KORBA. कोरबा में शहर के पंप हाउस कॉलोनी में 24 दिसंबर शनिवार को हुए युवती के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझती दिख रही है। हालांकि आरोपी शाहबाज खान अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है, जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। जहां तक वारदात के तरीके की बात करें तो इसे बड़े विभत्स और अमानवीय तरीके से अंजाम दिया गया है। पुलिस का कहना है कि दोनों के बीच बात नहीं करने को लेकर विवाद था। ऐसे में शाहबाज गुजरात से फ्लाइट से यहां पहुंचा था और फिर पेंचकस को हथियार बनाकर युवती पर वार किए। उसके शरीर पर पेंचकस के 51 वार के निशान मिले हैं, जो बर्बरता का बयान कर रहे हैं।
घटनास्थल पर मिला गुजरात की फ्लाइट का टिकट
कोरबा के कोतवाली थाना क्षेत्र के सीएसईबी पुलिस चौकी के अंतर्गत आने वाले पंप हाउस कॉलोनी में ये वारदात शनिवार को हुई है। दरअसल, इस कॉलोनी में कनवर्टेड आदिवासी परिवार रहता है, जिसके मुखिया बुधराम पन्ना हैं। वो स्वयं वारदात के समय अपने काम पर चला गया था, तो उसकी पत्नी फूलजेना भी काम करने के लिए स्कूल चली गई थी। घर में उसकी 21 साल की बेटी नीलकुसुम और बेटा नीलेश घर पर थे। नीलेश भी मोहल्ले में घूमने चला गया। इसी बीच नीलकुसुम की बर्बरता से हत्या कर दी गई थी। शरीर पर चोट के कई गहरे निशान थे, जिससे अंदाजा लगाया गया कि किसी धारदार हथियार से इसे अंजाम दिया गया है। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो फॉरेंसिक टीम की भी मदद ली। तलाशी के दौरान ही उन्हें 2 दिन पुराना गुजरात की फ्लाइट का टिकट मिला, जो कि शाहबाज के नाम से था। इसके बाद नीलकुसुम के परिजनों से पूछताछ की गई और पूरे मामले का पता चल गया।
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बस कंडक्टर था शाहबाज, बात नहीं करना चाहती थी नीलकुसुम
नीलकुसुम के परिजनों ने बताया कि शाहबाज खान 3 साल पहले जशपुर से कोरबा तक चलने वाली एक बस में कंडक्टर का काम करता था। उसी बस में सफर के दौरान नीलकुसुम से उसकी पहचान हुई थी। बाद में उसने नीलकुसुम का मोबाइल नंबर हासिल कर लिया। इसके बाद वो गुजरात चला गया और वहीं काम करने लगा। अब मामला एकतरफा प्यार का था या नहीं ये तो तय नहीं, लेकिन नीलकुसुम उससे बात नहीं करना चाहती थी। माना जा रहा है कि इसी बात को लेकर शाहबाज उससे नाराज था और उसी का बदला लेने के लिए उसने ये वारदात की होगी। पुलिस को कॉल डिटेल से तो कुछ नहीं मिला, लेकिन वाट्सएप कालिंग से वह नीलकुसुम से बात करता था।
पोस्टमार्टम से 51 वार का खुलासा
पुलिस ने नीलकुसुम के शव का पोस्टमार्टम कराया। उसकी प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चला कि पेचकस से 34 बार सीने पर और 16 बार पीठ की ओर से वार किया गया है। जबकि एक वार उसके बगल से किया गया है। इस तरह नीलकुसुम के शरीर पर उसने कुल 51 वार किए थे। जबकि उसकी आवाज बाहर न जाए इसके लिए तकिए से नीलकुसुम के मुंह को भी ढंक दिया था, जो कि उसकी पड़ी हुई लाश में भी थी। वहीं नग्न अवस्था में नीलकुसुम की लाश बरामद हुई थी।
शाहबाज को पकड़ने के लिए बनी चार टीमें
पुलिस संदेही शाहबाज को ही हत्यारा मान रही है। वहीं उसे पकड़ने के लिए पुलिसकर्मियों की चार अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं। सभी टीमें अलग-अलग ठिकानों में जाकर शाहबाज का पता लगा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही वह पकड़ लिया जाएगा।