देश भर में कोरोना महामारी से जंग के खिलाफ वैक्सीन ही एक मात्र हथियार है।लेकिन प्रॉपर स्टोरेज ना होने के कारण कई जगहों पर वैक्सीन की बर्बादी भी हुई है। आगे से और वैक्सीन खराब ना हो इसलिए अब IISC ने इस समस्या का तोड़ निकाल लिया है। IISC के वैज्ञानिकों ने एक स्टार्ट अप फर्म के साथ मिलकर एक ऐसी वैक्सीन तैयार की है जिसके लिए कोल्डस्टोरेज होने की जरुरत नहीं है। साथ ही इस वैक्सीन को बाजारों में लाने के लिए फंडिंग भी मिल गई है।
शोधकर्ताओं ने तैयार की वार्म वैक्सीन
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस के वैज्ञानिकों और मिनवैक्स फर्म ने जो वैक्सीन तैयार की है उसे वार्म वैक्सीन नाम दिया है। इस वैक्सीन को खराब होने से बचाने के लिए किसी भी कोल्डस्टोरेज की जरुरत नहीं होगी। इस वार्म वैक्सीन को बाजार में उतारने के लिए एक्सेल की अध्यक्षता में 31 करोड़ की फंडिंग के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किये गए हैं।
सारे वैरिएंट्स पर असरदार है वार्म वैक्सीन-वैज्ञानिक
बताया जा रहा है की वार्म वैक्सीन दुनिया भर की उन जगहों के वैक्सीनेशन के लिए वरदान साबित होगी जहां पर वैक्सीन को रखने के लिए कोई कोल्ड स्टोरेज सिमित हैं या फिर नहीं हैं। वैज्ञानिकों ने वार्म वैक्सीन को लेकर दावा किया है की यह कोरोना के चारों वैरिएंट के खिलाफ मददगार साबित हो सकती है।