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वेंकटेश कोरी, JABALPUR. कीमती जेवरों का परीक्षण करने वाले बैंक के अप परीक्षक से सांठगांठ कर कुछ जालसाजों ने HDFC बैंक को करोड़ों का चूना लगा दिया। करीब 83 प्रकरणों में HDFC बैंक ने नकली जेवरों पर लोन दे दिया, लोन की यह रकम 1 करोड़ 99 लाख 76 हज़ार की बताई जा रही है।
जांच के बाद 83 मामले सामने आए
इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब बैंक द्वारा कराए गए ऑडिट के दौरान बैंक में गिरवी रखे गए सोने की शुद्धता पर शक हुआ। इसके बाद जब जांच की गई तो इस तरह का एक मामला नहीं बल्कि, एक के बाद 83 ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें नकली जेवरों के बदले बैंक करोड़ों की चपत लगाई गई है।
नकली जेवरों पर सोने की परत
नकली जेवर को गिरवी रखकर करीब 2 करोड़ की धोखाधड़ी के खुलासे के बाद एचडीएफसी बैंक में हड़कंप मचा हुआ है, सबसे हैरानी की बात यह है कि नकली जेवरों का यह फर्जीवाड़ा HDFC बैंक के किसी एक ब्रांच में नहीं हुआ है बल्कि शहर के अलग-अलग पांच शाखाओं में एक ही तरीके से फर्जीवाड़ा किया गया है। पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि HDFC बैंक की सिविल लाइन, अधारताल, रांझी, धनवंतरी नगर और तिलहरी ब्रांच में नकली जेवरों को अमानत के तौर पर रखकर करीब 2 करोड़ का कर्ज उठाया गया है।
निशाने पर सत्यापन करने वाला उप परीक्षक
नकली जेवरों के जरिए बैंक को करीब 2 करोड़ का चूना लगाने के मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने भी अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है, शुरुआती जांच में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जिनके जरिए यह बात सामने आई है कि उनके द्वारा बैंक में खाताधारकों को 2000 से 4000 की रकम देकर उन्हें बैंक से आभूषणों के बदले लोन लेने के लिए प्रेरित किया जाता था और नकली आभूषणों की व्यवस्था भी आरोपी ही किया करते थे, जांच में यह बात भी सामने आई है कि शहर के पांच अलग-अलग शाखाओं के 83 मामलों में हुए फर्जीवाड़े के दौरान सभी गहनों का सत्यापन एक ही शख्स ने किया था, लोन के सभी प्रकरणों के दौरान HDFC बैंक ने रांझी के गोकलपुर निवासी सत्य प्रकाश सोनी को उप परीक्षक नियुक्त किया था अब उप परीक्षक पुलिस के निशाने पर आ गया है और उसकी भी तलाश की जा रही है।
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