कौन है ठगी से चर्चा में आई साध्वी लक्ष्मीदास

पुलिस की वांटेड लिस्ट में शामिल

महंत कनकबिहारी दास के साथ फ्रॉड करने के बाद साध्वी लक्ष्मीदास पुलिस की वांटेड लिस्ट में शामिल हो गई है।

साध्वी का असली नाम

साध्वी लक्ष्मीदास का असली नाम रीना रघुवंशी है। साध्वी ने महंत के बैंक अकाउंट से फर्जी दस्तावेज दिखाकर 90 लाख रुपए निकाले और फरार हो गई।

2010 में ली थी दीक्षा

साध्वी ने 2010 में दीक्षा ली थी और 2020 में विधिवत अपना नाम रीना रघुवंशी से बदलकर साध्वी लक्ष्मीदास कर दिया।

विवाह विच्छेद

कनकबिहारी दास के कहने पर साध्वी ने विवाह विच्छेद किया और 2022 में उनके संपर्क में आई।

उत्तराधिकारी

रीना उर्फ साध्वी लक्ष्मीदास ने दावा किया है कि वह कनकबिहारी दास की उत्तराधिकारी हैं और लगातार उनकी सेवा में रही हैं।

बचत खाते से उड़ाए 90 लाख

साध्वी लक्ष्मीदास ने फर्जी उत्तराधिकारी बनकर संत कनकबिहारी महाराज के बचत खाते से 90 लाख रुपए निकाल लिए।

महंत श्याम दास उत्तराधिकारी

महंत श्याम दास ने बताया कि संत कनकबिहारी महाराज ने उन्हें उत्तराधिकारी घोषित किया था और किसी और को उत्तराधिकार के अधिकार नहीं दिए थे।

साध्वी लक्ष्मी ने उठाया फायदा

आश्रम को महाराज के इस बचत खाते की जानकारी नहीं थी, और साध्वी लक्ष्मी ने इसका लाभ उठाया।

साध्वी ने फर्जी नॉमिनी बन

न्यायालय की कार्रवाई के दौरान अकाउंट के बारे में जानकारी सामने आई। इसके बाद साध्वी ने फर्जी नॉमिनी बनकर 90 लाख की राशि का आहरण किया और तब से फरार है।