भारत बायोटेक की कोवैक्सिन की भारी कमी के बारे में हम सब जानते हैं, जिसके समाधान को लेकर सरकार ने कोवीशील्ड और कोवैक्सिन की 66 करोड़ वैक्सीन डोज का ऑर्डर दिया है। अगस्त से दिसंबर के बीच वैक्सीन मिलने की संभावना है, लेकिन सरकार इस बार दाम बढ़ने की आशंका है।
अगस्त से दिसंबर के बीच मिलेगी वैक्सीन
कोवीशील्ड का ऑर्डर सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और कोवैक्सिन का ऑर्डर भारत बायोटेक अगस्त से दिसंबर महीने के बीच पूरा कर देंगी। इनमें 37.5 करोड़ डोज कोवीशील्ड की और 28.5 करोड़ डोज कोवैक्सिन की है। वहीं वैक्सीन की 22 करोड़ डोज प्राइवेट अस्पतालों को मिलेंगी।
सुप्रीम कोर्ट को दिया एफिडेविट
25 जून को सुप्रीम कोर्ट में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एफिडेविट में बताया कि देश में दिसंबर महीने तक 1.35 अरब डोज वैक्सीन उपलब्ध होगी जो आबादी के लिए पर्याप्त है। इस ऑर्डर में 50 करोड़ डोज कोवीशील्ड को, 40 करोड़ डोज कोवैक्सिन के और 30 करोड़ डोज बायलॉजिकल ई की सबयूनिट वैक्सीन, 5 करोड़ डोज जायडस कैडिला की डीएनए वैक्सीन के होंगे और 10 करोड़ डोज रूसी स्पूतनिक वी वैक्सीन के शामिल होंगे।
बढ़ सकते हैं दाम
GST के साथ सरकार ने ताजा ऑर्डर में कोवीशील्ड के दाम 215.25 रुपये और कोवैक्सिन के दाम 225.75 रुपये तय किए है। पहले सरकार दोनों वैक्सीन को 157.50 रुपये में खरीद रही थी। भारत बायोटेक ने पिछले महीने कहा था कि इतनी कम कीमत पर वैक्सीन सप्लाई कर पाना मुश्किल है। उसने कहा था, 'भारत सरकार को कोवैक्सिन की सप्लाई प्राइस 150 रुपये प्रति डोज है, जिस पर ज्यादा दिनों तक सप्लाई नहीं हो सकती है।' प्राइवेट सेक्टर दोनों वैक्सीन शुरू से ही ज्यादा कीमत पर दे रहा है।