जानें कैसे हुई रक्षाबंधन मनाने की शुरुआत, पढ़ें रोचक इतिहास

रक्षाबंधन भाई-बहन के प्यार का त्योहार है, जो सावन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।

इस त्योहार का इतिहास महाभारत से जुड़ा है, जहां भगवान कृष्ण ने द्रौपदी की उंगली पर पट्टी बांधने के बदले उसकी सुरक्षा का वचन दिया था।

कौरवों की सभा में कृष्ण ने द्रौपदी की लाज बचाकर अपना वचन निभाया था, तभी से रक्षाबंधन मनाया जाने लगा।

एक और कहानी देवी लक्ष्मी और राजा बाली से जुड़ी है, जहां लक्ष्मी ने साधारण स्त्री का रूप धारण कर बाली की कलाई पर धागा बांधा और विष्णु को वापस बैकुंठ ले जाने की इच्छा पूरी करवाई।

रानी कर्णावती और हुमायूं की कहानी भी प्रसिद्ध है, जहां कर्णावती ने मुगल शासक हुमायूं को राखी भेजकर सहायता मांगी, लेकिन हुमायूं देर से पहुंचा और कर्णावती ने जौहर कर लिया।

त्योहार की कहानियाँ भारतीय संस्कृति और भाई-बहन के रिश्ते की गहराई को दर्शाती हैं।

आपको बता दें कि इस साल रक्षाबंधन 19 अगस्त को मनाया जाएगा।