सुकमा विधानसभा सीट पर क्या है जनता का मिजाज, आज चुनाव हुए तो कौन जीतेगा ?

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सुकमा जिले की कोंटा विधानसभा सीट 1952 से अस्तित्व में आई...यह अविभाजित मध्यप्रदेश की सबसे पहली विधानसभा का हिस्सा थी...यह सीट शुरुआत से ही आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित है...इस सीट पर जो नतीजे आते हैं वो राजनैतिक पार्टियों के चेहरे पर हवाईयां उड़ाने के लिए काफी है...1952 में हुए पहले चुनाव में ही इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार पीलू ने जीत दर्ज की थी...1957 में पहली बार यह सीट कांग्रेस के खाते में गई थी...1962 में फिर एक बार यहां से निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की..साल 1993 में ये सीट पूरे प्रदेश में चर्चा की विषय बन गई थी क्योंकि यहां से CPI के मनीष कुमार ने जीत दर्ज की थी...अब तक हुए 14 चुनावों में 9 बार कांग्रेस, दो बार बीजेपी... दो बार निर्दलीय और एक बार सीपीआई उम्मीदवार जीता....2023 में जनता किसे चुनेगी जानने के लिए देखिए....