गाड़ी के पीछे क्यों भागते हैं कुत्ते?

अक्सर देखा गया है कि कुत्ते गाड़ियों के पीछे दौड़ते हैं और जोर-जोर से भौंकते हैं, जिससे कई बार दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं।

कुत्तों के इस व्यवहार के पीछे मुख्य कारण गाड़ियों के टायर होते हैं, क्योंकि उनकी सूंघने की शक्ति बहुत तेज होती है।

गाड़ियों के टायरों पर दूसरे कुत्तों की गंध आने से स्थानीय कुत्ते आक्रामक हो जाते हैं और गाड़ियों का पीछा करने लगते हैं।

कुत्तों द्वारा गाड़ियों का पीछा करने का एक और कारण यह हो सकता है कि उनका कोई साथी अतीत में ऐसी गाड़ी से घायल हुआ हो, जिससे वे उस गाड़ी को खतरे के रूप में देखते हैं।

कुत्ते लाल और नीला रंग ठीक से नहीं देख पाते, जिससे वे कभी-कभी बेवजह भौंकने लगते हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थितियों में घबराने और तेज चलने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे कुत्ते और आक्रामक हो सकते हैं।

भोपाल में कुत्तों की संख्या डेढ़ लाख है और औसतन हर दिन 105 लोग कुत्तों का शिकार बनते हैं।

पिछले पांच साल में भोपाल में आवारा कुत्तों के काटने से 5 मासूमों की मौत हो चुकी है।

बड़ी महानगरों में कुत्ते रोजाना कई लोगों को काटते हैं, जैसे इंदौर में 140, भोपाल में 120, जबलपुर में 105, ग्वालियर में 95, उज्जैन में 75 और खंडवा में 50 मामले रोज आते हैं।

कुत्तों की इन घटनाओं से बचने के लिए सावधानी बरतना और स्थिर गति बनाए रखना जरूरी है।