मप्र में फेसलेस हुई ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया, ये टेस्ट होगा देना

मध्य प्रदेश में लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया अब फेसलेस हो गई है, जिससे आवेदकों को परिवहन कार्यालयों में आने की जरूरत नहीं होगी।

आवेदक अब ऑनलाइन आवेदन कर निर्धारित प्रक्रिया पूरी कर अपना लर्निंग लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं।

यह फेसलेस प्रक्रिया पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के उद्देश्य से शुरू की गई है और प्रदूषण जांच केंद्रों के माध्यम से लागू की जा रही है।

भोपाल जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में यह प्रक्रिया सफल रही और अब पूरे प्रदेश में लागू की जा रही है।

गाड़ियों में बिना मानव हस्तक्षेप और पारदर्शी तरीके से फिटनेस जांच के लिए ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर में ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं।

लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदकों को अब RTO में ड्राइविंग टेस्ट देने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि ऑनलाइन टेस्ट देना होगा।

ऑनलाइन टेस्ट में रोड के सामान्य नियमों और ट्रैफिक सिग्नल की जानकारी पूछी जाती है।

लर्निंग लाइसेंस के दौरान आवेदक गाड़ी सीख सकते हैं और ट्रैफिक चालान का सामना नहीं करना होगा, लेकिन गाड़ी पर 'L' लिखवाना आवश्यक होगा।

इस नई व्यवस्था से आवेदकों की सुविधा में वृद्धि होगी और प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और प्रभावी होगी।