मध्यप्रदेश लाख कीट के उत्पादन में तीसरे स्थान पर है। प्रदेश के कई जिलों में लाख कीट की खेती भी की जाती है। जबलपुर के जवाहर कृषि विश्वविद्यालय कई सालों से किसानों को लाख कीट की खेती के लिए प्रेरित कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि किसानों के लिए लाख कीट कमाई का बेहतर जरिया बन सकता है।
कुसुम के पेड़ से सबसे ज्यादा उत्पादन
लाख का सबसे ज्यादा उत्पादन कुसुम के पेड़ में होता है। यही कारण है कि किसानों को कुसुम के पेड़ पर ही लाख की खेती करने की सलाह दी जाती है। किसानों को इसके लिए लगातार प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा झारखंड के किसान बेर के पेड़ पर लाख की खेती करते हैं।
लाख की खेती के लिए सही मौसम
कुसुम के पेड़ में जुलाई माह के पहले सप्ताह में कुसमी लाख के कीट चढ़ाए जाते हैं, जिसका उत्पादन दिसंबर के महीने में लिया जाता है। चूकि लाख का उत्पादन अगहन के महीने में लिया जाता है इसलिए इसे अगहनी लाख भी कहा जाता है। विशेषज्ञ बताते है कि जनवरी के महीने में भी कुसुम पेड़ में लाख के कीट चढ़ाए जाते हैं, जिसका उत्पादन जून में लिया जाता है।