श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व से पहले केंद्र सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर आज फिर खोल दिया है। भारत-पाकिस्तान के बीच बने करतारपुर कॉरिडोर को 611 दिनों के बाद खोला गया। आज 49 श्रद्धालु और 100 अफसर माथा टेकने श्री करतारपुर साहिब जा रहे है। अफसरों की टीम को विशेष अनुमति के बाद बॉर्डर क्रॉस कराया जाएगा और यह टीम शाम तक लौट आएगी। वहीं जिला प्रशासन के माध्यम से आवेदन करने वाले 49 लोग दर्शन करने के लिए कॉरिडोर से गए हैं। इनमें गुरु नानक देव की 17वीं पीढ़ी के बाबा सुखदीप सिंह बेदी भी शामिल हैं।वहीं पंजाब के CM सीएम चरणजीत सिंह चन्नी अपनी कैबिनेट के साथ गुरुवार को करतारपुर साहिब के दर्शन करने जाएंगे।
वैक्सीन के दोनों डोज लगना अनिवार्य
दर्शन करने जाने वाले अधिकारियों के लिए कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगी होना अनिवार्य है। इसके साथ ही उन्हें कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। उन लोगों को ही पाकिस्तान में जाने की अनुमति मिलेगी, जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। श्रद्धालुओं को अपने साथ RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट भी ले जानी होगी, जो 72 घंटे से ज्यादा पुरानी न हो। हालांकि आम श्रद्धालुओं को करतारपुर कॉरीडोर से दर्शन के लिए फिलहाल 8 से 10 दिन तक इंतजार करना होगा।
पाकिस्तान में भी होगी कोविड जांच
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की सीमा में दाखिल होने के बाद वहां भी श्रद्धालुओं रैपिड एंटीजन टेस्ट होगा। जो भी यात्री करतार साहिब जाएंगे, उन्हें उसी दिन शाम को वापस लौटना होगा।
4.5KM लंबा करतारपुर कॉरिडोर
करतापुर कॉरिडोर करीब साढ़े चार किलोमीटर लंबा है। इस कॉरिडोर के बनने से भारत में डेरा बाबा नानक और पाकिस्तान में मौजूद गुरुद्वारा दरबार साहिब सीधे जुड़ गए हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 नवंबर 2019 को कॉरिडोर का उद्घाटन किया था। खास बात है कि यहां से पाकिस्तान जाने के लिए वीजा की जरूरत नहीं पड़ती है।