देश में किसानों को हर साल भंडारण की समस्या का सामना करना पड़ता है, जिसके कारण किसानों को कम दाम में सब्जी बेंचना पड़ता है। इस समस्या का समाधान निकाला है मध्यप्रदेश के झाबुआ के रहने वाले रोहित पटेल ने। 21 साल के रोहित किसान के साथ-साथ एक इनोवेटर भी हैं। उन्होंने जुगाड़ का एक ऐसा रास्ता निकाला है जिससे वह 96 लाख रुपए तक कमा लेते हैं वो भी प्याज और आलू जैसी मौसम के प्रति संवेदनशील फसलों से।
रोहित का देसी जुगाड़
कोल्ड स्टोरेज महंगे होने के कारण, किसान अपनी फसल को स्टोर नहीं कर पाते। इस कारण से उन्हें अपनी फसलों को कम दाम में बेचना पड़ता है। रोहित अपनी फसल के भंडारण के लिए किसी मंहगे कोल्ड स्टोरेज पर निर्भर नहीं रहते। उन्होंने भंडारण के कुछ तरीके बताएं हैं, सबसे पहले बिना खिड़की के किसी कमरे में जमीन से 8 इंच ऊपर कुछ ईंट लगाइए। फिर इस पर एक लोहे का जाल बिछाएं। इसके ऊपर सारे प्याज बिछाएं। अब एक एक्जोस्ट फैन लगाकर नीचे से प्याज को हवा लगने दें। तैयार हैं आपकी प्याज की फसल का सस्ता और टिकाऊ कॉल्ड भंडारण।
बिचौलिए लेते हैं फायदा
रोहित अपनी फसल को कुछ महीनों तो स्टोर करने का तरीका सीख लिया है। जिससे वह दस गुना तक लाभ कमा सकते हैं। प्याज की खेती आमतौर पर मार्च और अप्रैल के महीनों में गर्मी के समय में होती है। जब किसान अपनी फसल को इन ही महीनों में बेंचता है तो उसे 2-3 रुपए प्रति किलो का लाभ होता है। इस ही कारण से बिचौलिए प्याज को इस सीजन में जमा करके ऑफ सीजन में मुनाफे के साथ बेंचते हैं। यदि किसान भी मानसून आने तक भंडारण कर लें तो वे एक किलो के लिए लगभग 35 रुपये कमा सकते हैं।