फेक साइट और फर्जी विज्ञापन की ऐसे करें पहचान

डिजिटल क्राइम क्या है?

डिजिटल क्राइम या साइबर अपराध वह अपराध होता है जो कंप्यूटर, इंटरनेट, और डिजिटल डिवाइस का उपयोग करके किया जाता है। इसमें धोखाधड़ी, डेटा चोरी, हैकिंग, साइबर बुलिंग, फिशिंग, और ऑनलाइन उत्पीड़न जैसी गतिविधियां शामिल होती हैं।

वेबसाइट की सुरक्षा

यदि वेबसाइट का पता https से शुरू होता है और एक सुरक्षित चुंबकल दिखता है, तो यह एक सुरक्षित वेबसाइट हो सकती है।

वेबसाइट की प्रोफाइल

वेबसाइट की प्रोफाइल और बारीकियों को देखें, जैसे- कैसे रन कर रही है, उसका लोगो, उसका हेल्प डेस्क और कांटेक्ट डिटेल्स आदि। अगर सभी फ्रॉड होंगे तो वह खाली होगा या दूसरी कंट्री का यूज किया होगा।

विज्ञापन की प्रतिष्ठा

विज्ञापन की प्रतिष्ठा और कमेंट्स को देखें, क्या यह रियल है या फेक आईडी से करवाए गए है। इसके अलावा उस वेबसाइट का नाम पर सोशल मीडिया पर भी चेक कर सकते हैं।

वेबसाइट का डिजाइन

यदि वेबसाइट का डिजाइन खराब या अजीब है, तो यह एक फेक साइट हो सकती है, क्योंकि सामान्यत: रियल वेबसाइट पैसा खर्च करके डिजाइन पर ज्यादा है।

वेबसाइट का संपर्क जानकारी

यदि वेबसाइट पर संपर्क जानकारी नहीं है, तो यह एक फेक साइट हो सकती है।

वेबसाइट का इतिहास

वेबसाइट का इतिहास और प्रतिष्ठा को देखें, इसके साथ ही करने के लिए वेबसाइट की लिंक से भी पता लगाया जा सकता है। हालांकि अब फेक वेबसाइट हूबहू रियल लगाती हैं।

विज्ञापन की भाषा

यदि विज्ञापन में भाषा असंगत या गलत है, तो यह एक फर्जी विज्ञापन हो सकता है। इसके साथ ही फर्जी विज्ञापन को लुभावना बनाने के लिए अनएक्सपेक्टेड ऑफर दिए जाते है।

विज्ञापन की पेशकश

यदि विज्ञापन में पेशकश असामान्य या असंभव लगती है, तो यह एक फर्जी विज्ञापन हो सकता है।