मध्य प्रदेश से रहा है भगवान श्री कृष्ण का गहरा नाता, 26 अगस्त को मनाई जाएगी जन्माष्टमी

जन्माष्टमी 26 अगस्त को पूरे देश में मनाई जाएगी, खासकर मथुरा-वृंदावन में विशेष तैयारियां चल रही हैं।

मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों में भक्तों का ताता लगेगा, मटकी फोड़ प्रतियोगिता और कृष्ण-राधा के रूप में छोटे बच्चे दिखाई देंगे।

भगवान श्री कृष्ण ने उज्जैन में गुरु सांदीपनि के आश्रम में शिक्षा दीक्षा ली थी, जहाँ उन्होंने 64 दिन में 64 कलाएं सीखी थीं।

भगवान कृष्ण और उनके मित्र सुदामा का मंदिर नारायण धाम में है, जो उज्जैन से 35 किलोमीटर दूर जैथल गांव में स्थित है।

नारायण धाम में सुदामा ने श्री कृष्ण से छुपाकर चने खाए थे, जिसके चलते उन्हें गुरुमाता ने श्राप दिया था।

धार के अमझेरा से भगवान श्रीकृष्ण ने देवी रुक्मणी का हरण किया था, जहाँ आज भी उनके रथ के पहियों के निशान देखे जा सकते हैं।

मथुरा में जन्माष्टमी 26 अगस्त 2024 को मनाई जाएगी; इस दिन मध्य रात्रि को श्रीकृष्ण जन्म स्थान के मंदिर परिसर में पंचामृत अभिषेक होगा।

श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान ने घोषणा की है कि जन्माष्टमी के दिन मंदिर 20 घंटे के लिए खुला रहेगा ताकि भक्त आसानी से दर्शन कर सकें।

मथुरा के बड़े कृष्ण मंदिरों में भी जन्माष्टमी की खास तैयारियां की गई हैं, जिसमें बांके बिहारी मंदिर शामिल है।

इस अवसर पर देशभर में भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव की धूम रहेगी, विशेषकर मध्य प्रदेश और मथुरा में।