मोहम्मद युनुस बने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के चीफ एडवाइजर

बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का चीफ एडवाइजर बनाया गया है।

शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद यूनुस का नाम सामने आया है।

मोहम्मद यूनुस को गरीबों के बैंकर के रूप में जाना जाता है, उन्होंने ग्रामीण बैंक की स्थापना की थी।

यूनुस ने गरीबों को 100 डॉलर से कम के छोटे-छोटे कर्ज दिलाकर लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला।

उन्होंने 1983 में ग्रामीण बैंक की नींव रखी, जिसने पिछले 40 साल में 1 करोड़ से ज्यादा गरीबों को 43 लाख करोड़ टका का लोन दिया।

यूनुस ने 2007 में नागरिक शक्ति नाम की पॉलिटिकल पार्टी बनाई, लेकिन राजनीति में खास सफलता नहीं मिली।

शेख हसीना ने यूनुस पर गरीबों का खून चूसने और राजनीति के लिए खतरा बनने का आरोप लगाया।

2011 में शेख हसीना की सरकार ने यूनुस को ग्रामीण बैंक के प्रमुख पद से हटा दिया।

यूनुस पर श्रम कानून तोड़ने और टेलीकॉम नियमों के उल्लंघन के आरोप लगे, जिसके चलते उन्हें छह महीने की जेल हुई।

शेख हसीना ने यूनुस को विदेशी ताकतों की कठपुतली बताया और उन पर कई बार आरोप लगाए।