भगवान नहीं हैं धीरेंद्र शास्त्री, गलती की मैंने... शिवरंजनी ने बताया क्यों कहा था धीरेंद्र शास्त्री को प्राणनाथ

शिवरंजनी तिवारी ने पहले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को अपना 'प्राणनाथ' बताया था, लेकिन अब वह शादी वाली बात से मुकर गई हैं।

शिवरंजनी ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री को 'प्राणनाथ' इसलिए कहा था क्योंकि वह उन्हें भगवान का अवतार मानती थीं।

उन्होंने स्वीकार किया कि धीरेंद्र शास्त्री को भगवान मानना उनकी गलती थी और अब वह इसे सही नहीं मानतीं।

भगवा कपड़े पहनने पर हुए विवाद के बारे में शिवरंजनी ने कहा कि यह उनकी निजी पसंद है और किसी को इसमें हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है।

शिवरंजनी ने दावा किया कि उन्हें जान से मारने की धमकियां मिली हैं और सोशल मीडिया पर भी ट्रोल किया गया है।

उन्होंने कहा कि हर किसी को अपनी बात कहने की आजादी होनी चाहिए और यह हमारे देश की स्वतंत्रता का हिस्सा है।

धीरेंद्र शास्त्री के बयान 'जो वंदे मातरम नहीं कह सकता उसे इस देश में रहने का हक नहीं' पर शिवरंजनी ने कहा कि देश में विभिन्न जातियों के लोग रहते हैं और सभी को अपने देश के प्रति ईमानदार होना चाहिए।

शिवरंजनी चर्चा में तब आईं जब उन्होंने गंगोत्री से पैदल यात्रा शुरू की थी और 1300 किमी का सफर तय करके बागेश्वर धाम पहुंची थीं।

इस यात्रा के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई थी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

शंकराचार्य ज्योतिष पीठ के मीडिया प्रभारी ने शिवरंजनी के भगवा वस्त्र पहनने पर आपत्ति जताई थी, जिसे उन्होंने सनातन धर्म की हानि बताया था।