जानें क्यों जरूरी है 7-8 घंटे की नींद

नींद की कमी के प्रभाव

नींद की कमी से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है, एकाग्रता और निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होती है।

दिमाग के फंक्शन पर बुरा असर

नींद की कमी दिमाग के काम करने की क्षमता को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है, ध्यान और निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होती है।

इम्युनिटी कमजोर होना

नींद की कमी से इम्युनिटी कमजोर हो सकती है, शरीर की सर्दी और फ्लू जैसी आम बीमारियों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है।

बीमारियों का जोखिम

नींद की कमी से बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है, हृदय रोग, स्ट्रोक, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

वजन बढ़ना और मोटापा

नींद की कमी वजन बढ़ने और मोटापे के बढ़ते जोखिम से जुड़ी है, भूख और भूख को कंट्रोल करने वाले हार्मोन प्रभावित होते हैं।

मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं

नींद और मानसिक स्वास्थ्य का आपस में गहरा संबंध है, पर्याप्त नींद न लेने से मौजूदा मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।

दुर्घटनाओं का जोखिम

नींद की कमी से दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ सकता है, स्पष्ट रूप से सोचने और समस्याओं को प्रभावी ढंग से हल करने की क्षमता कम हो सकती है।

पाचन तंत्र प्रभावित होना

नींद की कमी से पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है, पेट संबंधी समस्याएं और भूख में कमी हो सकती है।