पिछले कुछ सालों में मशरुम की खेती को लेकर किसान जागरुक हुए हैं और उन्हें काफी मुनाफा भी मिला है। मशरूम शाकाहारी भोजन पसंद करने वालों के लिए एक पौष्टिक आहार (nutritious food) के लिए यह एक अच्छा आहार है। बिहार (Bihar) के गया जिले के किसान राकेश सिंह ने एक तकनीक विकसित की है जिससे मशरुम की खेती (mushroom farming) कभी भी की जा सकेगी।
किसी भी मौसम में कर सकेंगे खेती
राकेश सिंह ने पुआल, गेहूं की भूसी और एयर कंडीशनर का इस्तेमाल करके इन हाउस मशरूम उत्पादन के लिए एक युनिट तैयार की है। मशरुम सर्दियों में उगाई जाती है लेकिन इस तकनीक से किसान किसी भी मौसम में फसल का उत्पादन कर सकते हैं। इस तकनीक से मशरूम के पौधों के लिए उपयुक्त तापमान मुहैया कराया जा सकता है, जिससे किसानों के मन से नुकसान होने की चिंता भी हट जाती है।
ऐसे की जा सकती है खेती
मशरुम की खेती करने के लिए 6 बाय 6 के कमरे से शुरुआत की जा सकती है। उस कमरे में सूरज की रोशनी ना आ पाए नहीं तो पौधे खराब भी हो सकते हैं। उसके बाद पानी में भीगा हुआ भूसा तैयार करना होगा। फिर उसे पॉलिथीन में उचित मात्रा में भूसे और मशरूम बीज को एयर टाइट तरीके से बांधना होगा जिससे हवा अंदर ना जा पाए।