है।

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Mon, 18 Mar 2024 22:59:00 +053042849404284940
<![CDATA[IT चोरी में फंस चुके सोम ग्रुप ने भी खरीदे 3 करोड़ के electoral bonds ]]>https://thesootr.com/state/madhya-pradesh/som-group-trapped-in-it-theft-also-bought-electoral-bonds-worth-rs-3-crore-4364133

संजय शर्मा . BHOPAL. पॉलिटिकल पार्टीज को चंदा देने वाली कंपनियों में प्रदेश की लिकर किंग सोम ग्रुप की कंपनियां भी शामिल हैं। साल 2023 में ग्रुप की कंपनियों ने 3 करोड़ के इलेक्टोरल बांड ( Electoral bonds ) खरीदे थे। सोम ग्रुप प्रदेश सबसे बड़ा शराब कारोबारी ग्रुप है। हालांकि इन ग्रुप की कंपनियों का विवादों से गहरा नाता रहा है। इनकम टैक्स विभाग सेनेटाइजर बनाकर बेचने के मामले में ग्रुप के कारोबारियों के ठिकानों पर रेड कर टैक्स चोरी का केस भी दर्ज कर चुका है। अब टैक्स न चुका पाने के मामले में सुर्खियों में रहने वाले इस ग्रुप की चर्चा इलेक्टोरल बांड खरीदी के मामले में हो रही है। 

ये चुनावी चंदा आखिर किस पार्टी को दिया

इन दिनों देश भर में इलेक्टोरल बांड का मामला गरमाया हुआ है। करोड़ों रुपए के चुनावी चंदे के लिए बांड को देश की कई नामी कंपनियों और कुछ गुमनाम लोगों ने भी खरीदा है। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद एसबीआई ने चुनावी चंदा देने वाली कंपनियों और इसे लेने वाली पॉलिटिकल पार्टीज के नाम और राशि तो उजागर कर दी है, लेकिन यह अब तक सामने नहीं आया है की आखिर किस कम्पनी ने किस पार्टी या कई पार्टियों को चुनावी चंदा दिया है। 

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337 पेज की रिपोर्ट में है चुनावी चंदे का जिक्र

प्रदेश में जब तब चर्चा में रहने वाली सबसे बड़े सोम ग्रुप की कंपनियों द्वारा इलेक्टोरल बांड खरीदे गए हैं। एसबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को चुनावी चंदा देने वाली कंपनियों और लोगों का ब्यौरा 337 पेज में दिया है। इसके साथ ही इलेक्टोरल बांड के जरिए यह राशि हासिल करने वाली बीजेपी- कांग्रेस, टीएमसी, सपा- बसपा जैसे छोटे-बड़े दलों की रिपोर्ट 426 पेज में दी गयी है। कंपनियों ने 12 अप्रैल 2019 से 11 जनवरी 2024 के बीच बांड लेकर यह चुनावी चंदा दिया है। बांड खरीदी में दरियादिली दिखाने वाली ये कंपनियां पिछले सालों में आयकर चोरी के मामले में पकड़ी गईं थीं। यही वजह है कि इलेक्टोरल बांड खरीदने वालों की सूची में इन कंपनियों का नाम आने के बाद फिर चर्चा चल पड़ी है। 

खरीदे हैं 3 करोड़ के इलेक्टोरल बांड 

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सोम ग्रुप भी चुनावी चंदा देने के मामले में पीछे नहीं रहा है। एसबीआई की 337 पेज की रिपोर्ट में पेज नंबर 264 और 283 पर सोम ग्रुप की दो कंपनियों के नाम दर्ज हैं। 264 वे पेज पर उल्लेख किया गया है की सोम डिस्टलरी प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी ने 12 जुलाई 2023 में एक करोड़ रुपए का बांड खरीदा था। इसी साल 10 अक्टूबर को ग्रुप की कम्पनी सोम डिस्टलरी ब्रेवरीज लिमिटेड और सोम डिस्टलरी प्राइवेट लिमिटेड ने एक-एक करोड़ रुपए के बांड लिए थे। यानी कंपनियों ने टीम महीने में तीन करोड़ रुपया चुनावी चंदे के रूप में लगाया है। 

बांड खरीदते ही पड़ी थी IT की रेड

जहां देश की कई कंपनियों ने इनकम टैक्स, ED जैसी एजेंसियों की कार्रवाई के बाद करोड़ों के इलेक्ट्रोरल बांड खरीदे थे। जबकि सोम ग्रुप पर इलेक्टोरल बांड खरीदने के ठीक एक माह बाद ही यानी 6-7 नवंबर को कंपनियों से जुड़े कारोबारियों पर इनकम टैक्स की रेड हुई थी। ऐसे में जहां कई कंपनियों द्वारा कार्रवाई के दवाब में आकर करोड़ों का चंदा देने की चर्चाएं चल रही हैं, लेकिन सोम ग्रुप के साथ चंदा देना होम करते हाथ जलने वाली कहावत में बदल गया है।

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Mon, 18 Mar 2024 22:35:00 +053042847584284758
<![CDATA[डिफिशियंट और अपात्र nursing college के छात्र भी दे सकेंगे परीक्षा ]]>https://thesootr.com/state/madhya-pradesh/deficient-and-ineligible-nursing-college-students-will-able-to-take-exam-4363882

नील तिवारी, JABALPUR. जबलपुर के अपात्र नर्सिंग कॉलेजों ( nursing college ) के छात्रों को हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने प्रदेश के करीब 45 हजार नर्सिंग छात्रों के पक्ष में फैसला सुनाया है। हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा है की प्रदेश के सभी डिफिशियंट और अपात्र कॉलेज के छात्र भी अब परीक्षा दे सकेंगे। हाईकोर्ट के अंतिम फैसले के बाद अब प्रदेश के करीब 45 हजार नर्सिंग के छात्र-छात्राएं परीक्षा में बैठ सकेंगे। आपको बता दे की नर्सिंग फर्जीवाड़े कॉलेज के चलते प्रदेश में 3 साल से नर्सिंग की परीक्षाएं नहीं हो पा रही थी जिसके चलते प्रदेश के हजारों छात्र कई बार आंदोलन कर चुके हैं।

308 कॉलेजों पर चल रही थी सीबीआई की जांच

मध्यप्रदेश के 500 से ज्यादा नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़े में फंसे है, जिसके चलते साल 2020-21 से परीक्षा नहीं हो पाई और चलते हजारों छात्र परीक्षा नहीं दे पा रहे हैं। नर्सिंग काउंसिल द्वारा 2020 में खोले 670 कॉलेज में से करीब 500 कॉलेज सीबीआई जांच के दायरे में हैं। पिछले दिनों मध्यप्रदेश लॉ स्टूडेंट यूनियन की ओर से दायर याचिका पर हुई सुनवाई के बाद सीबीआई जांच के बाद 308 नर्सिंग कॉलेज की लिस्ट पेश की गई थी, जारी सूची में सीबीआई जांच में 169 कॉलेज सही पाए गए है।

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अपात्र कॉलेजों को बचाने हुए नियम शिथिल 

याचिकाकर्ता के वकील विशाल बघेल के अनुसार सरकार ने फर्जीवाड़े में फंसे नर्सिंग कॉलेजों को बचाने के लिए अपने नियम शिथिल कर दिए हैं। नए नियम के अनुसार नर्सिंग कॉलेज खोलने के लिए अब 24 हजार स्क्वायर फीट जमीन की जगह अब 8 हजार स्क्वायर फीट में ही कॉलेज खोले जा सकेंगे। जानकारों का मानना है की सरकार के इस कदम से लगभग सभी कॉलेज जांच के दायरे से बाहर हो जाएंगे। नियम अनुसार नर्सिंग कॉलेज खोलने के लिए 24 हजार स्क्वायर फीट जमीन की जरूरत होती है, जबकि प्रदेश में कई कॉलेज ऐसे है जो एक दो कमरे में संचालित हो रहे थे और कई कॉलेज तो कागजों पर ही संचालित हो रहे थे।

चौथे वर्ष के छात्रों की नहीं हुई प्रथम वर्ष की परीक्षा

मेडिकल नर्सिंग यूनिवर्सिटी के हजारों छात्र ऐसे हैं, जो अपनी डिग्री के चौथे वर्ष पर पहुंच चुके हैं, उसके बाद भी CBI जांच के कारण उनके प्रथम वर्ष की परीक्षाएं अभी भी अधर में लटकी हुई है। इस हाईकोर्ट के आदेश के बाद इन छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी।

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Mon, 18 Mar 2024 21:41:00 +053042844864284486
<![CDATA[NDA का बिहार में सीटों का बंटवारा , EC ने 6 राज्यों के गृह सचिव को हटाया ]]>https://thesootr.com/desh/nda-seat-distribution-in-bihar-ec-removed-home-secretary-of-6-states-4363845

भोपाल. इलेक्टोरल बांड को लेकर सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court ) ने एसबीआई से कहा है कि इस संबंध में कोई भी जानकारी न छिपाई जाए। किन लोगों के खाते से पैसा आया है और किन लोगों के खातों में गया है,  यह सब सार्वजनिक होना चाहिए। लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच तेलंगाना की राज्यपाल के इस्तीफे सहित सोमवार की बड़ी खबरें.....

बिहार में सीटों का बंटवारा

बिहार में NDA यानी बीजेपी 17, जेडीयू 16, चिराग पासवान को 5, जीतनराम मांझी को 1 तथा उपेंद्र कुशवाहा को एक सीट मिली है।

EC ने 6 राज्यों के गृह सचिव को हटाया
चुनाव आयोग ने गुजरात के पंकज जोशी, यूपी के संजय प्रसाद, बिहार के के. सैंथिल कुमार, झारखंड के अरवा राजकमल के अलावा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के गृह सचिव ( Home Secretary ) को हटा दिया है। 

SBI को CJI का निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने एसबीआई से कहा है कि इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral bond) को लेकर कुछ भी न छुपाया जाए।

राज्यपाल ने दिया इस्तीफा
तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने इस्तीफा दे दिया है। खबरें है कि सौंदरराजन बीजेपी से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं। 

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Mon, 18 Mar 2024 21:34:00 +053042844814284481
<![CDATA[Modi की गारंटी से खफा MP के किसान, प्रदेश में करेंगे बड़ा आंदोलन ? ]]>https://thesootr.com/video/mp-farmers-upset-with-modis-guarantee-will-they-organize-a-big-protest-in-the-state-4363799

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Mon, 18 Mar 2024 21:28:21 +053042844054284405
<![CDATA[क्या कुछ बदलने वाला है IPL में, जानिए सबकुछ ]]>https://thesootr.com/desh/is-anything-going-to-change-in-ipl-know-everything-4363084

BHOPAL.  इंडियन प्रीमियर लीग ( Indian Premier League ) का 17वां सीजन 4 दिन बाद 22 मार्च से शुरू होगा। टूर्नामेंट में 10 टीमों के बीच लीग स्टेज के 70 मैच होंगे। इनके अलावा 4 प्लेऑफ ( playoff  ) के मुकाबले होंगे। 2022 में हुई 48 हजार करोड़ की ब्रॉडकास्ट ( broadcast  ) डील के बाद तय हो गया था कि 2027 में 10 टीमों के बीच कुल 94 मैच होंगे। IPL में अगर 94 मैच हुए तो टूर्नामेंट 3 महीने तक चल सकता है। इससे BCCI को तो फायदा होगा, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट को नुकसान हो सकता है। 

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मैच बढ़े तो दिन भी बढ़ेगा

अभी IPL के 74 मैच 59 दिनों में होते हैं, यानी करीब 2 महीने तक मुकाबले चलते हैं। पिछले सीजन का उदाहरण लें तो 18 बार एक दिन में 2 मुकाबले भी कराने पड़े। अगर एक सीजन में 94 मैच हुए तो करीब 75 दिन यानी ढाई महीने तक सीजन चल सकता है। अगर समय के साथ डबल हेडर मैचों की संख्या नहीं बढ़ाई गई तो सभी मैच कराने में 80 से 85 दिन का समय भी लग सकता है। साल 2028 तक अगर टूर्नामेंट में एक या 2 टीम भी बढ़ी तो टूर्नामेंट पूरा होने में 90 दिन यानी 3 महीने लग जाएंगे।

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अभी टीमें बढ़ाने का प्लान नहीं

ब्रॉडकास्टर डील ( Broadcaster Deal ) के बाद IPL चेयरमैन अरुण धूमल (Chairman Arun Dhumal ) ने कहा था, 'टूर्नामेंट में 2027 तक 10 टीमें ही रहेंगी। अगर टीमें बढ़ाई गईं तो एक सीजन में सभी मैच कराना पॉसिबल नहीं हो पाएगा। साल 2027 तक 94 मैच होने हैं, ऐसे में टूर्नामेंट बहुत लंबा हो जाएगा। हालांकि आगे क्या होगा अभी नहीं कहा जा सकता है।

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2008 में शुरू हुआ था IPL का पहला सीजन

IPL का पहला सीजन 2008 में शुरू हुआ। 8 टीमों का टूर्नामेंट ( 8 team tournament ) 43 दिन चला, जिसमें एक टीम ने लीग स्टेज में कुल 14 मैच खेले। 2 सेमीफाइनल और फाइनल ( semi-finals and final ) मिलाकर टूर्नामेंट में कुल 59 मैच हुए। 2023 में पिछले सीजन कुल 74 मैच हुए। 10 टीमों के बीच टूर्नामेंट 59 दिन तक चला। इसमें लीग स्टेज के 70 और प्लेऑफ के 4 मुकाबले खेले गए।

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Mon, 18 Mar 2024 21:23:26 +053042843704284370
<![CDATA[UP : महराजगंज में लालच के चक्कर में अब भाई-बहन ने लिए 7 फेरे, खुला राज ]]>https://thesootr.com/desh/up-now-brother-and-sister-took-7-trips-in-maharajganj-due-to-greed-4363271

BHOPAL. उत्तर प्रदेश के महराजगंज ( Maharajganj ) जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह ( Chief Minister Group Marriage ) योजना फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। फर्जीवाड़ा का मामले उजागर हुआ है भाई-बहन  ( brother and sister ) की आपस में कराई गई शादी की घटना के  बाद। दरअसल ये पूरा मामला है महराजगंज जिले के लक्ष्मीपुर ब्लॉक का जहां पर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम पांच मार्च को  आयोजित किया गया था।  इसमें हैरान करने वाली खबर ग्राम पंचायत कजरी से मिली है। सभी तैयारियों के साथ वर-वधू पक्ष के लोग ब्लॉक परिसर में पहुंचे। वर भी आया था, लेकिन रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद किन्ही कारणों से ब्लॉक परिसर से चला गया। चयनित दूल्हे ने मंडप में बैठने से इन्कार कर दिया था। उसने कहा कि मंडप में बैठने में शर्म आ रही है। कार्यक्रम के जिम्मेदार वर-वधू को सामान देने के लिए बुलाने लगे तो दूल्हे की जगह पर भाई को ही मंडप में बैठा दिया गया। इतना ही नहीं शासन से लाभ पाने के लिए बहन-भाई में ही वर माला पहनाकर शादी कार्यक्रम भी कराया गया। खंड विकास अधिकारी अमित मिश्रा ने आनन-फानन में लाभार्थियों को नोटिस जारी कर सामान वापस कराया। लड़की पक्ष को मिलने वाले 35 हजार धनराशि पर रोक लगा दी गई। 

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लालच के चक्कर में भाई-बहन के बीच लगवाए फेरे

बताया जा रहा है कि युवती की शादी एक साल पहले ही हो चुकी है और उसका पति कमाने के लिए घर से बाहर गया हुआ है। इसके बाद भी बिचौलियों ने युवती को शादी के लिए फिर से तैयार कर लिया, लेकिन जिस लड़के को बुलाया गया था वो नहीं आया। इसके बाद बिचौलियों ने अनुदान राशि में मिलने वाले कमीशन के लिए युवती और उसके भाई के बीच ही फेरे करवा दिए।  

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शादी में दिया गया सामान वापस ले लिया 

इस मामले की जानकारी सामने आने पर क्षेत्र विकास अधिकारी ( BDO ) ने विवाह में दिया गया गृहस्थी का सामान वापस मंगवा लिया है। साथ ही अनुदान के रूप में दी जाने वाली 35 हजार रुपये की राशि के भुगतान पर भी रोक लगाने की सिफारिश की है। बता दें कि बीते 5 मार्च को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत लक्ष्मीपुर ब्लॉक में 38 जोड़ों की शादी हुई थी। इसमें लक्ष्मीपुर क्षेत्र के एक गांव की युवती का भी रजिस्ट्रेशन कराया गया था।  

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झांसी-बलिया में भी हो चुका था फर्जीवाड़ा 

इससे पहले झांसी में आयोजित हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में भी फर्जीवाड़ा सामने आया था। बुंदेलखंड महाविद्यालय में हुए सामूहिक विवाह में 96 जोड़ों ने शादी की थी, हालांकि यहां किसी दुल्हन ने खुद से ही मांग भर ली तो कई जोड़ों ने सात फेरे ही नहीं लिए थे। झांसी से पहले बलिया में सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया था। यहां 25 जनवरी को 537 जोड़ों की शादी कराई गई थी, लेकिन इसमें दर्जनों जोड़े नकली निकले थे। किसी की पहले ही शादी हो चुकी थी, तो कोई पैसे देकर लाया गया था। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें कई दुल्हनें खुद को ही वरमाला डालती हुई दिखाई दी थीं। इस मामले में डीएम के निर्देश पर केस दर्ज कर 15 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया था।

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Mon, 18 Mar 2024 21:23:09 +053042843664284366
<![CDATA[बिहार में सीटों का बंटवारा, चिराग को 5 सीटें, चाचा पशुपति का पत्ता कटा ]]>https://thesootr.com/desh/seat-distribution-in-bihar-chirag-got-5-seats-uncle-pashupatis-card-cut-4363722

BHOPAL. बिहार में सीटों का बंटवारा हो गया है। बिहार में एनडीए में बीजेपी 17 सीटों पर चुनाव लड़कर एक बार फिर बड़ी भूमिका निभाएगी। वहीं जेडीयू के खाते में 16 सीटें आई हैं। अन्य सहयोगी दलों की बात करें तो लोकजनशक्ति पार्टी को ( चिराग को 5 सीटें ) 5, जीतनराम मांझी की पार्टी HAM को 1 तथा उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल को एक सीट मिली है।

पशुपति पारस मोदी कैबिनेट से देंगे इस्तीफा

एनडीए के सहयोगी लोजपा प्रमुख पशुपति पारस को एक भी सीट नहीं मिली है जो इस समय मोदी सरकार में खाद्य और प्रसंस्करण मंत्री हैं। सूत्रों के अनुसार एनडीए में गठबंधन में सीट में ना मिलने से पशुपति पारस मोदी कैबिनेट से जल्दी ही इस्तीफा देंगे। कहा जा रहा है कि सीट शेयरिंग में  चिराग पासवान की एलजेपी को 5 लोकसभा सीट मिलने से पशुपति नाराज हैं। पशुपति पारस इस बात भी नाराज हैं कि सीट शेयरिंग की घोषणा से पहले उनसे बात नहीं की गई। 

असहज महसूस कर रहे थे पशुपति पारस

कुछ दिन पहले ही पशुपति पारस को इस बात की भनक लग गई थी कि उनकी पार्टी को एनडीए में एक भी सीट नहीं मिलने जा रही है। वहीं पशुपति पारस भतीजे चिराग को बीजेपी से मिल रही तवज्जो के कारण असहज महसूस कर रहे थे। इसके बाद पशुपति कुमार पारस पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि हम बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से आग्रह करते हैं कि हमारे पांचों सांसदों पर विचार करें। हम सूची का इंतजार करेंगे। इतना ही नहीं पशुपति ने यह भी कहा कि यदि हमें उचित सम्मान नहीं दिया गया, तो हमारी पार्टी स्वतंत्र है और हमारे दरवाजे खुले हैं। हम कहीं भी जाने को तैयार रहेंगे। अब जब सीटों के बंटवारे का ऐलान हो गया है तो उनकी नाराजगी भी खुलकर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि इस फैसले के बाद ही पशुपति पारस नाराज हैं और महागठबंधन के साथ जाने की संभावनाओं पर भी विचार कर रहे हैं।

चिराग की LJP को ये पांच सीटें मिली 

चिराग पासवान की पार्टी लोकजनशक्ति पार्टी को इस बार पांच लोकसभा सीटें मिली हैं। इनमें वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई शामिल हैं। ये सभी सीटें लोजपा के पास हैं जिसके मुखिया चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस हैं। दरअसल रामविलास पासवान के निधन के बाद लोजपा में फूट पड़ गई थी। पार्टी में फूट पड़ने के बाद लोजपा के दो गुट हो गए जिनमें एक गुट के मुखिया पशुपति पारस हैं और दूसरे गुट के मुखिया चिराग पासवान हैं। चिराग पासवान फिलहाल खुद जमुई से सांसद हैं। वहीं लोजपा के अन्य सांसदों की बात करें तो हाजीपुर सीट से पशुपति पारस, खगड़िया से महबूब अली कैसर, वैशाली से वीना देवी और समस्तीपुर से प्रिंस राज राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद हैं।

बिहार में चुनाव सात चरण में 

बिहार में भी सात चरणों 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को चुनाव होने हैं। पहले चरण में बिहार की 4 सीट पर वोटिंग होगी, दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें चरण में 5-5 सीटों पर वोटिंग होगी। इसके अलावा छठवें और सातवें चरण में 8-8 सीट पर वोटिंग होनी है।

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Mon, 18 Mar 2024 20:53:00 +053042843294284329
<![CDATA[Semaglutide : मधुमेह की चमत्कारी दवा का दावा, कितनी हकीकत, कितना फसाना ]]>https://thesootr.com/desh/semaglutide-claim-of-miraculous-medicine-for-diabetes-how-much-is-reality-how-much-is-a-hoax-4363656

भोपाल.  भारत को डायबिटीज का की कैपिटल कहा जाने लगा है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च- इंडिया डायबिटीज ( ICMR - INDIAB ) ने इस संबंध में एक स्टडी की है। इसकी रिपोर्ट में भी यह बात निकल कर आई है कि भारत में डायबिटीज मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। मधुमेह के साथ ही मोटापा भी एक बड़ी चिंता बनता जा रहा है। ऐसे में एक डेनमार्क की एक कंपनी की दवा को मधुमेह के लिए चमत्कारी दवा के रूप में पेश किया जा रहा है, लेकिन इसका मोटापे में चमत्कारी रिजल्ट देखने में सामने आया है। 

क्या कहती है स्टडी

स्टडी में कहा गया कि 2019 में भारत में डायबिटीज के 7 करोड़ मरीज थे। अब इस संख्या में 44% का उछाल आया है। शोध में कहा गया कि भारत की 15.3% आबादी ( कम से कम 13.6 करोड़ लोग ) प्री-डायबिटीक हैं। भविष्य में डायबिटीज होने के खतरे को प्री-डायबिटीज कहा जाता है। यह आंकड़ा पूर्व में डायबिटीज को लेकर लगाए गए अनुमानों से काफी अधिक है। इसने स्वास्थ्य विशेषज्ञों को चिंता में डाल दिया है.

अनुमान से ज्यादा निकली संख्या

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अनुमान लगाया था कि भारत में लगभग 7.7 करोड़ लोग डायबिटीज से ग्रसित होंगे, जबकि शोध में डायबिटीज मरीजों का असल आंकड़ा 10.1 करोड़ सामने आया है। वहीं, WHO का अनुमान था कि 2.5 करोड़ प्री-डायबिटीज होंगे, लेकिन असल आंकड़ा इससे काफी बड़ा है।

चमत्कारिक दवा होने का दावा 

डेनमार्क की कंपनी नोवा नोर्डिस्क ने ओजेंपिक ( ozempic ) को साल 2017 में अमेरिका में लॉन्च किया था। इसके साल 2022 में भारत में लॉन्च किया गया था। इसमें Semaglutide नामक ड्रग है। इसे भारत में मुख्य रूप से मधुमेह के मरीजों को दिया गया। इस दौरान देखा गया कि इसका मोटापे पर भी असर हो रहा है। यही नहीं यह दवा डायबिटीज से ज्यादा ओबेसिटी यानी मोटापे के लिए उपयोग की जा रही है। इंडिया टुडे नामक पत्रिका में इस बात का जिक्र किया गया है कि मोटापे को कम करने के लिए इसके कारगर परिणाम सामने आ रहे हैं। 

एक चिंता यह भी
 सेमाग्लूटाइड ( Semaglutide ) वाली दवाओं में ओजेंपिक, मॉन्जारो और विगोवी प्रमुख हैं। इन्हें वजन कम करने के लिए भी दिया जा रहा है। डॉक्टर इसको लेकर चिंता भी जाहिर कर रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि वजन कम करने के लिए इनका बिना सोचे समझे उपयोग करना गंभीर परेशानी का कारण बन सकता है। 


ऐसे करती है वजन कम
डॉक्टर्स का कहना है कि जब हम खाना खाते हैं तो शरीर में GLP-1 हॉर्मोन रिलीज होता है। ओजेंपिक और मॉन्जारो इस हॉर्मोन को कॉपी करते हैं। ये दोनों दवाएं स्टमक खाली करने के प्रोसेस को धीमा कर देती हैं और पेट में कोई एक्टिविटी नहीं होती है। पेट बिल्कुल सुस्त पड़ जाता है। इससे खाने से मिलने वाली कैलोरी की गति भी शरीर में धीमी हो जाती है। इसलिए जो लोग ये दवाएं लेते हैं उन्हें भूख नहीं लगती, हमेशा पेट के भरे होने का अहसास होता है। अगर सुबह खाना खा लिया तो हो सकता है कि अगले 18-20 घंटे तक भूख न लगे। जब भूख लगे भी तो मन थोड़ा ही खाने को करे। यही कारण है कि लोगों का तेजी से वजन घटने लगता है।

ये हो सकते हैं गंभीर परिणाम
इन सबका असर शरीर के मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है। शॉर्ट टर्म साइड इफेक्टस में मितली आना , डायरिया, उल्टी आना, पेट दर्द और कब्ज शामिल है। वहीं,  कुछ लॉन्ग टर्म साइड इफेक्ट भी हैं। जैसे कि पैनक्रियाज में गड़बड़ी, आखों की रोशनी कम होना, ब्लड शुगर घटना, किडनी से जुड़ी बीमारियां, एलर्जी, गॉल ब्लैडर की परेशानी। इनमें सबसे अधिक स्टमक पैरालिसिस का खतरा रहता है। 

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Mon, 18 Mar 2024 20:08:00 +053042842974284297
<![CDATA[बीजेपी के नाम पर ठगी : इस मैसेज पर गलती से भी न करें क्लिक, वरना बैंक खाता हो जाएगा साफ ]]>https://thesootr.com/desh/the-message-circulating-in-the-name-of-bjp-claims-to-transfer-five-thousand-rupees-to-the-account-of-every-indian-4363448

भोपाल. देश में लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) की घोषणा हो चुकी है। सोशल मीडिया पर चुनाव प्रचार ने जोर पकड़ लिया है। इसकी आड़ में असामाजिक तत्व यानी ऑनलाइन ठगी करने वाले भी एक्टिव हो गए हैं। ठगों की ओर से बीजेपी ( BJP ) के नाम पर एक मैसेजे वायरल किया जा रह है। इसमें भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी की ओर से हर भारतीय के खाते में 5 हजार रुपए ट्रांसफर करने का दावा किया जा रहा है। इसके लिए मैसेज में दी गई लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जा रहा है। 

सावधान रहें

बीजेपी के नाम पर हर भारतीय को पांच हजार रुपए देने के दावे वाले मैसेज को लेकर सावधान रहें। इस प्रकार के मैसेज ठगी करने वाले होते हैं। आपके द्वारा लिंक पर क्लिक करते ही आपकी बैंक डिटेल पूछी जाएगी। बैंक डिटेल उनके पास पहुंचते ही आपका बैंक अकाउंट  खाली कर दिया जाएगा यानी आपके खाते में जमा रकम को ऑनलाइन निकाल लिया जाएगा।

बीजेपी ने नहीं किया ऐसा कोई ऐलान

लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने ऐसा कोई ऐलान नहीं किया है, जिसके तहत हर भारतीय के खाते में पांच हजार रुपए भेजे जाने हैं। इसलिए इस प्रकार के मैसेज को ब्लॉक कर दें।

चुनाव आचार सहिंता का उल्लंघन

लोकसभा चुनाव के लिए देश में आचार सहिंता लग चुकी है। ऐसे में कोई भी पार्टी किसी भी वोटर के खाते में पांच हजार तो दूर की बात एक रुपए तक ट्रांसफर नहीं कर सकती। यदि किसी भी दल की ओर से ऐसा किया जाता है तो यह आचार सहिंता का उल्लंघन माना जाएगा। 

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Mon, 18 Mar 2024 18:33:00 +053042841004284100
<![CDATA[4 सीटों पर कांग्रेस को प्रत्याशी मिलना हुआ मुश्किल, चुनावी घमासान में कैसे बनेगी बात ? ]]>https://thesootr.com/video/it-is-difficult-for-congress-to-get-candidates-on-4-seats-4363527

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Mon, 18 Mar 2024 19:14:38 +053042841674284167
<![CDATA[ED के समन पर केजरीवाल फिर नहीं पहुंचे,क्या कविता की तरह होगी जेल,जानें ]]>https://thesootr.com/desh/cm-arvind-kejriwal-summons-ed-liquor-scam-k-kavita-jal-board-4363246

New Delhi. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( CM arvind kejriwal ) पर समन ( summons ) का साया बुरी तरह मंडरा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय ( ED ) ने शराब घोटाले ( liquor scam ) के आरोप पर अब 9वां समन भी जारी कर दिया है, लेकिन केजरीवाल सोमवार यानी 18 मार्च को भी ईडी के सामने पेश नहीं हुए। दूसरी ओर उनकी दिक्कत और बढ़ गई है। वजह, अब उन्हें दिल्ली सरकार के तहत जल बोर्ड ( jal board ) के करोड़ों रुपए के घोटालों को लेकर अलग से नया समन जारी किया गया है। केजरीवाल के सामने एक और गंभीर समस्या यह भी आ गई है कि ईडी की टीम शराब घोटाले के आरोप में तेलंगाना के पूर्व सीएम की बेटी के कविता ( K Kavita ) को अरेस्ट कर दिल्ली ले आई है। ईडी की रणनीति यह हो सकती है कि वह शराब घोटाले की परतें खोलने के लिए केजरीवाल को कविता के सामने बैठाकर पूछताछ कर उनकी भी गिरफ्तारी ( arrest ) का रास्ता खोल ले। सवाल यह है कि दिल्ली के सीएम आखिर कब तक ईडी के समन से पार पाएंगे। 

शराब घोटाले के 9 और जल बोर्ड का एक समन

गौरतलब है कि ईडी ने रविवार को केजरीवाल को दो समन भेजे थे। इसमें दिल्ली जल बोर्ड मामले में पूछताछ के लिए 18 मार्च, जबकि दिल्ली शराब घोटाला मामले में पूछताछ के लिए 21 मार्च को बुलाया गया था। इससे पहले शराब घोटाले की पूछताछ के लिए उन्हें पिछले साल 2 नवंबर फिर 21 नवंबर, इस साल 3 जनवरी, 18 जनवरी, 2 फरवरी, 19 फरवरी, 26 फरवरी और 4 मार्च को समन जारी किया चुका है। हालांकि, ईडी के समन उल्लंघन मामले में केजरीवाल को कोर्ट से जमानत मिली हुई है। सीएम को दिल्ली जल बोर्ड मामले में प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धारा 50 के तहत समन जारी किया था। आरोप है कि मीटर लगाने में एक कंपनी का पक्ष लिया गया, जिससे बोर्ड को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही थी, जिसने जांच कर मामले को ईडी को भी भेज दिया है।

समन पर आप नेता अपने आरोपों को दोहरा रहे हैं

केजरीवाल के दल आम आदमी पार्टी (AAP) इस मसले पर अपने आरोपों को लगातार दोहरा रही है। पार्टी के नेता लगातार कह रहे हैं कि ईडी के समन पूरे तौर पर अवैध हैं। जब कोर्ट से सीएम को जमानत मिली है तो ED बार-बार समन क्यों भेज रही है? पार्टी नेता आतिशी के अनुसार कोर्ट में कानूनी प्रक्रिया की शुरुआत हो गई है। अब इस केस पर बहस होगी। कोर्ट इस बात की जांच करेगा कि ईडी के समन कानूनी हैं या गैरकानूनी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सराकर को सिर्फ एक चीज से मतलब है कि चुनाव से पहले केजरीवाल को जेल में डाल दो। उन्हें कैंपेन से रोक दिया जाए। बीजेपी सरकार और ईडी-सीबीआई का इकलौता मकसद ही यही है।

कविता की गिरफ्तारी ने केजरीवाल की मुसीबत बढ़ा दी

तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता की गिरफ्तारी ने उनकी समस्या और बढ़ा दी है। कविता दिल्ली में ईडी की निगरानी में हैं। के. कविता के खिलाफ मुख्य आरोप यह है कि वह साउथ लॉबी का हिस्सा थीं। उन्होंने दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी तैयार करने में केजरीवाल सरकार के मंत्रियों और अन्य लोगों के साथ साजिश रची थी। कविता पर दागी कंपनी इंडोस्पिरिट्स में बेनामी निवेश करने का भी आरोप है। ईडी आरोप लगा रही है कि घोटाले में 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली गई और रकम हैदराबाद से दिल्ली भेजी गई। अब ईडी चाहती है कि केजरीवाल और कविता का आमना-सामना कराकर केजरीवाल की गिरफ्तारी का रास्ता खोल दिया जाए। 

जल बोर्ड का मसला भी काफी गंभीर है

जल बोर्ड का कथित भ्रष्टाचार भी आप सरकार के लिए गंभीर परेशानी का सबब बना हुआ है। ईडी ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि जल बोर्ड ने अनुबंध में भ्रष्टाचार के माध्यम से प्राप्त धन को कथित तौर पर दिल्ली में सत्तारूढ़ आप पार्टी को चुनावी फंड के रूप में भेजा था। इसकी जांच के तहत ईडी ने केजरीवाल के निजी सहायक, आप के एक राज्यसभा सदस्य, एक पूर्व डीजेबी सदस्य, एक चार्टर्ड अकाउंटेंट और अन्य के आवासों पर छापेमारी की थी। वैसे ईडी की चार्जशीट सीबीआई की एफआईआर पर आधारित है। इसमें जल बोर्ड के मीटरों में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी से 38 करोड़ रुपए लिए जाने की बात कही गई है। आरोप है कि कंपनी तकनीकी पात्रता मानदंडों को पूरा नहीं करती थी फिर भी उसे काम दे दिया गया। इस मामले को दिल्ली में विपक्षी दल लगातार उठा रहा है और हाल ही में विधानसभा में भी यह मसला उठा था, जिसके बाद बीजेपी सदस्यों को सदन से सस्पेंड कर दिया गया था, लेकिन हाईकोर्ट ने उनका निलंबन रद्द कर दिया था। 

कोर्ट ही बचा सकता है केजरीवाल को?

आपको यह भी बता दें कि दिल्ली में शराब घोटाले के आरोप में केजरीवाल सरकार के आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया जेल में बंद हैं। इसके अलावा पार्टी के दबंग सांसद संजय सिंह भी इसी आरोप और उससे जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल से ही हैं। दोनों नेताओं ने लगातार हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में रिहाई के लिए याचिकाएं लगाई हैं, लेकिन उन्हें लगातार ठुकराया जा रहा है। दिल्ली की राजनीति को समझने वालों का कहना है कि केजरीवाल जिस दिन ईडी के सामने पेश होंगे, तब तक उनके खिलाफ इतने अधिक सबूत इकट्ठे हो जाएंगे कि उनका बचना मुश्किल हो सकता है। कोर्ट भी उनके हक में कोई बात नहीं कर रहा है। ऐसे में अगर वह गिरफ्तार होंगे तो दिल्ली की राजनीति में तो भूचाल आएगा ही साथ ही विपक्ष का गठबंधन भी इससे बुरी तरह प्रभावित हो सकता है।

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सिम कार्ड घोटाल से बचने के लिए बना नया नियम

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Mon, 18 Mar 2024 18:05:33 +053042839914283991
<![CDATA[बृजमोहन बोले- अभी तो एक FIR, कई घोटाले बाकी, कांग्रेस बोली- ये चरित्र हनन की सियासत ]]>https://thesootr.com/state/chhattisgarh/brijmohan-said-only-one-fir-many-scams-left-congress-said-this-is-politics-of-character-assassination-4363322

अरुण तिवारी, RAIPUR. चुनाव आते ही महादेव सट्टा मामले में सियासत का तांडव शुरू हो गया है। भूपेश बघेल पर FIR हुई तो उन्होंने बीजेपी पर साजिश के आरोप लगा दिए। अब बृजमोहन अग्रवाल ने भूपेश पर पलटवार किया है। अग्रवाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री पर महादेव का प्रकोप है। बघेल चोरी और ऊपर से सीनाजोरी कर रहे हैं। कांग्रेस ने इसे चरित्र हनन की राजनीति बताया है।

अभी तो कोयला और शराब घोटाले बाकी

प्रदेश सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अभी तो एक घोटाले में एफआईआर हुई है। अभी तो बहुत घोटाले बाकी हैं। अग्रवाल ने कहा कि कोयला, शराब, गोबर, गोठान, पीडीएस, डीएमएफ घोटाला करने वाले पर कार्यवाही होगी। पूर्व मुख्यमंत्री बताएं जैसे झीरम के साक्ष्य छुपाए वैसे इसे भी छुपाएंगे क्या। विक्टिम कार्ड खेलने से भूपेश खुद को हार से बचा नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर मुकदमा दर्ज होते ही हाय तौबा मचाना, उन्हें हार से बचा नहीं पाएगा। भयंकर हार के डर से वह विक्टिम कार्ड खेलने की कोशिश कर रहे हैं जिससे उन्हें कोई लाभ नहीं होगा।

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 कांग्रेस की सारी दाल ही काली है

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि महादेव ऐप मामले में तो कांग्रेस के समय से ही इसकी जांच शुरू हुई थी। आंध्र और तेलंगाना ने इस केस को ईडी को सौंप दिया, ईडी इसमें हाथ ना डालें इसलिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ही छत्तीसगढ़ में केस दर्ज किया। अब अपने ही बने हुए जाल में खुद फंस गए हैं और बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। भूपेश बघेल को बताना चाहिए कि इस मामले में जुड़े हुए जितने गिरफ्तार हुए हैं और जितने अधिकारियों का नाम उसमें शामिल है उनसे भूपेश बघेल का क्या संबंध है? यह भूपेश बघेल को सार्वजनिक करना चाहिए। रानू साहू जिनके ऊपर कोयला घोटाला का मामला सामने आ चुका था उसके बाद रानू साहू को हटाकर अच्छी जगह में पदस्थ करने वाले कौन लोग हैं। छत्तीसगढ़ में चाहे कोयला घोटाला, शराब घोटाला, गोबर घोटाला, गोठान घोटाला, पीडीएस घोटाला हो चाहे डीएमएफ घोटाला हो और न जाने कितने घोटाले हुए हो अभी तो सिर्फ एक घोटाले में तत्कालीन मुख्यमंत्री का नाम आया है जिससे वह घबरा गए हैं। अब जब कारवाई आगे बढ़ी हैं, तो कांग्रेस के पेट में दर्द होना साबित करता है कि सारी दाल ही उसकी काली है।

ये चरित्र हनन की सियासत: कांग्रेस

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ ईओडब्ल्यू की एफआईआर को कांग्रेस नें बीजेपी का षड़यंत्र बताया है। कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जब-जब चुनाव आता है बीजेपी अपने अनुषांगिक संगठन इडी के माध्यम से कांग्रेस नेताओं के खिलाफ षड़यंत्र करती है। लोकसभा चुनावों कि तय पराजय से हताश बीजेपी के इशारे पर ईडी और ईओडब्ल्यू ने भूपेश बघेल कि छवि खराब करने के लिए उनके खिलाफ महादेव एप मामले में झूठा मुकदमा दर्ज किया है। जिस भूपेश बघेल नें मुख्यमंत्री रहते हुए महादेव एप्प के खिलाफ देश में सबसे ज्यादा कार्यवाही की प्रदेश के हर जिलों में दर्जनों मुकदमा दर्ज करवाए, जुआ एक्ट को प्रभावी बनाया उनके खिलाफ उसी मामले नें FIR इस बात का प्रमाण है कि बीजेपी ने अपनी डबल इंजन की सरकार का दुरूपयोग कर राजनैतिक षड्यंत्र किया है।

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Mon, 18 Mar 2024 17:44:00 +053042839624283962
<![CDATA[EC ने 6 राज्यों के गृह सचिव को हटाया, सभी संभाल रहे थे दोहरे प्रभार ]]>https://thesootr.com/desh/ec-removed-home-secretaries-of-6-states-all-were-handling-dual-charges-4362891

NEWDELHI. चुनाव आयोग ने सोमवार, 18 मार्च को 6 राज्यों के गृह सचिव को हटा दिया है। इनमें गुजरात के पंकज जोशी, उत्तर प्रदेश के संजय प्रसाद, बिहार के के. सैंथिल कुमार, झारखंड के अरवा राजकमल के अलावा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के गृह सचिव को भी हटाया गया है। ये सभी मुख्यमंत्री ऑफिस में दोहरे प्रभार संभाल रहे थे।

इस कारण से हटाया गया

चुनाव आयोग ने इन सभी अधिकारियों को इसलिए हटाया है, क्योंकि इनके पास संबंधित राज्यों में मुख्यमंत्री के कार्यालय में दोहरे प्रभार थे। इस वजह से ये अफसर चुनावी प्रक्रिया के दौरान जरूरी निष्पक्षता, खासकर कानून व्यवस्था और सुरक्षा बलों की तैनाती को लेकर भी समझौता कर सकते थे। महाराष्ट्र सरकार ने कुछ नगर आयुक्त और कुछ अतिरिक्त/उप नगर आयुक्त के संबंध में चुनाव आयोग के निर्देश नहीं माने थे। ये आदेश 16 मार्च को लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के वक्त दिए गए थे।

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Mon, 18 Mar 2024 15:29:00 +053042835314283531
<![CDATA[शक्ति पर विवाद : राहुल के बयान पर पीएम ने कहा शक्ति की रक्षा के लिए जान दे दूंगा ]]>https://thesootr.com/lok-sabha-election-2024/rahul-gandhi-shakti-bjp-pm-narendra-modi-telangana-4362648

New Delhi. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ( Rahul Gandhi) के ‘शक्ति’ ( Shakti ) से लड़ने वाले बयान को बीजेपी ने चुनावी मुद्दा बना लिया है। राहुल ने रविवार को मुंबई में एक सभा में पीएम नरेंद्र मोदी को निशाना बनाते हुए कहा था कि हिंदू धर्म में शक्ति शब्द होता है। हम शक्ति से लड़ रहे हैं, एक शक्ति से लड़ रहे हैं। उनका इशारा मोदी सरकार पर था, लेकिन बीजेपी ने इसे धर्म से जोड़ लिया। दरअसल, हिंदू धर्म में मां दुर्गा के साथ ही बालिकाओं - महिलाओं को भी शक्ति का स्वरूप माना जाता है। राहुल के बयान को भावनात्मक एंगल देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM narendra Modi ) ने कहा है कि वह इस ‘शक्ति’ की रक्षा के लिए जान दे देंगे। 

चर्चित हो रहा है राहुल गांधी का बयान

लोकसभा चुनावों की तारीाख की घोषणा हो चुकी है। राजनीतिक दल जनसभाएं कर एक-दूसरे को कठघरे में खड़ा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसी ही एक जनसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण में हिंदू धर्म की ‘शक्ति’ का जिक्र किया था। इसे बीजेपी ने उसे उठा लिया और उनके बयान पर गंभीर आपत्ति जताते हुए हमलावर हो गई। मामला हिंदू धर्म व संस्कृति से जोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आक्रमक हो गए हैं। उन्होंने जिस प्रकार से पलटवार किया, उसकी काफी चर्चा हो रही है।   

मुकाबला शक्ति का विनाश करने वालों से: पीएम

सोमवार सुबह कांग्रेसी राज्य तेलंगाना स्थित जगतियाल में पीएम मोदी ने एक विशाल रैली को संबोधित किया। उन्होंने ‘शक्ति’ को पारिभाषित करते हुए कहा कि वह इसके लिए अपनी जान भी दे देंगे। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन ने अपना घोषणापत्र जारी किया है। उन्होंने कहा है कि उनकी लड़ाई शक्ति के खिलाफ है। मेरे लिए हर मां शक्ति का रूप है। हर बेटी शक्ति का रूप है। माताओं-बहनों, आपको मैं शक्ति के रूप में पूजा करता हूं। मैं भारत मां का पुजारी हूं। मैं आप शक्ति स्वरूपा माता, बहन, बेटियों का भी पुजारी हूं। उन्होंने यह भी कहा कि इंडी अलायंस ने कल शिवाजी पार्क से जारी अपने घोषणापत्र में शक्ति को खत्म करने का ऐलान किया है। मैं इस चुनौती को स्वीकार करता हूं। मैं इन शक्ति स्वरूपा माताओं-बहनों की रक्षा के लिए जान की बाजी लगा दूंगा। जीवन खपा दूंगा। मोदी ने यह भी कहा कि एक ओर शक्ति के विनाश की बात करने वाले लोग हैं, दूसरी ओर शक्ति की पूजा करने वाले लोग हैं। मुकाबला 4 जून को हो जाएगा कि कौन शक्ति का विनाश कर सकता है और कौन शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है।

‘शक्ति’ को लेकर क्या कहा राहुल गांधी ने

गौरतलब है कि रविवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन पर एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया था। इसमें विपक्षी पार्टियों के आला नेता भी शामिल हुए थे। शिवाजी पार्क में आयोजित इस जनसभा में एक घोषणापत्र भी जारी किया गया। इस अवसर पर राहुल गांधी ने शक्ति के खिलाफ लड़ने का बयान दिया। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में शक्ति शब्द होता है। हम शक्ति से लड़ रहे हैं, एक शक्ति से लड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अब सवाल उठता है, वो शक्ति क्या है? जैसे किसी ने यहां कहा- राजा की आत्मा ईवीएम में है। सही है, सही है। राजा की आत्मा ईवीएम में है, हिंदुस्तान की हर संस्था में है, ईडी में है, सीबीआई में है, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में है। 

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Mon, 18 Mar 2024 12:17:00 +053042833634283363
<![CDATA[महापौर के फोन से कलेक्टोरेट में रीडर को मनमर्जी पोस्टिंग, कॉलोनी सेल से हटीं प्रियंका ]]>https://thesootr.com/state/madhya-pradesh/arbitrary-posting-of-reader-in-collectorate-through-mayors-phone-priyanka-removed-from-colony-cell-4362984

संजय गुप्ता, INDORE. कलेक्टोरेट में कलेक्टर आशीष सिंह ने रीडर से लेकर अधिकारी स्तर तक के काम में कुछ बदलाव किए हैं। इसमें राउ रीडर का सबसे अहम बदलाव है। वह महापौर पुष्यमित्र भार्गव के परिचित हैं और उन्हीं के कहने पर अब इन्हें मनमर्जी की पोस्टिंग मिली है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार महापौर हाउस से दो रीडर के नाम गए थे। इनमें से महापौर के एक नजदीकी को ही प्राथमिकता मिली और दूसरे नाम को ट्रांसफर में नहीं जोड़ा गया। 

इनका हुआ है बदलाव

स्थापना शाखा द्वारा यह बदलाव आदेश जारी हुए हैं। इसमें राऊ में पदस्थ रीडर अंकित उपरिज को अब महू तहसील में पदस्थ किया गया है। अंकित इसके लिए लंबे समय से प्रयास कर रहे थे। जब कुछ नहीं हुआ तो महापौर पुष्यमित्र भार्गव के जरिए फोन लगवाया गया। इसके बाद ही आननफानन में उनके नाम की फाइल दौड़ी और ट्रांसफर आदेश हो गए। उनके साथ स्टाफ के पांच अन्य लोगों के भी ट्रांसफर हुए हैं। वहीं अंकित की जगह राऊ के लिए भी एक नाम की अनुशंसा महापौर हाउस से हुई, लेकिन इसे ट्रासंफर लिस्ट में फिलहाल शामिल नहीं किया गया है। 

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कॉलोनी सेल में फिर हुआ बदलाव

कॉलोनी सेल से अब तीसरी छुट्‌टी प्रियंका चौरसिया की हुई है। प्रभारी डिप्टी कलेक्टर चौरसिया की जगह संयुक्त कलेक्टर और हाल ही में इंदौर पदस्थ हुए प्रदीप सोनी को कॉलोनी सेल का प्रभार दिया गया है। हालांकि, उनके अनुभव को देखते हुए चुनावी आचार संहिता खत्म होने के बाद किसी तहसील का एसडीएम नियुक्त किया जाएगा। चुनाव के चलते पहले से सभी सहायक रिटर्निंग ऑफिसर तय हैं, इसलिए अभी बदलाव संभव नहीं है। 

एसडीएम ओम बड़कुल मुश्किल में, कलेक्टर हुए नाराज

मल्हारगंज एसडीएम ओमनारायण सिंह बड़कुल मुश्किल में आ गए हैं। प्रोटोकॉल ड्यूटी का सही पालन नहीं करने के चलते कलेक्टर आशीष सिंह ने उनकी कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की और नोटिस भी जारी कर दिया है। यदि उनके जवाब से कलेक्टर संतुष्ट नहीं हुए तो अनुशासनात्मक कार्रवाई तय है।

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Mon, 18 Mar 2024 15:50:00 +053042836234283623
<![CDATA[Rahul Gandhi का विवादित बयान | PM Modi ने किया पलटवार ]]>https://thesootr.com/video/controversial-statement-of-rahul-gandhi-pm-modi-retaliated-4362957

कांग्रेस ( Congress ) के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ( Rahul gandhi ) ने हिंदू धर्म में मौजूद शक्ति शब्द को लेकर ये टिप्पणी की....दरअसल राहुल ने ये टिप्पणी मुंबई के शिवाजी पार्क में रविवार को हुई एक रैली में की थी...राहुल ने कहा 'हिंदू धर्म में शक्ति शब्द होता है। हम शक्ति से लड़ रहे हैं, एक शक्ति से लड़ रहे हैं।' राहुल आगे बोले, 'अब सवाल उठता है, वो शक्ति क्या है? जैसे किसी ने यहां कहा- राजा की आत्मा ईवीएम में है। सही है। राजा की आत्मा ईवीएम में है। हिंदुस्तान की हर संस्था में है। ईडी में है, सीबीआई में है, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में है।'इसके बाद फिर बीजेपी को भी बैठे बिठाए कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधने का मौका मिल गया...अब पीएम मोदी ( PM MODI ) ने राहुल के इस बयान पर जवाब दिया और कहा कि वो राहुल की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। दरअसल बीजेपी अब राहुल के इस बयान को शक्ति यानी मां दुर्गा से जोड़ रही है...क्योंकि शक्ति का एक अर्थ महिलाएं भी हैं तो अब राहुल का ये बयान कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में कितना भारी पड़ने वाला है...ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।  

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Mon, 18 Mar 2024 15:55:00 +053042837564283756
<![CDATA[कांग्रेसियों के आने से चिंतित BJP कार्यकर्ताओं को क्या बोले Kailash Vijayvargiya ? ]]>https://thesootr.com/video/know-what-kailash-vijayvargiya-said-to-bjp-workers-worried-about-the-arrival-of-congressmen-4362771

कांग्रेसियों के आने से चिंतित BJP कार्यकर्ताओं को क्या बोले Kailash Vijayvargiya

कांग्रेसियों के लगातार बीजेपी में आने से मूल कार्यकर्ता चिंतित है। इस पर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि चिंता करने की कोई बात नहीं है। कलदार सिक्का कलदार ही रहता है।

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Mon, 18 Mar 2024 14:51:00 +053042835674283567
<![CDATA[सियासी उबाल : जानिए महादेव जूस से महादेव सट्टा ऐप तक का सफर ]]>https://thesootr.com/state/chhattisgarh/political-turmoil-in-mahadev-satta-know-the-journey-from-mahadev-juice-to-mahadev-satta-app-4362732

RAIPUR. छत्तीसगढ़ में अब महादेव सट्टा ऐप ( Mahadev Satta APP ) केस बड़ा सियासी मुद्दा बन चुका है। दरअसल प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ( Former CM Bhupesh Baghel ) के खिलाफ महादेव सट्टा एप मामले में FIR दर्ज होने के बाद, कांग्रेस के खिलाफ बीजेपी ( BJP ) लगातार हमलावर है। वहीं कांग्रेस कह रही है कि प्रदेश की साय सरकार के काल में सट्‌टे का काम अब भी चल रहा है। आपको बताते चलें कि रविवार को सट्‌टा केस में कांग्रेस नेता और प्रदेश के पूर्व CM भूपेश बघेल के नाम पर FIR दर्ज होने के बाद सियासी बवाल शुरू हो गया।

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कांग्रेस बोली ये बीजेपी की साजिश

छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जब चुनाव आता है बीजेपी अपने ईडी के माध्यम से कांग्रेस नेताओं के खिलाफ षड्यंत्र करती है। लोकसभा चुनाव तय पराजय से हताश बीजेपी के इशारे पर ईडी (ED ) और ( EOW ) ईओडब्लू ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कि छवि खराब करने के लिए उनके खिलाफ महादेव ऐप मामले में झूठा मुकदमा दर्ज किया है।

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महादेव जूस से महादेव सट्टा ऐप तक का सफर

महादेव ऐप का फाउंडर सौरभ चंद्राकर बेहद सामान्य परिवार से आता है। साल  2018 से पहले वह भिलाई में रहता था और ‘महादेव जूस सेंटर’ चलाता था।  उस समय उसे ऑनलाइन ऐप्स पर सट्टा खेलने का शौक लग गया और इसी बीच 10 से 15 लाख रुपए का घाटा कर लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महादेप ऐप का को-फाउंडर रवि उप्पल भी सौरभ का पुराना दोस्त है।  उसने भी कई छोटे-मोटे काम किए। उसे भी सौरभ की तरह जुआ खेलने का शौक था और वो भी 10 लाख रुपए के नुकसान में था। फिर दोनों दुबई गए और किसी तरह पैसे जुटाने में सफल रहे।  इसके बाद दोनों ने मिलकर खोली ‘महादेव बुक ऐप’। सौरभ चंद्राकर ने इसका नाम अपने छत्तीसगढ़ के भिलाई वाले जूस सेंटर के नाम पर ही रखा। इस ऐप को डेवलप करने का काम भारतीय और यूरोपीय कोडर्स ने किया। इसे 2020 में लॉन्च किया गया। फिर दोनों ने मिलकर इस ऐप के 2,000 से ज्यादा सेंटर खोले।

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महादेव ऐप का ऐसे फैला कारोबार

सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने ‘महादेव ऐप’ का कारोबार फैलाने के लिए कमीशन मॉडल अपनाया, जो भी लोग ऐप पर सट्टा खिलाने का सेंटर चलाते, उन्हें कलेक्शन के हिसाब से कमीशन मिलता। ईडी की जांच में कहा गया है कि सेंटर्स पर भारी संख्या में कलेक्ट होने वाला कैश हवाला नेटवर्क के माध्यम से दुबई भेजा जाता था। इसमें दाऊद इब्राहीम की गैंग के आदमी उनकी मदद करते थे।

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ऐप लोगों को ऑफर करता गेम्स

महादेव बुक ऐप पर कई तरह के गेम्स लोगों को ऑफर किए जाते, इसमें पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल और क्रिकेट शामिल है। कार्ड गेम में लोगों को तीन पत्ती, पोकर और ड्रैगन टाइगर जैसे गेम्स दिए जाते। ये ऐप क्लोज ग्रुप के रूप में चलती। 

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Mon, 18 Mar 2024 15:37:17 +053042835384283538
<![CDATA[शक्ति पर विवाद : आचार संहिता के बाद ये क्या बोल गए राहुल, नाम में ही तो सब रखा है ]]>https://thesootr.com/desh/lok-sabha-elections-2024-1st-controversy-after-code-of-conduct-rahul-gandi-shakti-statement-4362730

चक्रेश @ BHOPAL.

वैसे तो कहा जाता है कि किसी शब्द या नाम में क्या रखा है, लेकिन राजनीति में सब कुछ नाम से ही लेना- देना होता है। लोकसभा चुनाव 2024 की आचार संहिता लागू होने के दो दिन बाद ही कांग्रेस के राहुल गांधी अपने एक शब्द को लेकर बुरी तरह बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल कल उन्होंने एक सभा के दौरान भाषण देते हुए “शक्ति से मुकाबला” करने की बात कह दी थी। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके इस बयान को आड़े हाथ लेते हुए राहुल गांधी और पूरे इंडिया गठबंधन की नीयत पर सवाल खड़े कर दिए। (  PM Modi Slams INDIA Alliance  )

हिंदू धर्म की शक्ति से लड़ रहे हैं- राहुल

राहुल गांधी कहते हैं कि हम लोग यहां उपस्थित सभी राजनीतिक दल न एक दल के खिलाफ लड़ रहे हैं या न किसी एक व्यक्ति के खिलाफ लड़ रहे हैं। हिंदू धर्म में शक्ति शब्द होता है हम एक शक्ति से लड़ रहे हैं। सवाल उठता है कि वह शक्ति क्या है- जैसे यहां किसी ने कहा राजा कि आत्मा ईवीएम में है, हिंदुस्तान की हर संस्था में। ईडी मे है, सीबीआई में है, हर संस्थान में है...

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सुनिए क्या कहा राहुल गांधी ने….

सुनिए पीएम मोदी ने कैसे दिया इसका जवाब 

अक्सर विवाद में आते हैं राहुल गांधी 

राहुल गांधी अपने शब्दों के चयन को लेकर अक्सर ही बीजेपी के निशाने पर आ जाते हैं। इसके पहले भी कई बार वे अपने भाषणों में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं, जिनके कारण बीजेपी और बीजेपी की आईटी सेल उनकी बुरी तरह से खिंचाई करती रही है।

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हिंदू धर्म में शक्ति शब्द का महत्त्व

शक्ति शब्द का हिंदू धर्म में गहरा और व्यापक महत्व है। यह शब्द स्त्रीलिंग है और इसका अर्थ है "शक्ति" या "ऊर्जा"। शक्ति को अपभ्रंश या सामान्य लोगों की भाषा में सक्ति भी लिखा जाता है। हिंदू धर्म में, शक्ति को ब्रह्मांड का मूल माना जाता है। यह देवी- देवताओं की शक्ति का स्रोत है, और यह सभी जीवित प्राणियों में मौजूद है। शक्ति को अक्सर स्त्रीत्व और प्रजनन क्षमता से भी जोड़ा जाता है। हिंदू धर्म में कई शक्तिपीठ हैं, जो देवी शक्ति के पवित्र स्थान हैं।

शक्ति के विभिन्न रूप

हिंदू धर्म में शक्ति के कई रूप हैं, जैसे

  • शक्ति देवी: देवी दुर्गा, काली, सरस्वती, लक्ष्मी और पार्वती जैसे देवी-देवताओं को शक्ति का प्रतीक माना जाता है।
  • महाशक्ति: ब्रह्मांड की मूलभूत शक्ति, जिसे अक्सर देवी माँ के रूप में दर्शाया जाता है।
  • कुंडलिनी शक्ति: मनुष्य के शरीर में स्थित एक छिपी हुई शक्ति, जिसे योग और ध्यान के माध्यम से जागृत किया जा सकता है।

शक्ति का महत्व

हिंदू धर्म में शक्ति को अनेक कारणों से महत्वपूर्ण माना जाता है:

  • सृष्टि का स्रोत: शक्ति को ब्रह्मांड की रचना और संचालन के लिए आवश्यक माना जाता है।
  • परिवर्तन की शक्ति: शक्ति को परिवर्तन और विकास का स्रोत माना जाता है।
  • आध्यात्मिक शक्ति: शक्ति को आध्यात्मिक उन्नति और मुक्ति के लिए आवश्यक माना जाता है।

शक्ति की पूजा

हिंदू धर्म में शक्ति की पूजा कई रूपों में की जाती है। देवी-देवताओं के मंदिरों में पूजा, स्तोत्र और मंत्रों का जाप, और योग और ध्यान शक्ति की पूजा के कुछ प्रमुख रूप हैं। 

शक्ति के पर्यायवाची शब्द:

1. बल: शारीरिक या मानसिक शक्ति, जैसे कि "उसमें बहुत बल है"।
2. ताकत: शारीरिक शक्ति, जैसे कि "वह बहुत ताकतवर है"।
3. सामर्थ्य: क्षमता या शक्ति, जैसे कि "उसमें काम करने का सामर्थ्य है"।
4. प्रभाव: किसी व्यक्ति या वस्तु का प्रभाव या शक्ति, जैसे कि "उसके शब्दों का बहुत प्रभाव है"।
5. प्रभुत्व: किसी व्यक्ति या वस्तु का प्रभुत्व या शक्ति, जैसे कि "उसका अपने क्षेत्र में प्रभुत्व है"।
6. क्षमता: किसी कार्य को करने की क्षमता या शक्ति, जैसे कि "उसमें सीखने की क्षमता है"।
7. सामर्थ्य: शक्ति या क्षमता, जैसे कि "उसमें नेतृत्व करने का सामर्थ्य है"।
8. दमखम: शक्ति या प्रभाव, जैसे कि "उसमें बहुत दमखम है"।
9. जोर: शक्ति या तीव्रता, जैसे कि "उसने जोर से आवाज लगाई"।
10. प्रभावशाली: शक्ति या प्रभाव वाला, जैसे कि "वह एक प्रभावशाली व्यक्ति है"।

अन्य पर्यायवाची शब्द:

  • उत्साह
  • ऊर्जा
  • तेज
  • प्रभाव
  • प्रभुत्व
  • वीरता
  • साहस
  • पराक्रम
  • शौर्य
  • वीर्य
    यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इन शब्दों के अर्थ और उपयोग भिन्न हो सकते हैं।

उदाहरण:

"बल" का उपयोग शारीरिक शक्ति के लिए अधिक किया जाता है, जबकि "ताकत" का उपयोग शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की शक्ति के लिए किया जा सकता है। "सामर्थ्य" का उपयोग क्षमता या शक्ति के लिए अधिक किया जाता है, जबकि "प्रभाव" का उपयोग किसी व्यक्ति या वस्तु के प्रभाव या शक्ति के लिए अधिक किया जाता है।

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Mon, 18 Mar 2024 15:02:07 +053042833804283380
<![CDATA[TRAI का नया नियम - सिम से जुड़े ऑन-लाइन फ्रॉड रोकने वाला यह नियम जरूर जान लें ]]>https://thesootr.com/web-stories/online-fraud-hacking-mobile-sim-card-trai-4362786 ]]>Mon, 18 Mar 2024 14:56:38 +053042834204283420<![CDATA[TRAI का नया नियम - सिम से जुड़े ऑन-लाइन फ्रॉड रोकने वाला यह नियम जरूर जान लें ]]>https://thesootr.com/desh/online-fraud-hacking-mobile-sim-card-trai-4362418

New Delhi: ऑनलाइन फ्राड (online frauds ) और हैकिंग ( hacking ) को रोकने के लिए देश में लगातार कड़े ओर जरूरत के हिसाब से कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन इसकी दुनिया का जाल इतना घना है कि साइबर फ्रॉड (cyber fraud ) करने वाले लोग कुछ न कुछ तोड़ निकाल लेते हैं। अब लोगों का सिम कार्ड से होने वाले फ्रॉड से बचाने के लिए टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने एक नया नियम बनाया है। इसे प्रभावी माना जा रहा है, लेकिन कहा जा रहा है कि यह नियम मोबाइल उपभोक्ताओं की कुछ परेशानी बढ़ा सकता है। नया नियम 1 जुलाई से पूरे देश में लागू हो जाएगा।

इस तारीख से लागू होगा यह खास नियम

सिम की गड़बड़ से आर्थिक परेशानी को झेलने से बचाने के लिए अर्थारिटी ने इसी माह 15 मार्च को नए नियम की जानकारी मुहैया कराई है और बताया है कि 1 जुलाई से लागू होने वाले इस नियम कई तरह के ऑनलाइन फ्रॉड पर तो रोक लगेगी ही, साथ ही लोग मानसिक परेशानी से भी बच पाएंगे। जो नियम बनाया गया है, उसके अनुसार मोबाइल उपभोक्ता ने हाल ही में अपने सिम कार्ड स्वैप किया है, तो वह अपना मोबाइल नंबर पोर्ट नहीं कर पाएगा। असल में सिम स्वैप का अर्थ है कि उपभोक्ता ने अपना सिम कार्ड खो जाने, उसके टूट जाने या अन्य वजह से काम न करने पर बदला है।

सिम बदलने पर अब यह होगा

इसके लिए करना यह होता है उपभोक्ता टेलीकॉम कंपनी के ऑपरेटर से संपर्क साधकर पुराने नंबर का ही नया सिम हासिल कर लेता है। ट्राई का दावा है कि यह नियम इसलिए लागू किया जा रहा है क्योंकि ऐसा कदम फ्रॉड की घटनाओं को रोकने के मद्देनजर उठाया गया है। नए नियम को फ्रॉड करने वालों को सिम स्वैपिंग या फिर रिप्लेसमेंट के तुरंत बाद मोबाइल कनेक्शन को पोर्ट करने से रोकने से रोकने के लिए उठाया गया है। पोर्ट का अर्थ यह होता है कि उपभोक्ता अपने नंबर को दूसरी टेलीकॉम कंपनी में ट्रांसफर नहीं करवा सकता है।

रुकेगा फ्रॉड लेकिन यह परेशानी हो सकती है

पोर्ट का चलन इसलिए बढ़ गया है कि अनेकों उपभोक्ताओं को अपने इलाके में किसी टेलीकॉम कंपनी का नंबर नहीं लगता है तो वह बदल लेता है। इसके और भी कारण होते हैं। असल में लोग अपना अधिकतर लेन-देन मोबाइल के जरिए ही कर रहे हैं, इसलिए सिम स्वैपिंग भी फ्रॉड बढ़ गए हैं, जिसमें फ्रॉड करने वाले उपभोक्ता के पेन कार्ड और आधार की फोटो कॉपी आसानी से पा लेते हैं और उसके बाद मोबाइल खो जाने का हवाला देकर नया सिम कार्ड जारी करा लेते हैं। इसके बाद उपभोक्ता के नंबर पर आने वाले ओटीपी और अन्य नंबरों से फ्रॉड शुरू हो जाता है। लेकिन इसका नतीजा यह निकलेगा कि अगर किसी उपभोक्ता को टेलीकॉम कंपनी से समस्या है तो वह अपना नंबर पोर्ट नहीं कर पाएगा। वैसे ऐसे लोगों की संख्या सीमित मानी जा रही है।

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Mon, 18 Mar 2024 13:45:02 +053042832484283248