11-15 मीटर के बीच हो सकती है सांप की लंबाई

प्रोफेसर सुनील बाजपेयी का कहना है कि माइथोलॉजी में भगवान शिव के गर्दन में लिपटे सांप वासुकी के नाम से प्रेरित होकर नाम रखा है। दोनों सांपों का आपस में संबंध नहीं है। सांप की लंबाई 11-15 मीटर के बीच हो सकती है।

आस्था का सम्मान है, लेकिन दोनों में संबंध नहीं

उन्होंने कहा कि आज लोग इसे समुद्र मंथन और वासुकी नाग से जोड़कर देख रहे हैं। आस्था का सम्मान है लेकिन प्रामाणिकता के आधार पर दोनों में संबंध नहीं है। सिर्फ नाम रखने के लिए वासुकी नाम दिया गया है।

2005 में खोजे गए थे जीवाश्म

IIT रुड़की के वैज्ञानिकों ने कहा है कि गुजरात में पाए गए जीवाश्म अब तक के सबसे बड़े सांप के अवशेष हैं, जो टी-रेक्स से भी लंबा था। 'वासुकी इंडिकस' की खोज 2005 में आईआईटी-रुड़की के वैज्ञानिकों ने की थी और हाल ही में इसकी पुष्टि एक विशालकाय सांप के रूप में हुई है।

कहां रहता था वासुकी नाग ?

एनाकोंडा और अजगर की तरह अपने शिकार को लपेटकर अपने वश में कर लेता था। यह सांप उस समय तट के पास एक दलदली जगह में रहता था, जहां का तापमान आज की तुलना में अधिक था।

जीवाश्म विज्ञानी का दावा

आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर और जीवाश्म विज्ञानी सुनील बाजपेयी ने कहा कि वासुकी के शरीर की अनुमानित लंबाई टाइटनोबोआ (titanoboa ) के बराबर है। जो लगभग 60 मिलियन वर्ष पहले कोलंबिया में रहता था। इसका वजन एक टन से अधिक था।