NEW DELHI. केंद्र सरकार के नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) ने 51 प्रकार की दवाओं के दाम तय करते हुए आम लोगों को राहत दी है। सरकार ने इस बाबत अधिसूचना भी जारी कर दी है। इस फैसले के बाद एसिडिटी, दर्द-सूजन, आई ड्रॉप, एलर्जी, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज समेत हार्ट संबंधी बीमारी के इलाज में उपयोग में आने वाली दवाओं के दाम कम हो जाएंगे। इस फैसले से शुगर की दवाओं में 40 फीसदी तक तो रक्तचाप की दवाओं के दाम 20 फीसदी तक कम होंगे।
15 अक्टूबर से मिलेगा लाभ
नई दरों पर दवाओं की बिक्री 15 अक्टूबर के बाद से मेडिकल स्टोर्स पर मिलना शुरु हो जाएगी। ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन की मानें तो इन 51 दवाओं में 35 डायबिटीज से जुड़ी दवाएं हैं। देश में मधुमेह से पीड़ित लोगों की संख्या काफी ज्यादा है और इसमें लगातार इजाफा होता जा रहा है। अकेले इंदौर शहर की बात की जाए तो यहां तकरीबन 4 लाख मधुमेह रोगी हैं, वहीं साल में 30 करोड़ रुपए का कारोबार अकेले शुगर की दवाओं से होता है। वहीं दवाओं की बिक्री के आधार पर इंदौर में ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या 2 लाख आंकी गई है।
शुगर की गोलियों में 40 तो बीपी की दवा 20 फीसदी सस्ती
दवा कारोबारी बताते हैं कि इस फैसले से शुगर की दवाएं 40 फीसदी, गैस और एसिडिटी संबंधी दवाओं के दाम 50 फीसदी तक कम हुए हैं। एंटीबायोटिक् से जुड़ी दवाओं के दाम में भी कमी आई है। लगातार महंगे होते जा रहे इलाज के बीच यह खबर आम लोगों को थोड़ी राहत देने वाली है।