Dilip Kumar से ऑस्कर विजेता A.R Rahman बनने की प्रेरक यात्रा
एआर रहमान एक हिन्दू परिवार में जन्में थे और उनका नाम दिलीप रखा गया था
पिता आरके शेखर की प्रेरणा ने उन्हें बचपन से ही संगीत के करीब रखा
उन्होंने लंदन के ट्रिनिटी कॉलेज से पश्चिमी शास्त्रीय संगीत की पढ़ाई की
पिता की मृत्यु के बाद परिवार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा
1992 में मणिरत्नम की फिल्म 'रोजा' से की संगीत जगत में धमाकेदार शुरुआत
2008 में 'स्लमडॉग मिलियनेयर' के लिए दो ऑस्कर जीतकर इतिहास रचा
2013 में कनाडा में 'ए.आर. रहमान स्ट्रीट' उनकी लोकप्रियता का प्रतीक है
उन्होंने 6 राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड जीतकर भारतीय संगीतकारों के लिए एक नया रिकॉर्ड बनाया
माइकल जैक्सन और हॉलीवुड के साथ काम कर भारत का नाम रोशन किया है
उनकी रचनाएं जैसे 'ख्वाजा मेरे ख्वाजा' और 'मां तुझे सलाम' आध्यात्मिकता से भरी हैं