दो ग्राम सोने की कीमत तुम क्या जानों...

केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय ने दो ग्राम से कम वजन के सोने के गहनों के लिए हालमार्क अनिवार्य नहीं किया है।

ज्यादातर दो ग्राम तक के सोने के गहने नकली पाए गए हैं और पुराने गहनों में भी मिलावट पाई गई है।

जांच रिपोर्ट के अनुसार, 85% गहनों में 80% से कम सोना है और 30% गहनों में सोने की शुद्धता 70% तक ही है।

लौंग जैसे सोने के आइटम सबसे ज्यादा बिकते हैं, लेकिन इनमें सिर्फ 60% तक सोना होता है।

ज्वेलर्स केवल हालमार्क ज्वेलरी ही बेचते हैं और पुराने सोने के गहनों में खोट ज्यादा मिली है।

दो साल पहले हालमार्क लागू होने के बाद से बाजार में 14, 18, 20, 22 और 23 कैरेट सोने के हालमार्क गहने बेचने की मंजूरी है।

दो ग्राम से कम वजनी गहनों में शुद्धता सबसे कम है और गांवों में ज्वेलर्स के पास हालमार्क लाइसेंस नहीं होता है।

गांव-कस्बों में 916% सोना बताकर 20-30% सोना बेचा जा रहा है क्योंकि 21 जिलों में हालमार्क लागू है।