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AMBIKAPUR. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि धर्मांतरण का मुद्दा केंद्र सरकार का है, जिसके नियमों में फेरबदल करने का अधिकार केंद्र का होता है। ऐसे में धर्मांतरण के मुद्दे को भाजपा और भाजपा के सांसद सिर्फ भड़काने के लिए उपयोग करते हैं। दरअसल, 6 अप्रैल को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आदिवासी उरांव समाज के पारंपरिक त्यौहार सरहुल में शामिल होने सरगुजा पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंच से जहां प्रदेश सरकार की योजनाओं की जमकर सराहना की तो वहीं पूर्व की रमन सरकार पर हमला भी किया।
सीएम ने आदिवासी उरांव समाज की मांग पूरा करते हुए कई घोषणाएं की
इस तरह से सीएम ने धर्मांतरण के मुद्दे को भाजपा और केंद्र सरकार पर डाल दिया। इसके साथ ही जब पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से अंबिकापुर में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के बारे में जानकारी ली तो उनका कहना था कि महाराजा साहब जब चाहेंगे तब सरगुजा में भेंट मुलाकात कार्यक्रम संपन्न हो जाएगा। इसके अलावा सरगुजा में विधायक बृहस्पति सिंह और सहकारी बैंक के कर्मचारियों के बीच चल रहे विवाद के मामले को आपस में बैठकर सुलझाने की बात सीएम ने कही। इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने आदिवासी उरांव समाज की मांग पूरा करते हुए कई घोषणाएं भी की।
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जो 15 साल में रमन सरकार ने नहीं किया वह साढ़े 4 साल कर चुके हैं
सरहुल कार्यक्रम में शामिल होने अंबिकापुर के पीजी कॉलेज पहुंचे भूपेश बघेल ने सबसे पहले पारंपरिक तौर से साल वृक्ष की पूजा करते हुए सरहुल पूजा संपन्न किया। मंच से भाषण देते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि जो काम 15 साल की रमन सरकार ने नहीं किया वह उपलब्धियां साढ़े 4 साल की कांग्रेस की सरकार कर चुकी है। इसके अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति आदिवासियों के लिए काम करते हुए सरकार ने कई मुकाम हासिल किए हैं। किसानों के साथ-साथ बेरोजगार और रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के जरिए रोजगार देने की बात पर भी मुख्यमंत्री ने जोर दिया।
सरहुल के जरिए भूपेश बघेल की आदिवासी वर्ग पर पैठ जमाने की कोशिश
बहरहाल चुनावी साल में सीएम के सामाजिक कार्यक्रम के दौरे को चुनावी रणनीति के रूप में भी देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरहुल कार्यक्रम में शिरकत करते हुए आदिवासियों वर्ग को साधने की कोशिश की और सरकार की योजनाओं के जरिए हो रहे लाभ को आम लोगों तक बताने का काम किया। ऐसे में कहा जा सकता है कि सरहुल के जरिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासी वर्ग पर पैठ जमाने की कोशिश की है।