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इंफोसिस के शेयर की वैल्यू लगभग 1400 रुपए है। अब इंफोसिस ने डिविडेंड देने की घोषणा की है। इसके लिए रिकॉर्ड डेट 31 मई है और इसका पेमेंट 1 जुलाई को किया जाएगा। नारायण मूर्ति ने अपने पोते को इंफोसिस के 15 लाख शेयर गिफ्ट किए हैं। अब एकाग्र को लगभग 4.2 करोड़ रुपए इंफोसिस से डिविडेंड के तौर पर मिलेंगे। बता दें, इंफोसिस ने चौथी तिमाही के नतीजों का ऐलान करते हुए 18 अप्रैल को 28 रुपए के डिविडेंड का ऐलान किया था। इसमें फाइनल डिविडेंड 20 रुपए और स्पेशल डिविडेंड के तौर पर 8 रुपए दिए जाएंगे।
इंफोसिस ने अपने Q4 के रिजल्ट घोषित किए थे, जिसमे कंपनी को काफी प्रॉफिट हुआ था। जनवरी-मार्च तिमाही में इंफोसिस का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर करीब 30% बढ़कर 7,969 करोड़ रहा। वहीं Q3FY24 यानी तीसरी तिमाही में इंफोसिस का नेट प्रॉफिट 11,058 करोड़ रहा था। इस वजह से कंपनी ने 28 रुपए का डिविडेंड देने का ऐलान किया है। डिविडेंड से ही एकाग्र की 4 करोड़ की कमाई हुई है
इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने अपने चार महीने के पोते एकाग्र रोहन मूर्ति को 240 करोड़ से अधिक के शेयर उपहार में दिए थे। इसके बाद भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस में एकाग्र रोहन मूर्ति की 15,00,000 शेयर या 0.04 प्रतिशत हिस्सेदारी हो गई थी।
नारायण मूर्ति के बेटे रोहन मूर्ति और उनकी दूसरी वाइफ अपर्णा कृष्णन के बेटे एकाग्र रोहण मूर्ति भारत के सबसे छोटा अरबपति है। दिसंबर 2023 में एकाग्र मूर्ति का जन्म हुआ था और उसके ठीक 4 महीने बाद अब एकाग्र रोहण मूर्ति के दादा यानी देश के जाने-माने बिजनेसमैन नारायण मूर्ति ने उन्हें जन्म का तोहफा देते हुए करीब 15 लाख शेयर उनके नाम कर दिए हैं।
पोते को शेयर दान में देने के बाद इन्फोसिस में नारायणमूर्ति की हिस्सेदारी 0.40 प्रतिशत से घटकर 0.36 प्रतिशत रह गई। उनके पास अब कंपनी के करीब 1.51 करोड़ शेयर हैं। फाइलिंग के अनुसार, यह लेनदेन 'ऑफ-मार्केट' तरीके से किया गया।
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