RAIPUR. नोटबंदी की घोषणा से पहले प्रधानमंत्री के वीडियो संदेश की शुरुआत जिस अंदाज में हुई थी। आज रात आठ बजे से... उसकी याद 5 मार्च, रविवार को प्रदेशवासियों को ताजी हो गई। दरअसल, गत दिवस मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्विटर, फेसबुक समेत अन्य सोशल मीडिया में एक संदेश डाला था कि आज शाम पांच बजे वे एक महत्वपूर्ण विषय पर अपनी बात रखेंगे। सबका ध्यान सोशल मीडिया पर लगा रहा। आखिरकार शाम पांच बजे वे अपने वादे के मुताबिक सोशल मीडिया पर वीडियो संदेश के साथ मुखातिब हुए। इसमें उन्होंने 6 मार्च, सोमवार को उनके द्वारा पेश किए जाने वाले बजट पर बात कही।
मेरे प्यारे प्रदेशवासियों! #CGBudgetTomorrow https://t.co/6kD2oBZCWk
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 5, 2023
बजट में हवा-हवाई की बातें नहीं होंगी
छत्तीसगढ़ राज्य के बजट को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि यह भरोसे का बजट होगा, जिसमें आसमान यानी हवा-हवाई की बातें नहीं होंगी, बल्कि जमीन पर बात होगी। इसके साथ ही प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि जब पूरे देश में मंदी का दौर था तब भी छत्तीसगढ़ के बाजार में रौनक रही। यह छत्तीसगढ़ सरकार की ही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के चलते संभव हुआ। इसके साथ ही कहा कि बेरोजगारी दर यहां सबसे कम रहा।
ये भी पढ़ें...
प्रदेश को पर्यटन केंद्र के तौर पर मिली पहचान
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पर्यटन को लेकर बताया कि यहां कुछ समय पहले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया। इसके अलावा सेलिब्रिटी क्रिकेट लीग के मैच भी यहां कराए गए। इसके चलते देशभर से पर्यटक यहां आए। पर्यटन को इससे काफी ज्यादा बढ़ावा मिला। पहले प्रदेश की पहचान नक्सल समस्या और नक्सलियों के हमले को लेकर नकारात्मक ढंग से थी। लेकिन, ये छत्तीसगढ़ सरकार की उपलब्धि है कि अब प्रदेश को पर्यटन केंद्र के तौर पर पहचाना जा रहा है।
आप नकारात्मकता से भर देने वालों की पहचान करिए
बीजेपी नेताओं पर भी आरोप लगाते हुए सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार पर भरोसा रखें। इस बार के बजट में भी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं होंगी। छत्तीसगढ़ की जनता से कहा कि अब ये जिम्मेदारी आप लोगों के कंधों पर दे रहा हूं कि आप नकारात्मकता से भर देने वालों की पहचान करिए। यानी विपक्ष पर उन्होंने सीधे तौर पर निशाना साधा।
छत्तीसगढ़ ने तोड़े हैं कई रिकॉर्ड
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सबसे कम बेरोजगारी है। धान खरीदी का रिकॉर्ड भी छत्तीसगढ़ ने तोड़ा। आदिवासियों के लिए नई योजनाएं पहुंची। स्वास्थ्य शिक्षा का छत्तीसगढ़ मॉडल आज देश की अन्य सरकारें अपना रही हैं।