कोरोना से ठीक हो रहे मरीजों में एक और समस्या सामने आयी है, मरीजों में न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (Neurological Disorder) के मामले बढ़ रहे हैं। दिल्ली के अस्पतालों में की एक रिपोर्ट से सामने आया है कि संक्रमण से ठीक हुए लोगों में से 60 फीसदी इस डिसऑर्डर से जूझ रहे हैं। इनमें ज्यादातर मामले ऐसे हैं जो बीते दो तीन महीने के बीच में कोरोना से संक्रमित हुए हैं।
मानसिक समस्याएं आ रही है सामने
विशेषज्ञों की माने तो कोरोना सबसे पहले दिमाग पर असर करता है जिसके कारण कोरोना से संक्रमित होने पर खुशबू नहीं आ पाती है। जो लोग कोरोना संक्रमण से ठीक हो गए हैं, उनमें से कुछ को सिरदर्द,थकान, याददाश्त, डिप्रेशन, स्ट्रोक, दर्द और नींद न आने जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मरीज हो रहे डिप्रेशन के शिकार
यूएस सेंसस ब्यूरो के सर्वे के मुताबिक 42 प्रतिशत लोगों में डिप्रेशन के लक्षण देखे गए जिनमें से कुछ तो आत्महत्या करने के ख्यालों से भी गुजर रहे हैं। बाकी सर्वे में भी दुनियाभर में ऐसा ही कुछ हाल रहा। विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार को न्यूरोलॉजिकल समस्याओं का समाधान निकालने के लिए भी बेहतर प्रयास करने चाहिए।